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Mahadasha Explained: जानिए क्या है महादशा और यह आपकी जिंदगी को कैसे बदलती है!

Mahadasha Explained: डरने की नहीं, समझने की चीज है महादशा! जानिए क्या है महादशा और यह आपकी जिंदगी को कैसे बदलती है जीवन में बड़े उतार-चढ़ाव देखा जाता.

Mahadasha: महादशा का नाम सुनते ही कई जातक लोगों के मन में डर तथा चिंता पैदा हो जाती है। क्योकि इससे जातक के जीवन में आमतौर पर इसे जीवन में बड़े उतार-चढ़ाव तथा अचानक बदलावों से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन सच्चाई यह है कि वैदिक ज्योतिष शास्त्र में महादशा डर की नहीं, समझने की अवधारणा है, जो जातक के जीवन की अलग-अलग अवस्थाओं को प्रकट करती है। यह एक प्रकार की ग्रह प्रणाली होती है, जो यह तय कराती है कि विशेष टाइम में कौन-सा ग्रह प्रभावी रहेगा तथा जातक के जीवन पर क्या असर पड़ेगा।

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जानिए क्या है महादशा और यह आपकी जिंदगी को कैसे बदलती है!

    महादशा एक ग्रह आधारित टाइम चक्र है, जो यह बताता है कि हमारे जीवन में किसी खास अवधि में कौन-सा ग्रह सबसे ज्यादा प्रभाव डाल रहा है और उसका असर जातक के जीवन के किन क्षेत्रों पर पड़ेगा।

    प्रत्येक जातक के जन्म कुंडली (Janam Kundli) के अनुसार पर, ग्रहों की दशाएं निर्धारित होती रहती हैं। जब कोई भी ग्रह महादशा में आ जाता है, तो वह जातक के निजी जीवन को अपने स्वभाव तथा गुणों के अनुसार प्रभाव दिखता है।

    दोस्तों आज के दिन हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से जानेगे कि क्या है महादशा और यह आपकी जिंदगी को कैसे बदलती हैं। इसके अलावा इसके सम्बंधित और भी अन्य जानकारी के बारे में जानेगे, तो इससे जुड़ी जानकारी को जाने के लिए आज का प्यारा ब्लॉग अंत तक जरुर पढ़े।

    महादशा का असली अर्थ क्या है?

    ऐसा है कि संस्कृत में ‘महादशा’ का अर्थ है ‘मुख्य अवधि’। यह समय के चक्र में जातक के जीवन की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाता है। जन्म कुंडली के आधार पर हर जातक के जीवन में ग्रहों की महादशाएं तय होती हैं। जिस ग्रह की महादशा चल रही होती है, वह अपने स्वभाव तथा गुणों के अनुसार व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती रहती है।

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    नौ ग्रहों की महादशा और उनकी अवधि

    वैदिक एस्ट्रोलॉजी के अनुसार, नौ ग्रहों की कुल महादशा की अवधि 120 साल होती है। हर ग्रह की महादशा समय अवधि अलग-अलग चलती है। आइये विस्तार से जानते है किस ग्रह की महादशा कितने सालो तक रहती है:

    • ग्रह: महादशा की अवधि
    • सूर्य (Sun): 6 साल
    • चंद्र (Moon): 10 साल
    • मंगल (Mars): 7 साल
    • बुध (Mercury): 17 साल
    • गुरु (Jupiter): 16 साल
    • शुक्र (Venus): 20 साल
    • शनि (Saturn): 19 साल
    • राहु (Rahu): 18 साल
    • केतु (Ketu): 7 साल

    इन सभी महादशाओं का प्रभाव व्यक्ति की राशि, नक्षत्र तथा जातक की कुंडली में ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है।

    नौ ग्रहों की, राशि और नक्षत्र?

    • ग्रह - राशि - नक्षत्र
    • सूर्य - सिंह: कृत्तिका, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा
    • चंद्र - कर्क: रोहिणी, हस्त, श्रवण
    • मंगल - मेष & वृश्चिक: मृगशिरा, चित्रा, धनिष्ठा
    • बुध - मिथुन & कन्या: आश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती
    • गुरु - धनु & मीन: पुनर्वसु, विशाखा, पूर्वाभाद्रपद
    • शुक्र - वृषभ & तुला: भरणी, पूर्वाफाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा
    • शनि - मकर & कुंभ: पुष्य, अनुराधा, उत्तराभाद्रपद
    • राहु - सह-शासक: कुंभ - आद्रा, स्वाति, शतभिषा
    • केतु - सह-शासक: वृश्चिक - अश्विनी, मघा, मूल

    महादशा और अंतर्दशा कैसे काम करती है?

    महादशा के दौरान सिर्फ जातक के जीवन में एक ही ग्रह सक्रिय नहीं रहता। बल्कि इसके अंदर कई उप-अवधियां होती हैं, जिन्हें अंतर्दशा, प्रत्यंतर दशा, सूक्ष्म दशा तथा प्राण दशा कहा जाता है।

    इसे ऐसे समझिए:
    महादशा ड्राइवर है तथा अंतर्दशा कंडक्टर। जब कोई ग्रह महादशा में रहता है तो उसकी अंतर्दशा में अनेक ग्रह भी जातक के जीवन पर असर डालते है जबकि अंतर्दशा यह तय करती है कि रास्ते में क्या-क्या घटनाएं होंगी।

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    हर ग्रह की महादशा का क्या असर होता है?

    सूर्य महादशा (6 वर्ष):

    सूर्य की महादशा जातक के जीवन में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता तथा मान-सम्मान में वृद्धि को बढ़ाती है। सरकारी कामों तथा करियर में उन्नति के नए योग बनते हैं और जातक को इसमें सफलता मिलती है। और अधिक पढ़ें: Surya Mahadasha Alert

    चंद्र महादशा (10 वर्ष):

    चंद्रमा की महादशा जातक के जीवन में भावनात्मकता बढ़ती है। मानसिक स्थिति, पारिवारिक जीवन तथा रिश्तों पर असर पड़ता है। इस समय में जातक को कल्पनाशक्ति तथा संवेदनशीलता में बढ़ोतरी होती है। और अधिक पढ़ें:

    मंगल महादशा (7 वर्ष):

    इस महादशा में जातक को ऊर्जा, साहस तथा निर्णय क्षमता में वृद्धि होती है। लेकिन मंगल कमजोर हो तो गुस्सा तथा दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। और अधिक पढ़ें: Mangal Mahadasha Alert

    बुध महादशा (17 वर्ष):

    यदि बुध की महादशा की बात करे तो इसमें जातक को बुद्धिमत्ता, संवाद कौशल तथा व्यापार में सफलता मिलती है। इस टाइम में शिक्षा तहा लेखन से जुड़े लोगों के लिए शुभ अवसर भी मिलते है। और अधिक पढ़ें:

    गुरु महादशा (16 वर्ष):

    इस महादशा में जातक के जीवन में भाग्य, ज्ञान तथा आध्यात्मिक उन्नति में वृद्धि होती है। इसे सबसे शुभ महादशाओं में गिना जाता है। और अधिक पढ़ें:

    शुक्र महादशा (20 वर्ष):

    यदि शुक्र की महादशा की बात करे तो इसमें जातक को प्रेम, ऐश्वर्य तथा भौतिक सुख की बढ़ोतरी होती है। इसमें जातक को कला, फैशन तथा मनोरंजन से जुड़े लोगों को विशेष लाभ मिलता है। और अधिक पढ़ें: Shukra Mahadasha Alert

    शनि महादशा (19 वर्ष):

    शनि की महादशा के जातक के जीवन में संघर्ष, अनुशासन, मेहनत की परीक्षा तथा व्यक्ति के धैर्य की परीक्षा होती है। सफलता देर से लेकिन स्थायी मिलती है। और अधिक पढ़ें: Shani Mahadasha Alert

    राहु महादशा (18 वर्ष):

    इस महादशा में जातक को अचानक बदलाव, महत्वाकांक्षा तथा भ्रम का उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। लेकिन सही दिशा न मिले तो धोखे की संभावना भी हो सकती है। और अधिक पढ़ें: Rahu Mahadasha Alert

    केतु महादशा (7 वर्ष):

    यदि केतु की महादशा की बात करे तो इसमें जातक को आध्यात्मिक झुकाव, वैराग्य तथा रहस्य की और ले जाती है। लेकिन जातक को मानसिक द्वंद्व और भटकाव भी संभव ला सकती है। और अधिक पढ़ें:

    FAQs: महादशा के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

    सबसे लंबी महादशा कौन सी है?

    शुक्र की महादशा सबसे लंबी होती है, जो 20 सालो तक चलती है।

    सबसे शुभ महादशा कौन सी मानी जाती है?

    गुरु की महादशा को सबसे शुभ और अच्छा माना जाता है।

    महादशा को कैसे पता करें?

    जन्म कुंडली तथा दशा प्रणाली के आधार पर। किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेकर ऐसे बेहतर जाना जा सकता है।

    सबसे कठिन महादशा कौन सी होती है?

    केतु की महादशा को सबसे चुनौतीपूर्ण माना जाता है। क्योंकि यह जातक के जीवन में बड़े बदलाव तथा मानसिक द्वंद्व लेकर आती है।

    निष्कर्ष

    महादशा जातक के जीवन का वह दौर होती है, जो भाग्य, करियर, रिश्तों तथा मानसिक स्थिति को गहराई से प्रभावित करती है। अगर महादशा अनुकूल न हो, तो ज्योतिषीय उपायों के जरिये इसके नकारात्मक प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

    अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपकी इस समय कौन-सी महादशा चल रही है तथा उसका असर आपके जीवन पर कैसा पड़ेगा, तो किसी अच्छे ज्योतिषी से परामर्श जरूर लें

    दोस्तों आज हमने आपको इस ब्लॉग के माध्यम से जानिए क्या है महादशा और यह आपकी जिंदगी को कैसे बदलती है। हम उम्मीद करते है की आज का ये हमारा ब्लॉग आपके लिए उपयोगी साबित हुआ है तो आप अपने करीबी दोस्तों तथा रिलेटिव के शेयर जरुर करे और अपने अनुभव के बारे में बताये। धन्यवाद!

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