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Surya Mahadasha Alert: जानिए सूर्य महादशा के असर, अंतरदशाएं और असरदार उपाय

Surya Mahadasha: सूर्य महादशा एस्ट्रोलॉजी की एक अहम अवधि के रूप में मानी जाती है, जिसकी कुल अवधि 6 साल होती है। इस समय जातक के जीवन में आत्मविश्वास...

Surya Mahadasha: सूर्य महादशा एस्ट्रोलॉजी की एक अहम अवधि के रूप में मानी जाती है, जिसकी कुल अवधि 6 साल होती है। इस समय जातक के जीवन में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, प्रतिष्ठा तथा सरकारी क्षेत्र में सफलता के बहुत से अवसर की संभावना बढ़ती हैं। जिनकी कुंडली/ Kundli में सूर्य मजबूत तथा शुभ स्थिति में होता है तो, उनके लिए यह महादशा बेहद लाभकारी साबित होती है। वहीं यदि आपका सूर्य कमजोर तथा अशुभ हो, तो संघर्ष, अहंकार, स्वास्थ्य के सम्बंधित समस्याएं और पारिवारिक तनाव भी बढ़ सकते हैं।

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जानिए सूर्य महादशा के असर, अंतरदशाएं और असरदार उपाय

    दोस्तों आज हम इस ब्लॉग में बातें करेंगे सूर्य महादशा के असर, अंतरदशाएं और असरदार उपाय के बारे में तथा साथ और भी इससे जुड़ी जानकारी को जानेगे, तो आप इस ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़े।

    सूर्य महादशा के प्रभाव (Surya Mahadasha Effects)

    सूर्य को आत्मा, आत्मसम्मान, सत्ता तथा प्रशासन का कारक ग्रह माना जाता है। ऐसा कहा जाता है की यह ग्रह सरकारी नौकरी, उच्च पद, नेतृत्व तथा प्रसिद्धि को पूर्ण रूप से प्रभावित करता है।

    सकारात्मक प्रभाव (Surya Mahadasha Benefits)

    • इस अवधि में जातक को आत्मविश्वास तथा नेतृत्व क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी।
    • व्यक्ति को सरकारी क्षेत्र तथा प्रशासनिक सेवाओं में सफलता के योग प्राप्त होता है।
    • समाज में मान-सम्मान तथा प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
    • करियर में तरक्की, खासकर राजनीति, प्रशासन तथा रक्षा सेवाओं में होती है।
    • इसमें जातक की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

    नकारात्मक प्रभाव (Bad Effects of Surya Mahadasha)

    • इस अवधि में जातक को अहंकार, गुस्सा तथा जिद बढ़ सकता है।
    • पिता या वरिष्ठ अधिकारियों से मतभेद बेकार हो सकते हैं।
    • हृदय रोग, ब्लड प्रेशर, आंखों की समस्या तथा सिरदर्द की आशंका मन में बानी रहती है।
    • इसमें व्यक्ति को करियर में अचानक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।


    सूर्य महादशा में विभिन्न ग्रहों की अंतरदशाएं

    इस समय में जातक की सूर्य महादशा में विभिन्न ग्रहों की अंतरदशाएं उसके जीवन में भिन्न-भिन्न प्रभाव को डालती हैं जो निचे निम्नलिखित प्रकार से है:

    सूर्य महादशा – सूर्य अंतरदशा:

    इस समय में जातक को आत्मविश्वास, करियर तथा प्रसिद्धि में उन्नति मिलती है। यदि आपकी कुंडली में सूर्य मजबूत हो तो यह अवधि विक्ति के लिए बेहद शुभ मानी जाती है।

    सूर्य महादशा – चंद्र अंतरदशा:

    इस अवधि में मानसिक शांति तथा पारिवारिक सुख और माता से अच्छा प्यार भी मिलता है। हालांकि भावनात्मक अस्थिरता तथा मन की उलझन भी रह सकती है।

    सूर्य महादशा – मंगल अंतरदशा:

    इस अवधि के दौरान जातक को साहस तथा ऊर्जा में बढ़ोतरी होती है। जातक को करियर में प्रगति भी होती है, लेकिन व्यक्ति को गुस्सा तथा आक्रामकता पर नियंत्रण बहुत ही जरूरी होता है।

    सूर्य महादशा – बुध अंतरदशा:

    इस अवधी में व्यक्ति को बुद्धि तथा संवाद कौशल मजबूत होता है। इस टाइम में जातक को व्यापार, शिक्षा तथा प्रशासनिक कार्यों में सफलता मिल सकती है।

    सूर्य महादशा – गुरु अंतरदशा:

    जातक को इस अवधि में ज्ञान, आध्यात्मिक उन्नति तथा सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ती है। इस समय में जातक की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है और व्यक्ति की धार्मिक कार्यों में बहुत ही लगाव बढ़ जाता है।

    सूर्य महादशा – शुक्र अंतरदशा:

    इस अवधि में व्यक्ति जो भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है। इस समय ज्योतिष के अनुसार सूर्य और शुक्र में विरोध हो तो जातक का वैवाहिक जीवन में तनाव आ सकता है।

    सूर्य महादशा – शनि अंतरदशा:

    यह समय जातक को चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस अवधि में जातक को करियर में बाधाएं तथा मानसिक दबाव बढ़ सकता है, लेकिन शुभ शनि शुभ होने पर मेहनत का फल अधिक सफलता देने वाला हो सकता है।

    सूर्य महादशा – राहु अंतरदशा:

    इस समय में जातक को भ्रम, तनाव तथा करियर में अचानक बदलाव के योग बनते हैं। इस अवधि में जातक की कुंडली अशुभ स्थिति में है, तो व्यक्ति को धोखा और गलत फैसलों से बचने की जरूरत होती है।

    सूर्य महादशा – केतु अंतरदशा:

    केतु के प्रभाव से जातक का आध्यात्मिक झुकाव की ओर बढ़ता है। इससे व्यक्ति को मानसिक शांति मिल सकती है, लेकिन इस अवधि में जातक को आत्मसंशय तथा भटकाव भी संभव बढ़ सकता है।

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    सूर्य महादशा में क्या होता है? (What Happens in Surya Mahadasha)

    इस दौरान जकात को आत्मसम्मान तथा आत्मविश्वास बढ़ता है। यदि सूर्य मजबूत हो तो व्यक्ति समाज में ऊंचा मुकाम हासिल कर नए उच्च मुकाम को हासिल करता है। लेकिन यदि सूर्य तुला राशि में नीच हो या अशुभ ग्रहों से प्रभावित हो, तो यह अवधि जातक को संघर्ष भरा हो सकता है।

    सूर्य महादशा के असरदार उपाय (Surya Mahadasha Remedies)

    यदि जातक को सूर्य महादशा में परेशानियां आ रही हों, तो ये उपाय निम्म लाभकारी उपाय किए जा सकते हैं:

    • हर दिन सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करें।
    • गायत्री मंत्र तथा आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
    • लाल कपडे पहने, लाल फल तथा तांबे के बर्तन का दान करें।
    • ज्योतिषीय सलाह से माणिक्य (Ruby) रत्न धारण को करें।
    • अपने पास के गरीबों को गेहूं तथा गुड़ का दान करें।
    • प्रतिदिन सुबह के टाइम में सूर्य नमस्कार करें।

    सूर्य महादशा के दौरान खास तिथियां

    • 4 फरवरी: सूर्य महादशा में राहु अंतरदशा की विशेष डेट।
    • 6 दिन पहले: सूर्य महादशा – शनि अंतरदशा के प्रभाव पर इस दिन जरूर ध्यान दें।
    • 2 दिन पहले: सूर्य महादशा – बुध अंतरदशा के प्रभाव की जरूर जांच करें।

    सूर्य महादशा में जातक को आत्मविश्वास, करियर तथा प्रतिष्ठा से जुड़ी एक अहम अवधि मानी जाती है। यदि इस टाइम सूर्य कुंडली में शुभ में हो तो यह जातक को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा सकती है। वहीं यदि सूर्य कमजोर होने पर अहंकार, हेल्थ समस्याएं तथा पारिवारिक तनाव भी  उत्पन्न हो सकते हैं। इस अवधि में सही उपाय अपनाकर सूर्य महादशा के नकारात्मक प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

    Yadi aap ki Kundli me Mahadasha ka pabhav hai aaj hi No. 1 Astrologer se bat kare: Talk to Astrologer

    दोस्तों हम उम्मीद करते होंगे कि आपको आज का मेरा यह ब्लॉग सूर्य महादशा के असर, अंतरदशाएं और असरदार उपाय आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। धन्यवाद!

    सूर्य महादशा में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

    सूर्य महादशा कितने वर्षों की होती है?

    जी हां, हर जातक की सूर्य महादशा 6 वर्षों की होती है।

    सूर्य महादशा में कौन-सी धातु पहनना शुभ है?

    इस सूर्य महादशा के दौरान सोना और तांबा धातु पहनना शुभ मन जाता है।

    सूर्य महादशा में किस्मत कब चमक सकती है?

    सूर्य महादशा में 6 साल में जातक की किस्मत चमक सकती है।

    सूर्य महादशा में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

    इस महादशा में अहंकार से बचें, बड़ों का सम्मान करें तथा नियमित सूर्य देव की उपासना करें।

    सूर्य महादशा में राहु अंतरदशा का क्या असर होता है?

    इस अवधि में जातक को भ्रम, धोखा तथा करियर में अचानक बदलाव को देखा जा सकता हैं।

    सूर्य महादशा में शनि अंतरदशा कैसी रहती है?

    इस दौरान संघर्षपूर्ण, लेकिन मेहनत के बाद सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

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