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जानिए Vastu Shastra के अनुसार घर की लंबाई चौड़ाई कितनी होनी चाहिए

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सोमवार

क्या आप जानना चाहते है कि Vastu Shastra के अनुसार Ghar की लम्बाई चौड़ाई कितनी होनी चाहिए – आज भी वास्तु शास्त्र का महत्व उतना ही है, जितना कि प्राचीन काल में था। प्राचीन काल में लोग वास्तु शास्त्र को महत्वपूर्ण मानते थे और इसे अपनाते थे। आजकल भी कई लोग वास्तु शास्त्र को महत्वपूर्ण सिद्ध करते हैं, क्योंकि इसके अनुसार घर की योजना बनाने से हमारा जीवन सुखद और समृद्धि युक्त होता है।

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और अगर घर का निर्माण वास्तु शास्त्र के अनुसार नहीं किया जाता है, तो घर के सदस्यों को दुखों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, लोग जब भी घर बनवाते हैं, तो वे वास्तु शास्त्र एक्सपर्ट से सलाह/Advice from Vastu Shastra Expert लेते हैं और उनके सुझावों के अनुसार ही घर का निर्माण करवाते हैं। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से वास्तु शास्त्र से संबंधित कुछ ऐसी बातों पर चर्चा करेंगे। इसलिए, हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें।

दोस्तों, आज हम इस post के माध्यम से बताएंगे कि वास्तु शास्त्र के अनुसार एक घर की लम्बाई और चौड़ाई कितनी होनी चाहिए। इसके अलावा, जब आप ज़मीन या प्लाट खरीदने का निर्णय लेने के लिए तैयार हों, तो ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण वास्तु शास्त्रिक बिंदुओं के बारे में भी जानकारी प्रदान करेंगे। तो चलिए, हम आपको इस विषय में पूरी जानकारी प्रदान करते हैं।

Vastu Shastra के अनुसार घर की लम्बाई चौड़ाई कितनी होनी चाहिए

आस per वास्तु शास्त्र, घर की लम्बाई और चौड़ाई का अनुपात 2:1 से अधिक नहीं होना चाहिए। आपके घर का अनुपात 2:1 से कम होना चाहिए, क्योंकि इससे अधिक अनुपात वास्तु शास्त्र के अनुसार उचित नहीं माना जाता है।

जाने Vastu Shastra के महत्वपूर्ण बिंदु जमीन या प्लाट खरीदने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

जब भी आप ज़मीन या प्लॉट खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो वास्तु शास्त्र के महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है।

आपको ज़मीन या प्लॉट खरीदने से पहले ध्यान में रखने योग्य महत्वपूर्ण वास्तु शास्त्र के कुछ पहलुओं को हम नीचे विवरण कर रहे हैं।

  • जब आप ज़मीन या प्लॉट खरीदते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपकी ज़मीन के आसपास कोई मंदिर नहीं है। अगर कोई मंदिर है, तो न तो आपको मंदिर के पीछे ना खरीदना चाहिए और न ही मंदिर के दाएं, बाएं, या सामने की साइड पर। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आप ज़मीन या प्लॉट सुरक्षित हैं।
  • जब आपकी ज़मीन या प्लॉट मंदिर के पास होती है, तो उसे अत्युत्तम माना जाता है। अगर मंदिर से थोड़ा दूर प्लॉट है, तो इसे मध्यम उत्तम माना जाता है। और जब ज़मीन और प्लॉट के आसपास मंदिर नहीं हैं, तो इसे निम्न माना जाता है।
  • जब आप ज़मीन या प्लॉट खरीद रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि ज़मीन त्रिकोणाकारी आकार में नहीं होनी चाहिए। त्रिकोणाकारी ज़मीन वास्तु शास्त्र के हिसाब से अशुभ मानी जाती है।
  • जिस ज़मीन को आप खरीदना चाहते हैं, उसके सामने से अगर तीन रास्ते निकल रहे हैं, तो इस तरह की ज़मीन से बचना चाहिए।
  • यदि आप किसी पहाड़ी क्षेत्र में जमीन और प्लॉट खरीद रहे हैं, तो पहाड़ के उत्तर साइड में जमीन खरीदना उत्तम माना जाता है।
  • आपकी ज़मीन के सामने कोई भी खंभा न हो, ऐसी ज़मीन खरीदनी चाहिए।
  • जो भी ज़मीन आप खरीदते हैं, ध्यान रखें कि वह वर्गाकार हो, अर्थात ज़मीन की लम्बाई और चौड़ाई बराबर हों, और ज़मीन के कोने समकोणीय हों। वर्गाकार ज़मीन सबसे उत्तम और बेहतरीन मानी जाती है।
  • आप यदि चाहें, तो आयातकार ज़मीन भी खरीद सकते हैं, जिसकी चौड़ाई एक समान हो और कोने 90 डिग्री होते हैं। ऐसी ज़मीन आयातकार ज़मीन कहलाती है। इस प्रकार की ज़मीन खरीदने पर आपके लिए शुभ हो सकता है।
  • जमीन या प्लाट को हमेशा शहर की पूर्व, पश्चिम, या उत्तर दिशा में खरीदें। इस दिशा को शुभ माना जाता है।

तो जमीन खरीदने से पहले वास्तु शास्त्र के इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर जमीन या प्लॉट खरीदें। इस प्रकार की जमीन पर आप अगर घर, ऑफिस, फैक्ट्री आदि का निर्माण करवाते हैं, तो यह शुभ फलदायी हो सकती है।

निष्कर्ष

मित्रोँ, आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताया है कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की लम्बाई और चौड़ाई कितनी होनी चाहिए। इसके अलावा, जब आप जमीन या प्लाट खरीदने का निर्णय लेते हैं, तो इससे पहले ध्यान में रखने वाले महत्वपूर्ण वास्तु शास्त्र के बिंदुओं की भी चर्चा की है।

हम उम्मीद करते हैं कि आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी सिद्ध हुआ होगा। अगर आपको यह उपयोगी लगा है, तो कृपया इसे आगे शेयर करें। मित्रोँ, हम आशा करते हैं कि आपको हमारा वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की लंबाई-चौड़ाई कितनी होनी चाहिए आर्टिकल अच्छा लगा होगा। धन्यवाद!

FAQs

Ghar की लम्बाई चौड़ाई का महत्व होता है वास्तु शास्त्र में?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, गृह की लम्बाई और चौड़ाई का महत्वपूर्ण स्थान होता है। इस सवाल में, गृह की लम्बाई चौड़ाई का महत्व और उसका सीधा सम्बंध वास्तु शास्त्र से होने चाहिए।

गृह की लम्बाई चौड़ाई का आधार वास्तु शास्त्र में क्या होता है?

इस सवाल में, वास्तु शास्त्र के अनुसार गृह की लम्बाई और चौड़ाई को मापन करने के लिए कौन-कौन से मापदंडों का पालन करना चाहिए, उसका विवेचन होना चाहिए।

Ghar की उचित लम्बाई चौड़ाई से कैसे जुड़ा होता है सुख-शांति?

यहां, गृह की सही लम्बाई चौड़ाई से जुड़े सुख और शांति के सिद्धांतों पर चर्चा होनी चाहिए, जो व्यक्ति और परिवार के लिए कैसे लाभकारी हो सकते हैं।

गृह की लम्बाई चौड़ाई में वास्तु शास्त्र के अनुसार किस प्रकार की बदलाव की जा सकती है?

इस सवाल में, गृह की लम्बाई चौड़ाई में विभिन्न वास्तु उपायों और बदलावों का विचार करना चाहिए, जिनसे गृह की ऊर्जा को सुधारा जा सकता है।

Vastu Shastra के अनुसार गृह की लम्बाई चौड़ाई का मापन कैसे किया जाता है?

इस आधार पर, गृह की लम्बाई चौड़ाई का सही रूप से मापन करने के लिए वास्तु शास्त्रीय सिद्धांतों और तकनीकों की चर्चा होनी चाहिए।

जानिए Tulsi Ka Paudha/तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं: पूरी जानकारी

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रविवार

मित्रो, आप को प्रेम पूर्वक नमस्कार, क्या आप जानना चाहते है कि तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं और तुलसी के पत्तों को तकिये के नीचे रखने से क्या होता है इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी जानेगे, तो चलिए शुरू करते है। हिन्दू सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना जाता है। इसलिए बहुत से लोग अपने घरों में Tulsi Ka Paudha लगा कर पूजा-अर्चना करते हैं। अधिकांश हिन्दू घरों में तुलसी का पौधा पाया जाता है।

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माना जाता है कि भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण की पूजा तुलसी के बिना अधूरी मानी जाती है। हालांकि, कई लोगों के मन में यह सवाल है कि क्या तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं। इस सवाल के जवाब के लिए और अधिक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे इस लेख को अंत तक ज़रूर पढ़ें।

मित्रों, आज हम इस लेख के माध्यम से आपको यह बताने जा रहे हैं कि तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं, और एकादशी के दिन तुलसी का पौधा लगाना चाहिए या नहीं। इसके अलावा, हम इस विषय से संबंधित और भी जानकारी प्रदान करेंगे। तो आइये हम आपको इस विषय पर संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।

जानिए क्या तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं?

तुलसी का पौधा इतना महत्वपूर्ण होने के कारण, आप इसे किसी को भी उपहार के रूप में प्रदान कर सकते हैं, बिना किसी चिंता के। इसमें कोई भी दोष नहीं है।

Tulsi Ka Paudha एक पवित्र पौधा है जो हिन्दू सामाजिक सांस्कृतिक में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे लोग घर के आंगन में या पूजा स्थल में उगाते हैं क्योंकि इसमें धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता है। तुलसी का पौधा और इसकी पत्तियां आरोग्य के लाभ के लिए भी प्रसिद्ध हैं। 

कई तंत्रों में इसे सुखद औऱ शुभ माना गया है और इसका दान करना किसी को सुख-शांति का अहसास करा सकता है। लोग विशेषकर एकादशी के दिन तुलसी को पूजते हैं और इसे उगाने का परंपरागत तरीके से करते हैं। इससे घर को प्रेम और शांति का वातावरण मिलता है।

एकादशी के दिन क्या तुलसी का पौधा लगाना चाहिए या नहीं?

एकादशी के दिन तुलसी का पौधा लगाना और उसमें जल अर्पित करना दोनों ही विशेष संस्कार माने जाते हैं। इसका कारण है कि इस दिन माता तुलसी और भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम का विवाह हुआ था, और इसी दिन माता तुलसी निर्जला व्रत करती हैं।

एकादशी के दिन Tulsi Ka Paudha लगाना हिन्दू धर्म में एक प्राचीन परंपरा है जो धार्मिक और सामाजिक महत्ता रखती है। तुलसी को एक देवी माना जाता है और उसका पौधा घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। एकादशी के दिन तुलसी को पूजने से व्यक्ति को मानवीय और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है। 

तुलसी का पौधा और इसकी पत्तियां आरोग्य के लाभ के लिए भी जाने जाते हैं और इसे उगाने से घर की सुरक्षा बढ़ती है। इस पवित्र दिन पर तुलसी को उगाना एक आदर्श परंपरा मानी जाती है जो सुख, शांति, और प्रेम की भावना को बढ़ावा देती है।

इस व्रत में किसी भी प्रकार की कोई बाधा नहीं आने के लिए, इस दिन तुलसी का पौधा लगाना और उसमें जल अर्पित करना विशेष रूप से अनुपम माना जाता है।

तुलसी के पत्तों को तकिये के नीचे रखने से क्या परिणाम होता है?

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तुलसी के पत्तों को तकिये के नीचे रखने से नहीं सिर्फ शांति और सुकून महसूस होता है, बल्कि इससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार भी हो सकता है। तुलसी की महक और प्राकृतिक गुणधर्म तकिये के ऊपर अपना प्रभाव डालती है, जिससे नींद में भी लाभ हो सकता है। तुलसी के पत्तों को तकिये के नीचे रखने के लाभों को हमने नीचे वर्णित किया है।

  • कहा जाता है कि तुलसी के पत्तों को तकिये के नीचे रखकर सोने से जागरूक व्यक्ति की जीवनशैली मधुर बनती है। उसके जीवन में मधुरता फैल जाती है।
  • तुलसी के पत्तों को तकिये के नीचे रखकर सोने से आर्थिक कठिनाइयों से राहत मिलती है, और इसके साथ ही मानसिक तनाव से भी मुक्ति होती है।
  • इसके अतिरिक्त, हमारे चारों ओर का वातावरण प्रशांत होता है, और कई बीमारियों से हमें राहत मिलती है।
  • यदि किसी को श्वास संबंधित समस्याएं हैं, तो उन्हें तकिये के नीचे तुलसी के पत्तों को रखकर सोने से लाभ होता है।
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तुलसी के पत्ते रखने से क्या प्राप्त होता है?

  • तुलसी के पत्तों को पास में रखने से हमारा स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है।
  • व्यक्ति अपने आप को सशक्त महसूस करता है।
  • जिन बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता, उनके पास तुलसी के पत्ते रखना चाहिए।
  • जो बच्चे माता-पिता के कहने पर यादरहित हैं, उन बच्चों को तुलसी के पत्ते रखने चाहिए। इससे वे माता-पिता की सुनते होते हैं और उनकी सलाह मानने लगते हैं।
  • तुलसी के पत्तों को अपने पास रखने से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विशेष कृपा सदैव बनी रहती है।
  • जो व्यक्ति तुलसी के पत्तों को अपने पास रखता है, उसके ग्रह और नक्षत्र भी सुधर जाते हैं।

तुलसी के पत्ते क्यों नहीं खाने चाहिए?              

सामान्यत: तुलसी के पत्तों का सेवन बीमारियों को दूर करने में किया जाता है। हालांकि, इसे अधिक मात्रा में खाने से कुछ हानि हो सकती है, जिसका विवरण नीचे दिया गया है। इसलिए, तुलसी के पत्तों को अधिकतम सीमा में ही खाना चाहिए।

  • तुलसी में आयरन और पारा जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे दांतों को क्षति पहुंचा सकते हैं। इसलिए, तुलसी के पत्तों को अधिक चबाकर खाने से दांतों को क्षति हो सकती है।
  • तुलसी के पत्तों का अधिक मात्रा में सेवन करने से खून पतला होने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • गर्भवती महिला के लिए तुलसी के पत्ते हानिकारक साबित हो सकते हैं, इसलिए इन्हें खाना नहीं चाहिए।

तुलसी का पौधा दान करने से क्या प्राप्त होता है?

शास्त्रों के अनुसार, तुलसी का पौधा दान करना बहुत ही श्रेष्ठ और शुभ माना जाता है। तुलसी के पौधा दान से होने वाले कुछ लाभों के बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की है।

  • भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए Tulsi Ka Paudha दान करना।
  • इसके अतिरिक्त, माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु के आशीर्वाद प्राप्त होती है। इससे हमें धन की प्राप्ति होती है।
  • तुलसी का पौधा दान करने से हमें सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
  • तुलसी का पौधा दान करने से हमें आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है।

निष्कर्ष

मित्रों, आज हमने इस लेख के माध्यम से आपको बताया है कि क्या तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं, और क्या एकादशी के दिन Tulsi Ka Paudha लगाना चाहिए या नहीं। इसके अलावा, इस विषय से जुड़ी और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई है। हम उम्मीद करते हैं कि आज का हमारा लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा।

मित्रों, हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा आलेख 'तुलसी का पौधा/Tulsi Ka Paudha किसी को देना चाहिए या नहीं और तुलसी के पत्ते क्यों नहीं खाना चाहिए' पसंद आया होगा। धन्यवाद!

FAQs

घर में कौन-कौनसी तुलसी लगाना शुभ माना जाता है?

यद्यपि आप किसी भी प्रकार की तुलसी घर में लगा सकते हैं, लेकिन रामा और श्यामा तुलसी को घर में लगाना अत्यधिक श्रेष्ठ माना जाता है।

क्या तुलसी के पौधे में दूध डाला जा सकता है?

हाँ, वैसे तो तुलसी के पौधे में पानी ही चाहिए, परंतु आप चाहें तो दूध भी डाल सकते हैं। इसमें कोई बुराई नहीं है। अगर आप गुरुवार के दिन भगवान विष्णु का नाम लेते हुए तुलसी के पौधे में दूध डालते हैं, तो इससे आपको धन की प्राप्ति होती है और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।

तुलसी किस देवता के लिए चढ़ाई नहीं जा सकती है?

तुलसी को आप भगवान शंकर, गणेशजी, हनुमानजी के लिए चढ़ाई नहीं जा सकती हैं।

तुलसी के पौधे के पट्टे में शिवलिंग रखा जा सकता है क्या?

नहीं, तुलसी के पौधे में कभी भी शिवलिंग न रखें। क्योंकि तुलसी को भगवान शिव को भी चढ़ाई नहीं जाती है।

तुलसी को कब नहीं छूना चाहिए?

हालांकि, आप प्रतिदिन तुलसी की पूजा आदि कर सकते हैं, पर कुछ ऐसे दिन भी होते हैं जिनसे बचना चाहिए। उन दिनों तुलसी की पूजा और छूने से भी बचना चाहिए।

सामान्यत: शाम के समय में तुलसी को छूने से बचना चाहिए, जैसा कि मान्यता है। इसके अलावा, रविवार, एकादशी, चन्द्रग्रहण और सूर्यग्रहण के दिनों पर भी तुलसी को छूने से बचना चाहिए।

तुलसी के पास क्या रखना नहीं चाहिए?

अगर आपके आंगन में तुलसी लगी है, तो उसके आसपास सफाई का खास ध्यान रखें। तुलसी के पास आपको शिवलिंग, झाड़ू, कांटे दार पौधे, कूड़ादान, और जूते-चप्पलें नहीं रखनी चाहिए।

तुलसी पर सिंदूर लगाना संभव है क्या?

हाँ, आप सुबह के समय पूजा के दौरान तुलसी पर सिंदूर लगा सकते हैं।

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