Responsive Ad Slot

muhurat लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
muhurat लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

Saraswati Puja 2026: जानें तिथि, समय, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

कोई टिप्पणी नहीं

बुधवार

Saraswati Puja Date 2026: सरस्वती पूजा, जिसे वसंत पंचमी भी कहा जाता है, वह हिन्दू ज्ञान, संगीत, कला, बुद्धि, और शिक्षा की देवी - माँ सरस्वती को समर्पित एक त्योहार है। इस शुभ अवसर को उत्साह और उत्सव के साथ पूर्वोत्तर, पूर्वी, और उत्तर-पूर्वी भारत के क्षेत्रों में प्रमुख रूप से मनाया जाता है, जो हिन्दू चंद्र कैलेंडर के माघ मास की पाँचवीं तिथि को बताता है, जो ग्रीगोरियन कैलेंडर के अनुसार जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत के मिलता है।

saraswati-puja

2026 में, सरस्वती पूजा 23 जनवरी को मनाई जा रही है। इस त्योहार की पूजा तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व, और इस सम्बंधित परंपराओं को जानने के लिए आगे पढ़ें, जो बसंत के आगमन को सूचित करते हैं।

2026 में सरस्वती पूजा कब है?

Saraswati Puja 2026 Kab Hai: 2026 में, वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा शुक्रवार, 23 जनवरी को हो रही हैं।

Saraswati Puja 2026 Date and Time

Saraswati Puja in 2026/ यहां है सरस्वती पूजा 2026 के लिए मुख्य तिथियों और समयों की सूची:

  • सरस्वती पूजा की तिथि: शुक्रवार, 23 जनवरी 2026
  • पंचमी तिथि शुरू: 23 जनवरी 2026 को 02:28 PM बजे
  • पंचमी तिथि समाप्त: 24 जनवरी 2026 को 01:46 AM बजे
  • वसंत पंचमी मुहूर्त - सुबह 07:13 बजे से 12:33 बजे तक
  • अवधि - 05 घंटे 20 मिनट
  • पूजा के लिए आदर्श समय: सरस्वती आवाहन के समय से लेकर पंचमी तिथि समाप्त होने तक।

सरस्वती पूजा शुभ मुहूर्त: Saraswati Puja Shubh Muhurat

Saraswati Puja 2026 का सबसे शुभ और महत्वपूर्ण मुहूर्त सुधारित है, जैसा कि निम्नलिखित है:

  • वसन्त पंचमी सरस्वती पूजा मुहूर्त - 23 जनवरी 2026, शुक्रवार के दिन सुबह 07:13 से दोपहर 12:33 बजे तक। 
  • वसंत पंचमी मध्याह्न क्षण - 12:33 PM

इन शुभ मुहूर्तों में पूजा करना और सरस्वती मंत्रों का जाप करना, देवी सरस्वती के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

सरस्वती पूजा विधि और प्रक्रिया

पूजा रीति, मंत्र जाप, और आचार्यों में क्षेत्रीय भिन्नताएं हो सकती हैं, लेकिन यहां उस दिन को मनाने के लिए आवश्यक Saraswati Puja Vidhi है:

  • समय पर उठें, नहाएं, और शुद्धि के बाद ताजगी वाले कपड़े पहनें।
  • एक पूजा थाली तैयार करें, जिसमें अखंड चावल के अनाज, कमल और गुलाब के फूल, चंदन का पेस्ट, कुंकुम, हल्दी-कुंकुम, अक्षत, मिठाई, फल, पंचामृत, गंगाजल और एक घंटी हों। ये मन, ज्ञान, शुभ, बुद्धि, और देवी के आशीर्वाद की प्रतीक्षा करते हैं।
  • देवी सरस्वती की मूर्ति या चित्र को पीले या लाल कपड़े से ढ़के हुए एक लकड़ी की चौकी पर रखें। आप अध्ययन के प्रतीक के रूप में देवी के पास किताबें रख सकते हैं।
  • मूर्ति में देवी की आत्मा या 'आवाहन' करें।
  • धूप के साथ तेल या घी का दीया जलाएं।
  • अपनी प्रार्थनाएँ करें और Saraswati Mantras का जाप करें जैसे:

ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः॥

Om Aim Saraswatyai Namah॥

ॐ वाग्देव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि । तन्नो देवी प्रचोदयात्॥

Om Vagdevyai cha Vidmahe Kamarajaya Dheemahi। Tanno Devi Prachodayat॥

  • परंपरागत रूप से फूल, चावल, मिठाई, तिलक, और प्रसाद की प्रस्तुतियों के साथ सरस्वती पूजा करें। आरती के साथ समाप्त करें और घंटी बजाएं।
  • घर पर बनाए गए विशेष पकवान जैसे खीर, पूड़ी-सब्जी आदि का भोग लगाएं।
  • देवी सरस्वती को समर्पित औपचारिक संगीत और भजन गाएं या बजाएं।
  • इस दिन पढ़ाई न करें और मां सरस्वती को प्रसाद स्वरूप किताबें, पेन और नोटबुक किसी वंचित व्यक्ति को दान करें।
  • उत्सव समाप्त होने पर मूर्ति को आदरपूर्वक जल में डालकर विसर्जन करें और देवी को विदा कहें।

सरस्वती माता को क्या अर्पित करें?

केसर भात के भोग से ज्ञान की देवी मां सरस्वती अत्यंत प्रसन्न होती हैं। कहा जाता है कि इस भोग को लगाने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। केसर हलवा भी मां सरस्वती को अत्यधिक पसंद है। सरस्वती पूजा में केसर हलवा एक पारंपरिक भोग के रूप में चढ़ाया जाता है।

सरस्वती पूजा के दिन क्या नहीं करना चाहिए?

बसंत पंचमी पर कौन-कौन से कार्य करना वर्जित माना जाता है? इस दिन मां सरस्वती की आराधना की जाती है, जिसमें बिना स्नान किए किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। स्नान आदि करने के बाद ही मां सरस्वती की पूजा करें और उसके बाद ही कोई ग्रहण करें।

Saraswati Puja का महत्व और परंपराएँ

Saraswati Puja धार्मिक अनुष्ठानों से परे अपने गहरे अर्थ के लिए महत्वपूर्ण है। ज्ञान, कला और शिक्षा की संरक्षक देवी के रूप में, यह अवसर छात्रों के लिए एक नए साल की शुरुआत का प्रतीक है - एक सफल शैक्षणिक वर्ष के लिए Maa Saraswati से आशीर्वाद, ज्ञान और बुद्धि की कामना करते हैं। यह वसंत के आगमन का भी प्रतीक है, जिसे भारत में वसंत ऋतु/Vasant Ritu in India के रूप में जाना जाता है, जो फूलों वाले सरसों के खेतों की सुंदरता और जीवंतता से जुड़ा है।

यहां सरस्वती पूजा समारोह से जुड़ी कुछ परंपराएं और सांस्कृतिक प्रथाएं हैं:

  • लोग ज्ञान से भरा हुआ प्रकाशमय मन प्राप्त करने के लिए देवी सरस्वती की प्रार्थना करते हैं। छात्र अपनी किताबें, नोटबुक्स, और संगीत यंत्रों को पूजा के अल्टर पर रखकर मां सरस्वती की कृपा प्राप्त करते हैं। इस दिन पढ़ाई करने से वे समर्थानुसार बचते हैं, जो एक प्रकार के आदर्श के रूप में है।
  • फसल उत्सव होने के कारण, किसान वसंत के पहले दिन को मनाते हैं और अपने कृषि उपकरणों, मशीनरी और पाइपलाइनों की पूजा करते हैं।
  • भारत के कुछ क्षेत्रों में, बच्चों को उनके पहले शब्द, अक्षर, और किताबों से मिलता है, जब वे अपने शिक्षा के सफर की शुरुआत करते हैं - जैसा कि विद्यारम्भ (शिक्षा की शुरुआत) और अक्षरारम्भ (अक्षरों का परिचय) जैसे प्रतीकात्मक रीतिरिवाज होते हैं।
  • अधिकांश भक्त, खासकर युवा, परंपरागत पीले वस्त्र पहनते हैं, जो ज्ञान और खुशी का प्रतीक होता है। भगवान के लिए भोग प्रसाद के रूप में खीर, मिठा चावल का दलिया, बनाया जाता है, जो बुद्धि की प्राप्ति को सूचित करता है।
  • स्कूलों और शिक्षा केंद्रों में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं - बच्चे नृत्य प्रदर्शन और नाटक करते हैं और देवी सरस्वती/Goddess Saraswati को समर्पित कविता और श्लोक पढ़ते हैं।
  • इस अवसर पर यह भी अनुशंसा है कि पुस्तकें, नोटबुक्स, और कलमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को दान की जाएं, जो Saraswati Devi को समर्थन के रूप में सभी के लिए सुलभ शिक्षा को प्रोत्साहित करने का एक आदान-प्रदान है।

ऐसे सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व के साथ, सरस्वती पूजा आशा, समृद्धि, ज्ञान और भक्ति की भावना को एक साथ लाती है।

देवी सरस्वती की पूजा का आध्यात्मिक महत्व

Saraswati Puja Significance: हिंदू पौराणिक कथाओं और लोककथाओं में, मां सरस्वती को सभी ज्ञान - दिव्य और आध्यात्मिक दोनों - के स्रोत के रूप में प्रतिष्ठित किया जाता है। वह रचनात्मक प्रेरणा, भाषण की शक्ति और ब्रह्मांडीय ज्ञान का प्रतीक है। देवी लक्ष्मी और दुर्गा की तरह, सरस्वती देवी सर्वोच्च स्त्री शक्ति ऊर्जा की त्रिमूर्ति बनाती हैं। वह सावित्री और गायत्री जैसे दिव्य रूपों, वैदिक मीटर और हिंदू धर्म के सबसे शक्तिशाली मंत्रों में प्रकट हुई हैं।

देवी सरस्वती के चार हाथ मानव व्यक्तित्व और शिक्षा के चार पहलुओं को प्रतिष्ठित करते हैं - मन, बुद्धि, चौकसी, और अहंकार। जैसा कि एक नदी के किनारे पौधों को फूलने और फलने के लिए सही वातावरण प्रदान करते हैं, वैसे ही सरस्वती व्यक्ति की जीभ में निवास करती है, जो बुद्धिमत्ता के लिए उच्च वातावरण (भाषा और ज्ञान के माध्यम से) प्रदान करती है।

इस दिव्य ब्रह्मांडीय ऊर्जा और सभी ज्ञान के भंडार से आशीर्वाद प्राप्त करना किसी को धार्मिक मार्ग की ओर ले जाता है, अज्ञान और पीड़ा को दूर करता है। इसलिए, सरस्वती माँ की पूजा करना, उनकी अतीन्द्रिय और अलौकिक गुणों को समझकर, अंतिम ज्ञान प्राप्त करने और चेतना की यात्रा में आत्म-साक्षात्कार प्राप्त करने का याग्य माना जाता है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, Saraswati Puja एक धार्मिक उत्सव से अधिक है। मंत्र, श्लोक, सामाजिक कल्याण, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ रौंगती भरी धूम में, जो सरस्वती देवी को समर्पित हैं, यह अवसर उत्साही आत्मा की ओर संकेत करता है जो वसंत, ज्ञान, संभावनाएं, और विकास को लेकर आता है।

Saraswati Puja 2026 Date: Year 2026 में, जब वसंत पंचमी शुक्रवार, 23 जनवरी को आ रहा है, इस महत्व, रीति, और विवरण को ध्यान में रखकर अपने घर, शिक्षा केंद्र, या समुदाय में सरस्वती पूजा का आयोजन करें। मां सरस्वती के दैवी आशीर्वाद आपके आगामी सफलता को प्रकाशित करें!

FAQs

सरस्वती पूजा क्यों मनाई जाती है?

सरस्वती पूजा हिंदू ज्ञान, संगीत, कला, ज्ञान और शिक्षा की देवी - देवी सरस्वती के सम्मान में मनाई जाती है। यह एक सफल शैक्षणिक वर्ष के लिए आशीर्वाद चाहने वाले छात्रों के लिए वसंत की शुरुआत और नए साल की शुरुआत का प्रतीक है।

पूजा के दौरान देवी सरस्वती को क्या चढ़ाया जाता है?

सरस्वती पूजा के दौरान देवी को फूल, अक्षत, मिठाई, फल, खीर, चंदन का लेप और किताबें अर्पित की जाती हैं। संगीत वाद्ययंत्र और सीखने के उपकरण भी उनकी मूर्ति या छवि के पास रखे जा सकते हैं।

लोग सरस्वती पूजा कैसे मनाते हैं?

लोग पारंपरिक पीले कपड़े पहनकर, उपवास रखकर, रसोई में विशेष प्रसाद तैयार करके और स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करके जश्न मनाते हैं। किताबें, कलम और नोटबुक अक्सर वंचितों को भी दान किए जाते हैं।

सरस्वती पूजा पर छात्र पढ़ाई क्यों नहीं करते?

छात्र देवी के प्रति सम्मान और भक्ति के रूप में सरस्वती पूजा के दिन पढ़ाई नहीं करते हैं। वे पूजा में भाग लेते हैं और पूजा के इस विशेष दिन पर ज्ञान और आशीर्वाद के लिए शैक्षणिक गतिविधियों से दूर रहते हैं।

Basant Panchami 2026: जाने कब है बसंत पंचमी, तिथि, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

कोई टिप्पणी नहीं

Jane Kab hai Basant Panchami 2026: यह त्योहार देवी सरस्वती को समर्पित है। जानें 2026 में बसंत पंचमी के महत्व, पूजा विधि, मुहूर्त समय, कथा और तिथि के बारे में विस्तार से पढ़ें।

Basant Panchami 2026: बसंत पंचमी, जिसे Vasant Panchami or Saraswati Puja के रूप में भी संदर्भित किया जाता है, प्रतिवर्ष बसंत के आगमन की सूचना देने के लिए मनाया जाने वाला एक शुभ हिन्दू त्योहार है। इस उत्सव के अवसर पर हम सरस्वती की भी पूजा करते हैं, जो संगीत, ज्ञान, कला, और शिक्षा की हिन्दू देवी हैं। 2026 में, बसंत पंचमी को 23 जनवरी को मनाया जाएगा।

basant-panchami-2024

आगे बढ़ने के लिए पढ़ें और जानें कि Basant Panchami 2026 के उत्सव के लिए पूजा तिथि, महत्व, पूजा के तरीके, संबंधित किस्से, और बसंत पंचमी के शुभ मुहूर्त समय।

2026 में बसंत पंचमी कब है?

2026 Me Basant Panchami Kab Hai: बसंत पंचमी प्रतिवर्ष हिन्दू माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होता है। हिन्दू चंद्र सौर कैलेंडर के अनुसार, यह तिथि ग्रीगोरियन कैलेंडर के लेट जनवरी या शुरू फरवरी को मिलती है।

Vasant Panchami के दिन, सरस्वती भक्तों को सकारात्मक परिणामों के लिए सबसे शुभ क्षणों में पूजा और बलियाँ अर्पित करनी चाहिए। 2026 में, उत्सव को बसंत पंचमी की तिथि और देवी सरस्वती पूजा मुहूर्त/Goddess Saraswati Puja Muhura के साथ याद किया जाएगा।

Know the Basant Panchami 2026 Date and Time

  • तिथि: शुक्रवार, 02 जनवरी, 2026
  • वसंत पंचमी मुहूर्त - सुबह 07:13 बजे से 12:33 बजे तक
  • अवधि - 05 घंटे 20 मिनट
  • बसंत पंचमी मध्याह्न का समय - 12:33 बजे तक
  • पंचमी तिथि आरंभ - 23 जनवरी 2026 को 02:28 AM बजे से
  • पंचमी तिथि समाप्त - 24 जनवरी 2026 को 01:46 AM बजे

चुना गया Shubh Muhurat आम तौर पर शहर के अनुसार अलग-अलग होता है, इसलिए अपने स्थान पर सटीक समय के लिए किसी भी हिंदू पंचांग या पंचांग की जांच करें। अधिकतम लाभ के लिए अपनी 2026 Vasant Panchami प्रार्थनाओं को तदनुसार निर्धारित करें।

Also Read: चलिए जानते है बसंत पंचमी 2026 शुभ विवाह मुहूर्त के दिन

2026 Vasant Pancham महोत्सव के बारे में सब कुछ

जैसे ही वसंत ऋतु आती है, देश भर में हिंदू बसंत या वसंत पंचमी मनाते हैं, जो भव्यता से चिह्नित एक शुभ त्योहार है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन, पंचमी तिथि को होने वाली इसे दक्षिणी क्षेत्रों में श्री पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार दुनिया के निर्माता ब्रह्मा की पत्नी देवी सरस्वती की पूजा/Saraswati Puja के लिए समर्पित है। इस महत्वपूर्ण दिन पर, उन्हें संगीत, कला, ज्ञान और विद्या की देवी के रूप में पूजा जाता है।

भक्तों की मान्यताओं के अनुसार, देवी सरस्वती की पूजा करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनकी अनुपस्थिति दुनिया को अज्ञानता के अंधेरे में डुबो देगी। हिंदू पौराणिक कथाओं में, देवी सरस्वती ब्रह्मांड में ज्ञान का प्रतीक हैं। इसीलिए यह दिन देवी सरस्वती के पसंदीदा प्रतीक पीले सरसों के फूलों के खिलने का जश्न मनाता है।

Basant Panchami 2026 पर सरस्वती पूजा करने की विधि क्या है?

इस त्योहार के दौरान, देश भर के परिवार उज्जवल भविष्य के लिए देवी सरस्वती का आशीर्वाद मांगते हैं। नीचे, हमने एक सफल करियर और शैक्षणिक जीवन के लिए सरस्वती पूजा/Saraswati Puja करने के विभिन्न चरणों की रूपरेखा दी है।

  • देवी सरस्वती की मूर्ति को लकड़ी के मंच पर रखें और उन्हें पीले वस्त्र पहनाएं।
  • पूजा क्षेत्र को रंगोली से सजाएं।
  • दाहिनी ओर जलता हुआ तेल का दीपक रखें।
  • ध्यान में संलग्न हों और प्रतिज्ञा या संकल्प लें।
  • निर्विघ्न पूजा के लिए आशीर्वाद पाने के लिए भगवान गणेश का आह्वान करें।
  • देवी सरस्वती को बुलाने के लिए आवाहन करें।
  • मूर्ति के लिए अर्घ्य, आचमनिया और स्नान अनुष्ठान करें।
  • देवी को घी, शहद, दही, गाय के दूध और गुड़ से बना पंचामृत अर्पित करें।
  • मूर्ति पर गंगाजल चढ़ाएं।
  • मूर्ति को हल्दी, चंदन, सिन्दूर और फूलों से सजाएं।
  • देवी को नैवेद्यम अर्पित करें, साथ में ताम्बुलम - एक थाली जिसमें पान के पत्ते, मेवे, नारियल, हल्दी और केला शामिल हो।
  • अनुष्ठान का समापन आरती के साथ करें और प्रणाम करें।

बसंत पंचमी महोत्सव का महत्व क्या है?

जैसे ही भारत में वसंत ऋतु शुरू होती है, प्रकृति पीले सरसों के फूलों से खिल उठती है, जिन्हें हिंदी में 'बसंत' के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि इस रंग की जीवंतता और प्रसन्नता सकारात्मकता और उल्लास का संचार करती है, जो वसंत के आगमन का संकेत देती है।

इस प्रकार, बसंत पंचमी प्रकृति की रचना का सम्मान करने और आने वाले एक समृद्ध वर्ष के वादे के सांस्कृतिक उत्सव का प्रतीक है। लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं और पीले खाद्य पदार्थों जैसे केसर चावल, मीठे व्यंजन आदि का आनंद लेते हैं। पतंग उड़ाने का उत्सव भी मनाया जाता है क्योंकि आसमान में पीली पतंगें दिखाई देती हैं।  

इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस दिन उत्साहपूर्वक देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। संगीत, ज्ञान और ज्ञान के स्रोत के रूप में, परिवार एक समृद्ध वर्ष के लिए मां सरस्वती का आशीर्वाद मांगते हैं। छात्र शिक्षा और रचनात्मक कलाओं में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए उनके दैवीय हस्तक्षेप की भी तलाश करते हैं। इस अवसर पर मंदिर और शैक्षणिक संस्थान विशेष सरस्वती पूजा का आयोजन करते हैं।

कुल मिलाकर, यह एक जीवंत वसंत उत्सव है जो पुनर्जन्म, नवीनीकरण और ज्ञान के प्रति श्रद्धा पर केंद्रित है।

बसंत पंचमी मंत्र / Basant Panchami Mantra in Hindi

  • या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।।
  • या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता। सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा।।
  • Ya Kundendutusharhardhavla Ya Shubhravastravrata
  • Ya Veenavardandamanditkara Ya Shvetapadmasana
  • Ya Brahmachyut Shankarprabhritibhirdevai Sada Vandita
  • Sa Maa Patu Saraswati Bhagwati Nihsheshjadyapaha.

Basant Panchami का मनाया जाने का कारण

बसंत पंचमी का त्योहार हिंदू पंचांग के मार्ग मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है, जो सामान्यत: जनवरी और फरवरी के बीच आता है। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है, जो ज्ञान, कला, संगीत, और विद्या की देवी हैं। बसंत पंचमी को वसंत ऋतु के प्रारंभ का सूचक माना जाता है, जो हरियाली, फूलों, और नए जीवन की शुरुआत का प्रतीक है।

इस दिन शिक्षार्थियों और कलाकारों द्वारा देवी सरस्वती की पूजा की जाती है ताकि उन्हें ज्ञान और कला में आशीर्वाद मिले, और लोगों को नए आरंभ के लिए प्रेरित करे। बसंत पंचमी को वसंत के साथ जुड़ा होता है और इसे सुंदर फूल, रंग-बिरंगे वसंत के साथ मनाने का अवसर मिलता है। इस त्योहार को लोग बच्चों से लेकर बड़ों तक बहुत समर्पण भाव से मनाते हैं और समाज में एकता और उत्साह का माहौल बनाते हैं।

2026 बसंत पंचमी पूजा की विधि क्या है?

Basant Panchami के दिन हिंदू भगवान ब्रह्मा के साथ-साथ देवी सरस्वती की भी विधि-विधान से पूजा करते हैं। पूजा के दौरान पीले फूल, फल और मिठाइयां चढ़ाई जाती हैं। यहां घर पर बसंत पंचमी पूजा करने की चरण-दर-चरण प्रक्रिया दी गई है:

  • अपने पूजा स्थल को साफ और स्वच्छ करें। इसे पीले फूलों, आम के पत्तों और केले के पौधों से सजाएं। आप ज्ञान और रचनात्मक कलाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए किताबें, संगीत वाद्ययंत्र, स्टेशनरी आदि भी रख सकते हैं।
  • पूजा के केंद्र के रूप में सरस्वती की मूर्ति या छवि स्थापित करें। वैकल्पिक रूप से, मूर्ति के स्थान पर कपूर की लौ जलाकर रखें।
  • भगवान ब्रह्मा का आह्वान करें और उनसे देवी सरस्वती को पूजा समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने का अनुरोध करें।
  • कपूर या अगरबत्ती से सरस्वती की साधारण आरती करें। चंदन का लेप, कुमकुम, पीले फूल और मीठे चावल या अन्य पीले रंग का प्रसाद चढ़ाएं।
  • 'ओम सरस्वती नमः' जैसे सरस्वती मंत्रों का जाप करें और भजन सामूहिक रूप से उन्हें समर्पित हैं।
  • परिवार के बड़े सदस्य बच्चों के साथ देवी के बारे में पौराणिक कहानियाँ साझा कर सकते हैं और उनकी पवित्र शिक्षाएँ प्रदान कर सकते हैं।
  • सरस्वती को प्रणाम और भक्ति करके और प्रसाद वितरित करके पूजा समाप्त करें।

Basant Panchami से जुड़ी पौराणिक कथा क्या है?

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी सरस्वती का जन्म माघ शुक्ल पंचमी के इस शुभ दिन पर हुआ था जब ब्रह्मा ने उन्हें अपनी सहचरी बनाया था।

एक बार ब्रह्मा ने एक महान यज्ञ किया जिसमें से एक युवा लड़की निकली। शुद्ध सफेद साड़ी और शानदार गहनों से सजी हुई उनके हाथों में वीणा और पांडुलिपि थी। ब्रह्मा ने तुरंत उसे अपनी पत्नी के रूप में पहचान लिया, जो उसके विचारों से उत्पन्न हुई थी, दिव्य ज्ञान और लालित्य से संपन्न थी।

इस प्रकार, उन्होंने उसका नाम सरस्वती रखा, जिसका अर्थ है "स्वयं का सार"। जैसे ही वह शालीनता से ब्रह्मा की ओर बढ़ी, उसके पैरों के नीचे हरी-भरी घास उग आई और उसकी राह में कमल खिल गए। यह दिव्य जोड़ा बाद में दुनिया में ज्ञान, संगीत और आध्यात्मिकता को सशक्त बनाने वाली दोहरी ताकत बन गया।

एक अन्य लोकप्रिय कहानी में सरस्वती द्वारा अपने पति ब्रह्मा को श्राप देना शामिल है, जब उन्होंने किसी अन्य महिला पर नज़र डाली थी। क्रोधित होकर, सरस्वती ने उन्हें शाप दिया कि लोग कभी भी उनकी पूजा नहीं करेंगे। तुरंत पश्चाताप करते हुए, ब्रह्मा ने जवाब दिया कि उनका श्राप उनके जन्म के पवित्र दिन बसंत पंचमी पर प्रभावी होगा। तब से बसंत पंचमी पर ब्रह्मा के प्रति प्रकट समर्पण के बजाय देवी सरस्वती की पूजा करने वाले समारोह मुख्य उत्सव बन गए।

Also Read: Holi 2026: Date and Time, History, Holika Dahan Muhurat 2026

Vasant Panchami पर बनाये जाने वाले क्लासिक व्यंजन

चूंकि बसंत पंचमी जीवंत पीले रंग में डूबी हुई है, इस विशेष दिन पर तैयार किए गए व्यंजन भी पीले रंग के रंगों को दर्शाते हैं। इस अवसर पर विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं, जो दिलों को पीले रंग के समान आशावाद और समृद्धि की भावना से भर देते हैं। इस शुभ दिन पर देश के विभिन्न क्षेत्रों में बनाए जाने वाले व्यंजन नीचे दिए गए हैं:

  • खिचड़ी: दाल और चावल के मिश्रण को प्रचुर मात्रा में घी के साथ पकाया जाता है, खिचड़ी को अचार, पापड़, दही और सलाद जैसे विभिन्न ऐपेटाइज़र के साथ पूरक किया जाता है।
  • पकौड़े: बंगाली परिवार इस अवसर को प्याज, आलू, फूलगोभी और कद्दू जैसी विभिन्न सब्जियों से बने पकौड़े तैयार करके मनाते हैं।
  • बेगुनी: बैंगन से तैयार किया गया पकौड़ा, बीगनी, खिचड़ी के आवश्यक साथी के रूप में काम करता है।
  • केसरी चावल: पंजाब और पड़ोसी क्षेत्रों में लोकप्रिय मिठाई, जिसे मीठे चावल के नाम से भी जाना जाता है।
  • केसरी राजभोग: केसर युक्त चीनी की चाशनी में डूबे पनीर से यह स्वादिष्ट मिठाई बनती है।
  • नारियाल बर्फी: केसर युक्त कसा हुआ नारियल चीनी और मावा के साथ मिलकर यह स्वादिष्ट मिठाई बनाती है।
  • कुल चटनी: यह त्योहार कुल या भालू के फल से बने अचार और डिप के बिना अधूरा है।
  • बूंदी के लड्डू: कोई भी सरस्वती पूजा इन प्रतिष्ठित भारतीय मिठाई वस्तुओं के बिना पूरी नहीं होती है।

जानिए Vasant Panchami 2026 के ज्योतिषीय लाभ

ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सरस्वती पूजा करने से शुक्र, बृहस्पति, चंद्र और बुध ग्रह सहित विभिन्न ग्रहों के प्रतिकूल प्रभावों को कम किया जा सकता है। इस पूजा का व्यापक लाभ महादशा और अंतर्दशा का अनुभव करने वाले व्यक्तियों को राहत प्रदान करने तक फैला हुआ है।

जो लोग अपनी जन्म कुंडली में विशिष्ट दशाओं से गुजर रहे हैं, उनके लिए इस पूजा को दान और दान के कार्यों के साथ जोड़ने से ग्रहों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, बृहस्पति, चंद्रमा, शुक्र या बुध के वक्री होने से प्रभावित व्यक्ति भी इस पूजा से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

Basant Panchami से जुड़ी कहानियाँ

इस दिन से जुड़ी सबसे प्रसिद्ध किंवदंतियों में से एक प्रेम के देवता कामदेव और उनकी प्यारी पत्नी रति के साथ उनके मिलन की कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है। पौराणिक कथाओं में, देवी पार्वती ने भगवान शिव को उनके गहन ध्यान से जगाने के लिए काम देव की सहायता मांगी। दुनिया की उथल-पुथल और शिव की उपस्थिति की आवश्यकता को देखते हुए, पार्वती ने काम देव से गन्ने से एक धनुष बनाने और शिव का ध्यान भौतिक दुनिया की ओर वापस लाने के लिए फूलों से बना तीर चलाने का आग्रह किया।

हालाँकि, इन कार्यों से क्रोधित होकर शिव ने अपनी तीसरी आँख खोली, जिससे दुनिया का विनाश हुआ। इस प्रक्रिया में, उसने प्रेम के देवता को जलाकर राख कर दिया। कामदेव की पत्नी रति की याचिका का जवाब देते हुए, शिव ने अंततः पति-पत्नी को फिर से मिलाते हुए, उनके पति के जीवन को बहाल कर दिया। इसके अलावा, यह घटना भगवान शिव की वैराग्य अवस्था से गृहस्थ जीवन (गृहस्थ अवस्था) में लौटने का प्रतीक है।

शुभ दिनों की एक श्रृंखला की शुरुआत को चिह्नित करते हुए, Basant Panchami 2026 की तारीख ठंडी सर्दियों के समापन का प्रतीक है और उज्ज्वल धूप की अवधि का स्वागत करती है। यह आशावाद और सीखने का आनंद लेने का क्षण है, क्योंकि ये तत्व हमें जीवन में प्रगति करने के लिए प्रेरित करते हैं।

निष्कर्ष

हर साल, माघ शुक्ल पंचमी दैवीय विधान और श्रद्धा के साथ वसंत का हर्षित वादा लेकर आती है। 23 जनवरी को 2026 समारोह में मां सरस्वती की महिमा और प्रकृति के जागरण की भव्य बसंत पंचमी उत्सव मनाया जाएगा।

आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण इस अवसर का सम्मान पीले रंग के कपड़े पहनकर, व्यंजनों का आनंद लेकर, पतंग उड़ाकर और सच्चे मन से देवी सरस्वती की पूजा करके करें। उनकी शाश्वत बुद्धिमत्ता और कलात्मक प्रतिभा आपको रचनात्मक प्रेरणा और बुद्धि का उपहार देगी।

यह बसंत पंचमी आपके सभी सपनों और समृद्धि को पूरा करे!

FAQs

2026 में Basant पंचमी कब है?

Saraswati Puja 2026 Date: सरस्वती पूजा और वसंत पंचमी प्रतिवर्ष मार्ग मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है, और 2026 में, सरस्वती पूजा और वसंत पंचमी 23 जनवरी 2026, शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस बार सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त 23 जनवरी 2026, शुक्रवार को सुबह 07:13 बजे से 12:33 बजे तक पर होगा।

बसंत पंचमी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

ऐसा माना जाता है कि ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती वसंत पंचमी के दिन ही सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा के मुख से प्रकट हुई थीं। इसी कारण से सभी ज्ञान के उपासक वसंत पंचमी के दिन अपनी आराध्य देवी सरस्वती की पूजा करते हैं।

घर पर Basant Panchami कैसे बनाएं?

वसंत पंचमी के दिन, उठें, अपने घर और पूजा क्षेत्र को साफ करें और सरस्वती पूजा के लिए स्नान करें। चूंकि पीला रंग देवी सरस्वती का पसंदीदा रंग है, इसलिए नहाने से पहले पूरे शरीर पर नीम और हल्दी का लेप लगाएं। स्नान के बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें।

2026 में सरस्वती पूजा कब है?

जानें 2026 में, सरस्वती पूजा 23 जनवरी 2026, शुक्रवार को मनाई जाएगी।

Also Read: Namkaran Muhurat 2026: जानें शुभ तिथि, दिन, समय और महत्व

Property Purchase Shubh Muhurat 2026: जानें प्रॉपर्टी खरीदने के लिए इस वर्ष का शुभ समय और तिथियाँ

कोई टिप्पणी नहीं

Property Purchase Shubh Muhurat 2026: यदि आप भी साल 2026 में अपने सपनों का घर लेने की सोच रहे हैं, तो आने वाले ये शुभ मुहूर्त आपके लिए अत्यंत शुभदायी साबित हो सकते हैं। घर खरीदना केवल एक बड़ा आर्थिक निर्णय नहीं, बल्कि जीवन के नए अध्याय की शुरुआत भी है।

property-purchase-shubh-muhurat-2026

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार प्रॉपर्टी खरीदने का शुभ समय वह होता है जब ग्रह-नक्षत्र आपकी किस्मत का साथ दे रहे हों। ऐसे मुहूर्त में संपत्ति खरीदने से न केवल निवेश में सफलता और स्थिरता मिलती है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का विशेष रूप से आगमन भी होता है।

इन मुहूर्तों का निर्धारण विशेष तिथियों और समय को ध्यान में रखकर किया जाता है, ताकि ग्रहों की अनुकूल स्थिति से आपके निर्णय में शुभ परिणाम मिल सकें। ऐसा माना जाता है कि शुभ तिथि पर प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन (Shubh Dates For Property Registration) कराने से संपत्ति आपके लिए लाभकारी सिद्ध होती है। हालांकि, यह भी उतना ही आवश्यक है कि जिस प्रॉपर्टी में आप निवेश कर रहे हैं, वह सुरक्षित और आपके लिए उपयुक्त हो।

प्रॉपर्टी खरीदने के शुभ मुहूर्त 2026 - Property Purchase Shubh Muhurat 2026

साल 2026 में प्रॉपर्टी खरीदने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अनेक शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) हर महीने में उपलब्ध हैं। हमने आपके लिए हिन्दू पंचांग के आधार पर साल 2026 के शुभ प्रॉपर्टी खरीद मुहूर्त (Shubh Property Purchase Muhurat 2026) तैयार किए हैं, ताकि आप उचित तिथि, दिन, शुभ मुहूर्त और नक्षत्र पर अपने कार्य सफलतापूर्वक संपन्न कर सकें।

जनवरी 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

जनवरी का महीना नये साल की शुभ शुरुआत का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इस महीने में प्रॉपर्टी से जुड़े कार्य करना अत्यंत मंगलकारी होता है। बात करे हिन्दू पंचांग के अनुसार, तो जनवरी में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए कुल 9 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जाये की वर्ष 2026 में संपत्ति खरीदने के लिए 1, 2, 8, 15, 16, 22, 23, 29 और 30 जनवरी की तिथियां विशेष रूप से शुभ मानी जाती हैं।

जनवरी महीने में प्रॉपर्टी खरीदने के मुहूर्त यहाँ देखें! (January 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 1 जनवरी 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: रात 10:48 से 2 जनवरी 2026, सुबह 07:14 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि: चतुर्दशी।
  • 2 जनवरी 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:14 से रात 08:04 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि: चतुर्दशी, पूर्णिमा।
  • 8 जनवरी 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:15 से दोपहर 12:24 बजे तक, नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी, तिथि: षष्ठी।
  • 15 जनवरी 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:47 से 16 जनवरी 2026, सुबह 07:15 बजे तक, नक्षत्र: मूल, तिथि: त्रयोदशी।
  • 16 जनवरी 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:15 से 17 जनवरी 2026, सुबह 07:15 बजे तक, नक्षत्र: मूल, तिथि: त्रयोदशी, चतुर्दशी।
  • 22 जनवरी 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: दोपहर 02:27 से 23 जनवरी 2026, सुबह 07:13 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि: चतुर्थी, पञ्चमी।
  • 23 जनवरी 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:13 से दोपहर 02:33 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि:पञ्चमी।
  • 29 जनवरी 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:31 से 30 जनवरी 2026, सुबह 05:29 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि: एकादशी, द्वादशी।
  • 30 जनवरी 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 03:27 से 31 जनवरी 2026, सुबह 07:10 बजे तक, नक्षत्र: पुनर्वसु, तिथि:त्रयोदशी।

फरवरी 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

साल का दूसरा महीने फरवरी है यदि आप फरवरी के महीने में प्रॉपर्टी खरीदने के लिए कई शुभ अवसर लेकर आता है। यदि इस महीने में नया घर, जमीन या अन्य कोई संपत्ति खरीदने का विचार है, तो हिन्दू पंचांग के अनुसार, फरवरी में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए कुल 6 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 12, 13, 19, 20, 26 और 27 फरवरी 2026 की तिथियां विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

फ़रवरी महीने में प्रॉपर्टी खरीदने के मुहूर्त यहाँ देखें! (February 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 12 फरवरी 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: दोपहर 01:42 से 13 फरवरी 2026, सुबह 07:01 बजे तक, नक्षत्र: मूल, तिथि:एकादशी।
  • 13 फरवरी 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:01 से 14 फरवरी 2026, सुबह 07:00 बजे तक, नक्षत्र: मूल, पूर्वाषाढा, तिथि: एकादशी, द्वादशी।
  • 19 फरवरी 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:56 से रात 08:52 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि: द्वितीया, तृतीया।
  • 20 फरवरी 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: रात 08:07 से 21 फरवरी 2026, सुबह 06:54 बजे तक, नक्षत्र: रेवती, तिथि:चतुर्थी।
  • 26 फरवरी 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:49 से दोपहर 12:11 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि:दशमी।
  • 27 फरवरी 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 10:48 से 28 फरवरी 2026, सुबह 06:47 बजे तक, नक्षत्र: पुनर्वसु, तिथि: एकादशी, द्वादशी।

Read Also: Vivah Shubh Muhurat 2026 | Griha Pravesh Shubh Muhurat 2026

मार्च 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

मार्च का महीना नए घर या संपत्ति में निवेश के लिए कई शुभ तिथियां लेकर आता है। यदि इस समय प्रॉपर्टी खरीदने की योजना है, तो हिन्दू पंचांग के अनुसार इस महीने में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए 6 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की साल 2026 में 12, 13, 19, 20, 26 और 27 मार्च 2026 की तिथियां आपके लिए अत्यंत शुभ मानी गई हैं।

मार्च महीने में प्रॉपर्टी खरीद के मुहूर्त यहाँ देखें! (March 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 12 मार्च 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:34 से 13 मार्च 2026, सुबह 06:33 बजे तक, नक्षत्र: मूल, पूर्वाषाढा, तिथि:नवमी।
  • 13 मार्च 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:33 से 14 मार्च 2026, सुबह 03:03 बजे तक, नक्षत्र: पूर्वाषाढा, तिथि:दशमी।
  • 19 मार्च 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 04:05 से 20 मार्च 2026, सुबह 04:52 बजे तक, नक्षत्र: रेवती, उत्तर भाद्रपद, तिथि: द्वितीया, प्रतिपदा।
  • 20 मार्च 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:25 से 21 मार्च 2026, सुबह 02:27 बजे तक, नक्षत्र: रेवती, तिथि:द्वितीया।
  • 26 मार्च 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: दोपहर 04:19 से 27 मार्च 2026, सुबह 06:17 बजे तक, नक्षत्र: पुनर्वसु, तिथि:नवमी।
  • 27 मार्च 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:17 से दोपहर 03:24 बजे तक, नक्षत्र: पुनर्वसु, तिथि: नवमी, दशमी।

अप्रैल 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

अप्रैल का महीना प्रॉपर्टी खरीदने और निवेश के लिए शुभ अवसरों से भरा होता है। बात करे हिन्दू पंचांग के अनुसार, तो इस महीने में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए 6 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 9, 10, 16, 17, 23 और 24 अप्रैल 2026 की तिथियां संपत्ति क्रय के लिए विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

अप्रैल महीने में प्रॉपर्टी खरीद मुहूर्त को यहाँ देखें! (April 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 9 अप्रैल 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:02 से 10 अप्रैल 2026, सुबह 06:01 बजे तक, नक्षत्र: मूल, पूर्वाषाढा, तिथि: सप्तमी, अष्टमी।
  • 10 अप्रैल 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:01 से सुबह 11:28 बजे तक, नक्षत्र: पूर्वाषाढा, तिथि:अष्टमी।
  • 16 अप्रैल 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: दोपहर 01:59 से 17 अप्रैल 2026, सुबह 05:54 बजे तक, नक्षत्र: रेवती, तिथि: चतुर्दशी, अमावस्या।
  • 17 अप्रैल 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:54 से दोपहर 12:02 बजे तक, नक्षत्र: रेवती, तिथि:अमावस्या।
  • 23 अप्रैल 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:48 से रात 08:57 बजे तक, नक्षत्र: पुनर्वसु, तिथि:सप्तमी।
  • 24 अप्रैल 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: रात 08:14 से 25 अप्रैल 2026, सुबह 05:46 बजे तक, नक्षत्र: अश्लेशा, तिथि:नवमी।

मई 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

साल का पांचवा महीना मई है यदि आप मई के महीना में नए घर या जमीन खरीदने के लिए कुछ खास और शुभ तिथियां प्रदान करता है। बात करे हिन्दू पंचांग के अनुसार, तो मई में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए कुल 3 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की साल 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए 1, 7 और 14 मई की तिथियां प्रॉपर्टी खरीद के लिए विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

मई महीने में प्रॉपर्टी खरीदने के मुहूर्त यहाँ देखें! (May 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 1 मई 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 04:35 से 2 मई 2026, सुबह 05:40 बजे तक, नक्षत्र: विशाखा, तिथि:प्रतिपदा।
  • 7 मई 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:36 से शाम 06:46 बजे तक, नक्षत्र: पूर्वाषाढा, तिथि: पञ्चमी, षष्ठी।
  • 14 मई 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:31 से रात 10:34 बजे तक, नक्षत्र: रेवती, तिथि: द्वादशी, त्रयोदशी।

जून 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

जून का महीना प्रॉपर्टी में निवेश करने और नया घर खरीदने के लिए शुभ अवसर प्रदान करता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार जून महीने में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए कुल 4 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 18, 19, 25 और 26 जून को संपत्ति क्रय के लिए विशेषतः शुभ तिथियां मानी गई हैं।

जून महीने में प्रॉपर्टी खरीदने के मुहूर्त यहाँ देखें! (June 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 18 जून 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 11:32 से 19 जून 2026, सुबह 05:23 बजे तक, नक्षत्र: अश्लेशा, तिथि: चतुर्थी, पञ्चमी।
  • 19 जून 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:23 से 20 जून 2026, सुबह 05:24 बजे तक, नक्षत्र: अश्लेशा, मघा, तिथि: पञ्चमी, षष्ठी।
  • 25 जून 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: शाम 04:29 से 26 जून 2026, सुबह 05:25 बजे तक, नक्षत्र: विशाखा, तिथि: एकादशी, द्वादशी।
  • 26 जून 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:25 से 27 जून 2026, सुबह 05:25 बजे तक, नक्षत्र: विशाखा, अनुराधा, तिथि: द्वादशी, त्रयोदशी।

जुलाई 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

जुलाई का महीना संपत्ति खरीदने वालों के लिए कई खास और शुभ अवसर प्रस्तुत करता है। बात करे हिन्दू पंचांग के अनुसार, तो जुलाई के महीने में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए कुल 4 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 16, 17, 23 और 24 जुलाई की तिथियां प्रॉपर्टी क्रय हेतु विशेष रूप से मंगलकारी मानी जाती हैं।

जुलाई महीने में प्रॉपर्टी खरीद मुहूर्त को यहाँ देखें! (July 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 16 जुलाई 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:34 से 17 जुलाई 2026, सुबह 05:34 बजे तक, नक्षत्र: अश्लेशा, मघा, तिथि: द्वितीया, तृतीया।
  • 17 जुलाई 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:34 से 18 जुलाई 2026, सुबह 04:42 बजे तक, नक्षत्र: मघा, पूर्वाफाल्गुनी, तिथि:चतुर्थी।
  • 23 जुलाई 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:37 से 24 जुलाई 2026, सुबह 05:38 बजे तक, नक्षत्र: विशाखा, अनुराधा, तिथि: नवमी, दशमी।
  • 24 जुलाई 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:38 से 25 जुलाई 2026, सुबह 04:36 बजे तक, नक्षत्र: अनुराधा, तिथि: दशमी, एकादशी।

Also Read: बजरंग बाण कितनी बार पढ़ना चाहिए - बजरंग बाण कब पढ़ना चाहिए

अगस्त 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

अगस्त का महीना प्रॉपर्टी खरीदने और निवेश के लिए अनुकूल माना जाता है। बात करे हिन्दू पंचांग के अनुसार, तो अगस्त में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए कुल 5 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 13, 14, 20, 21 और 28 अगस्त को संपत्ति क्रय के लिए विशेष रूप से शुभ तिथियां मानी गई हैं।

अगस्त महीने में प्रॉपर्टी खरीद मुहूर्त यहाँ देखें! (August 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 13 अगस्त 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:49 से 14 अगस्त 2026, सुबह 04:38 बजे तक, नक्षत्र: मघा, तिथि: प्रतिपदा, द्वितीया।
  • 14 अगस्त 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:50 से 15 अगस्त 2026, सुबह 03:42 बजे तक, नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी, तिथि: द्वितीया, तृतीया।
  • 20 अगस्त 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:53 से 21 अगस्त 2026, सुबह 05:53 बजे तक, नक्षत्र: विशाखा, अनुराधा, तिथि: अष्टमी, नवमी।
  • 21 अगस्त 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 05:53 से दोपहर 11:53 बजे तक, नक्षत्र: अनुराधा, तिथि:नवमी।
  • 28 अगस्त 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 03:13 से 29 अगस्त 2026, सुबह 05:57 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि: प्रतिपदा।

सितंबर 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

सितंबर का महीना प्रॉपर्टी खरीदने और निवेश के लिए शुभ अवसर प्रदान करता है। यदि बात करे हिन्दू पंचांग के अनुसार, तो सितम्बर के महीने में सम्पत्ति क्रय या खरीदने के लिए कुल 6 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 4, 10, 11, 17, 18 और 25 सितम्बर की तिथियां प्रॉपर्टी खरीदने हेतु विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

सितंबर महीने में प्रॉपर्टी खरीद के मुहूर्त यहाँ देखें! (September Property Purchase Shubh Muhurat 2026)

  • 4 सितंबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: रात 11:04 से 5 सितंबर 2026, सुबह 06:01 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि: अष्टमी, नवमी।
  • 10 सितंबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:03 से 11 सितंबर 2026, सुबह 06:04 बजे तक, नक्षत्र: मघा, पूर्वाफाल्गुनी, तिथि: चतुर्दशी, अमावस्या।
  • 11 सितंबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:04 से दोपहर 01:16 बजे तक, नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी, तिथि: अमावस्या, प्रतिपदा।
  • 17 सितंबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:07 से शाम 07:53 बजे तक, नक्षत्र: अनुराधा, तिथि: षष्ठी, सप्तमी।
  • 18 सितंबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: रात 10:44 से 19 सितंबर 2026, सुबह 06:08 बजे तक, नक्षत्र: मूल, तिथि:अष्टमी।
  • 25 सितंबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 11:22 से 26 सितंबर 2026, सुबह 06:11 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि: चतुर्दशी, पूर्णिमा।

अक्टूबर 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

अक्टूबर का महीना संपत्ति खरीदने और निवेश के लिए उत्तम अवसर लेकर आता है। बात करे तो हिन्दू पंचांग के अनुसार, अक्टूबर में सम्पत्ति खरीदने के लिए कुल 8 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 1, 2, 8, 16, 22, 23, 29 और 30 अक्टूबर की तिथियां प्रॉपर्टी क्रय हेतु विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

अक्टूबर महीने में प्रॉपर्टी खरीदने के मुहूर्त यहाँ देखें! (October 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 1 अक्टूबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 04:27 से 2 अक्टूबर 2026, सुबह 06:14 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि:षष्ठी।
  • 2 अक्टूबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:14 से 3 अक्टूबर 2026, रात 02:55 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि: षष्ठी, सप्तमी।
  • 8 अक्टूबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:18 से रात 09:20 बजे तक, नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी, तिथि:त्रयोदशी।
  • 16 अक्टूबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:47 से 17 अक्टूबर 2026, सुबह 06:23 बजे तक, नक्षत्र: मूल, तिथि:षष्ठी।
  • 22 अक्टूबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: रात 08:49 से 23 अक्टूबर 2026, सुबह 06:27 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि:द्वादशी।
  • 23 अक्टूबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:27 से रात 09:02 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि: द्वादशी, त्रयोदशी।
  • 29 अक्टूबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 11:11 से 30 अक्टूबर 2026, सुबह 06:31 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि: चतुर्थी, पञ्चमी।
  • 30 अक्टूबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:31 से सुबह 09:04 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि:पञ्चमी।

नवंबर 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

नवंबर का महीना प्रॉपर्टी खरीदने के लिए शुभ और लाभकारी अवसर प्रदान करता है। बात करे हिन्दू पंचांग के अनुसार, तो नवंबर में सम्पत्ति खरीदने के लिए कुल 6 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 12, 13, 19, 20, 26 और 27 नवंबर की तिथियां संपत्ति क्रय हेतु विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

नवम्बर महीने में प्रॉपर्टी खरीद के मुहूर्त यहाँ देखें! (November 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 12 नवंबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: दोपहर 02:19 से 13 नवंबर 2026, सुबह 06:42 बजे तक, नक्षत्र: मूल, तिथि: तृतीया, चतुर्थी।
  • 13 नवंबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:42 से 14 नवंबर 2026, सुबह 06:43 बजे तक, नक्षत्र: मूल, पूर्वाषाढा, तिथि: चतुर्थी, पञ्चमी।
  • 19 नवंबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:47 से 20 नवम्बर 2026, सुबह 06:48 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि:दशमी।
  • 20 नवंबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:48 से सुबह 06:56 बजे तक, नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद, पूर्व भाद्रपद, तिथि: एकादशी, दशमी।
  • 26 नवंबर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 06:52 से शाम 05:47 बजे तक, नक्षत्र: मृगशिरा, तिथि: द्वितीया, तृतीया।
  • 27 नवंबर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: दोपहर 03:08 से 28 नवंबर 2026, सुबह 06:39 बजे तक, नक्षत्र: पुनर्वसु, तिथि:चतुर्थी।

दिसम्बर 2026 में प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त

दिसम्बर का महीना वर्ष के अंतिम चरण में संपत्ति खरीदने के लिए उत्तम अवसर प्रदान करता है। बात करे हिन्दू पंचांग के अनुसार, दिसम्बर में संपत्ति क्रय या खरीदने के लिए कुल 6 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे की वर्ष 2026 में 10, 11, 17, 18 और 24 दिसम्बर की तिथियां प्रॉपर्टी खरीद के लिए विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

दिसम्बर महीने में प्रॉपर्टी खरीदने के मुहूर्त यहाँ देखें! (December 2026 Property Purchase Shubh Muhurat)

  • 10 दिसम्बर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:03 से 11 दिसम्बर 2026, सुबह 07:04 बजे तक, नक्षत्र: मूल, पूर्वाषाढा, तिथि: प्रतिपदा, द्वितीया।
  • 11 दिसम्बर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:04 से 12 दिसम्बर 2026, रात 03:04 बजे तक, नक्षत्र: पूर्वाषाढा, तिथि: द्वितीया, तृतीया।
  • 17 दिसम्बर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:07 से दोपहर 03:30 बजे तक, नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद, तिथि:अष्टमी।
  • 18 दिसम्बर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: शाम 04:10 से 19 दिसम्बर 2026, सुबह 07:09 बजे तक, नक्षत्र: रेवती, तिथि: नवमी, दशमी।
  • 24 दिसम्बर 2026, गुरुवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: रात 01:47 से 25 दिसम्बर 2026, सुबह 07:11 बजे तक, नक्षत्र: पुनर्वसु, तिथि: प्रतिपदा, द्वितीया।
  • 25 दिसम्बर 2026, शुक्रवार – प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 07:11 से रात 10:50 बजे तक, नक्षत्र: पुनर्वसु, तिथि:द्वितीया।

प्रॉपर्टी खरीद के लिए शुभ मुहूर्त का महत्व

प्रॉपर्टी खरीदना आर्थिक निर्णय के साथ-साथ आपके जीवन में नए अध्याय की शुरुआत भी है। बात करे तो शुभ मुहूर्त का चुनाव इसलिए जरूरी है क्योंकि यह ग्रहों की अनुकूल स्थिति को दर्शाता है। सही मुहूर्त में संपत्ति खरीदने से नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं और संपत्ति से जुड़े फायदे बढ़ते हैं। ज्योतिष के अनुसार, प्रतिपदा, पूर्णिमा, अमावस्या, और विशेष नक्षत्रों के समय संपत्ति का अधिग्रहण करना शुभ माना जाता है।

निष्कर्ष

संपत्ति खरीदना सिर्फ आर्थिक निवेश नहीं, बल्कि जीवन की स्थिरता और समृद्धि का एक विशेष मार्ग भी है। इसलिए 2026 में संपत्ति खरीदने से पहले शुभ मुहूर्त की सम्पूर्ण जानकारी लेकर शुरुआत करें। सही समय, नक्षत्र और शुभ दिन का चुनाव आपकी संपत्ति को तरक्की और खुशहाली का वरदान देगा। इस साल ऊपर बताई गई तिथियों और मुहूर्तों का ध्यान रखते हुए अपने सपनों का घर या प्रॉपर्टी खरीदें और जीवन में नई खुशियों का welcome करें।

Talk to Astrologer anytime, get guidance for your life’s questions.

Vehicle Purchase Muhurat 2026: जानें इस साल नए वाहन खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त और समय की पूरी जानकारी

कोई टिप्पणी नहीं

मंगलवार

Vehicle Purchase Muhurat 2026: डिअर रीडर, क्या आप नई गाड़ी खरीदने की योजना बना रहे हैं? अगर हाँ, तो यहां बताए गए शुभ मुहूर्त में आप अपनी गाड़ी खरीदने का सही समय चुन सकते हैं।

अगर आप साल 2026 में अपने सपनों की कार, बाइक या कोई अन्य नया वाहन खरीदने का सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत ही खास होने वाला है। बात करें हिंदू परंपरा के अनुसार, किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले शुभ मुहूर्त देखना अत्यंत शुभ और बेहद जरुरी माना जाता है। जैसे की आप सभी जानते है विवाह, गृह प्रवेश या नये व्यापार आरंभ करने से पहले विशेष मुहूर्त चुना जाता है, वैसे ही वाहन खरीदने के लिए भी शुभ तिथियों और नक्षत्रों का ध्यान रखना शुभ फलदायक होता है।

vehicle-purchase-muhurat-2026

ऐसा माना जाता है कि शुभ समय पर वाहन की खरीद न केवल जीवन में सुख-सुविधाओं को बढ़ाती है, बल्कि सफलता और समृद्धि के नए अवसर भी प्रदान करती है। इसी कारण 2026 में नया वाहन लेने से पहले शुभ मुहूर्त / Bike Aur Car Kharidne Ka Shubh Muhurat 2026 की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है। इस लेख में हम आपको वर्ष 2026 के सभी प्रमुख महीनों में वाहन खरीद के लिए उपयुक्त शुभ तिथियां, नक्षत्र और मुहूर्त की पूरी जानकारी देंगे, जिससे आप अपने वाहन की खरीदारी सही समय पर कर सकें।

साल 2026 में नए वाहन खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त: Vehicle Purchase Muhurat 2026

प्रीय रीडर आपको बता दे कि वर्ष 2026 में वाहन खरीद जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अनेक शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat ) का सही चनाव कर सकते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, हम आपके लिए साल 2026 के नये वाहन खरीद शुभ मुहूर्त (Vehicle Purchase Shubh Muhurat 2026) प्रस्तुत कर रहे हैं, ताकि आप सही तिथि चुनकर अपने महत्वपूर्ण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर सकें।

जनवरी 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: January 2026 Vehicle Purchase Muhurat

नए साल की शुरुआत के साथ ही अपने सपनों की गाड़ी खरीदने का परफेक्ट समय भी आ चुका है। जनवरी 2026 इस खास अवसर के लिए कई शुभ तिथियां लेकर आया है। बात करें हिन्दू पंचांग के अनुसार, तो जनवरी में वाहन खरीदने के लिए कुल 10 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जैसे कि वाहन खरीदने के लिए 1, 2, 4, 5, 11, 12, 14, 21, 28 और 29 जनवरी 2026 अत्यंत शुभ मानी गई हैं। इन तिथियों के विस्तृत शुभ मुहूर्त जानने के लिए आप नीचे दी गई सूची को अवश्य ध्यान से देखें।

जनवरी 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (January 2026 Vehicle Purchase Shubh Muhurat)

  • 1 जनवरी 2026, बृहस्पतिवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:14 से रात में 10:22 तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: रोहिणी
  • 2 जनवरी 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 06:53 से रात में 08:04 तक, तिथि: पूर्णिमा, नक्षत्र: मृगशिरा
  • 4 जनवरी 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:15 से दोपहर में 12:29 तक, तिथि: प्रतिपदा, नक्षत्र: पुनर्वसु
  • 5 जनवरी 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 09:56 से दोपहर में 01:25 तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: पुष्य
  • 11 जनवरी 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:16 से सुबह में 10:20 तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: चित्रा
  • 12 जनवरी 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 12:42 से रात में 09:05 तक, तिथि: दशमी, नक्षत्र:स्वाती
  • 14 जनवरी 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:16 से शाम में 05:52 तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: अनुराधा
  • 21 जनवरी 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:14 से 22 जनवरी रात में 02:47 तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: धनिष्ठा और शतभिषा
  • 28 जनवरी 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 09:26 से 29 जनवरी सुबह में 07:11 तक, तिथि: दशमी और एकादशी, नक्षत्र: रोहिणी
  • 29 जनवरी 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:11 से दोपहर में 01:55 तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: मृगशिरा

फरवरी 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: February 2026 Vehicle Purchase Muhurat

साल 2026 का दूसरा महीना फरवरी होता है फरवरी का महीना केवल प्रेम और वसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक नहीं है, बात करें तो फरवरी में ठंडी हवाओं और नई शुरुआतों का प्रतीक माना जाता है। यह समय नए सपनों को दिशा देने और जीवन में प्रगति लाने का होता है। ऐसे टाइम में अगर आप वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो हिन्दू पंचाग के अनुसार, फरवरी में वाहन खरीदने के लिए कुल 5 शुभ दिन उपलब्ध हैं। फरवरी 2026 आपके लिए कुछ खास शुभ तिथियों के साथ आ रहा है। इस महीने कई ऐसे शुभ मुहूर्त हैं जिनमें वाहन खरीदने से सफलता और समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे। 1, 6, 11, 26 और 27 फरवरी 2026 को वाहन खरीदना विशेष रूप से मंगलकारी माना गया है।

फरवरी 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (Vehicle Purchase 2026 Shubh Muhurat)

  • 1 फरवरी 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:10 बजे से रात में 11:58 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा, नक्षत्र: पुष्य
  • 6 फरवरी 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:07 बजे से 07 फरवरी सुबह में 07:06 बजे तक, तिथि: पञ्चमी और षष्ठी, नक्षत्र: हस्त और चित्रा
  • 11 फरवरी 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 09:58 बजे से 10:53 बजे तक, तिथि: दशमी, नवमी, नक्षत्र: ज्येष्ठा, अनुराधा
  • 26 फरवरी 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:50 बजे से दोपहर में 12:11 बजे तक, तिथि: दशमी, नक्षत्र: मृगशिरा
  • 27 फरवरी 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 10:48 बजे से रात में 10:32 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: पुनर्वसु

Read Also: - Griha Pravesh Muhurat 2026Vivah Shubh Muhurat 2026

मार्च 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: March 2026 Vehicle Purchase Muhurat

मार्च का महीना नए अवसरों और सकारात्मक बदलावों की ओर इशारा करता है। वसंत ऋतु की शुरुआत जीवन में ऊर्जा, उत्साह और ताजगी लेकर आती है। ऐसे समय में नया वाहन खरीदना आपके लिए बेहद शुभ साबित हो सकता है। इस महीने वाहन खरीदने के लिए कुल 10 शुभ दिन उपलब्ध हैं, जो नए सफर की शुरुआत करने के लिए परफेक्ट माने गए हैं। वाहन खरीदने के लिए साल 2026 में 1, 5, 6, 8, 9, 15, 16, 23, 25 और 27 मार्च 2026 की तिथियां विशेष रूप से शुभ हैं।

मार्च 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (March Vehicle Purchase Shubh Muhurat)

  • 1 मार्च 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:47 बजे से 08:34 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: पुष्य
  • 5 मार्च 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 05:03 बजे से 06 मार्च सुबह में 06:42 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: हस्त
  • 6 मार्च 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:42 बजे से शाम में 05:53 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: हस्त, चित्रा
  • 8 मार्च 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:40 बजे से दोपहर में 01:31 बजे तक, तिथि: पञ्चमी, नक्षत्र: स्वाती
  • 9 मार्च 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 04:11 बजे से रात में 11:27 बजे तक, तिथि: षष्ठी, नक्षत्र: अनुराधा
  • 15 मार्च 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:32 बजे से 09:16 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: श्रवण
  • 16 मार्च 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 09:40 बजे से 17 मार्च सुबह में 06:30 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: धनिष्ठा
  • 23 मार्च 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: रात में 08:49 बजे से 24 मार्च सुबह में 06:21 बजे तक, तिथि: षष्ठी, नक्षत्र: रोहिणी
  • 25 मार्च 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 01:50 बजे से शाम में 05:33 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: मृगशिरा
  • 27 मार्च 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 10:06 बजे से 28 मार्च सुबह में 06:17 बजे तक, तिथि: दशमी, नक्षत्र: पुनर्वसु और पुष्य

अप्रैल 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: April 2026 Vehicle Purchase Muhurat

अप्रैल का महीना नई ताजगी और उम्मीदों का संदेश लेकर आता है। इस टाइम प्रकृति अपने रंग-बिरंगे स्वरूप में खिल उठती है और जीवन भी नई राहों पर बढ़ने को तैयार होता है। यदि आप अपने जीवन में नई शुरुआत करना चाहते हैं, तो इस महीने नया वाहन खरीदना आपके लिए बेहद शुभ साबित हो सकता है। बात करें तो हिन्दू पंचाग के अनुसार, अप्रैल में वाहन खरीदने के लिए कुल 9 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जो अप्रैल में कई ऐसे शुभ मुहूर्त हैं, जिन्हें वाहन खरीद के लिए उपयुक्त माना गया है। इस महीने 1, 2, 3, 6, 12, 13, 20, 24 और 29 अप्रैल 2026 को वाहन खरीदना विशेष रूप से शुभ रहेगा।

अप्रैल 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (April Vehicle Purchase Shubh Muhurat 2026)

  • 1 अप्रैल 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 04:17 बजे से 2 अप्रैल सुबह में 06:11 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा, नक्षत्र: हस्त
  • 2 अप्रैल 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:11 बजे से 3 अप्रैल सुबह में 06:10 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा और प्रतिपदा, नक्षत्र: हस्त, चित्रा
  • 3 अप्रैल 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:10 बजे से 08:42 बजे तक, तिथि: प्रतिपदा, नक्षत्र: चित्रा
  • 6 अप्रैल 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 02:10 बजे से 7 अप्रैल रात में 02:57 बजे तक, तिथि: पञ्चमी, नक्षत्र: अनुराधा
  • 12 अप्रैल 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:00 बजे से 13 अप्रैल सुबह में 05:59 बजे तक, तिथि: दशमी और एकादशी, नक्षत्र: श्रवण और धनिष्ठा
  • 13 अप्रैल 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:59 बजे से 14 अप्रैल सुबह में 01:08 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: धनिष्ठा, शतभिषा
  • 20 अप्रैल 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:52 बजे से 07:27 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: रोहिणी
  • 24 अप्रैल 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:48 बजे से शाम में 07:21 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: पुष्य
  • 29 अप्रैल 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:43 बजे से रात में 07:51 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: हस्त

मई 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: May 2026 Vehicle Purchase Muhurat

मई का महीना भले ही गर्मी अपने चरम पर लेकर आता है, लेकिन यही समय ऊर्जा, नए संकल्प और प्रगति का प्रतीक भी होता है। यदि आप अपने जीवन में नई शुरुआत करना चाहते हैं, तो इस महीने नया वाहन खरीदना एक उत्तम निर्णय साबित हो सकता है। ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति इसे और अधिक मंगलकारी बना देती है। बात करें तो हिन्दू पंचाग के अनुसार, मई महीने में वाहन क्रय के लिए कुल 5 शुभ दिन हैं। जैसे कि इस महीने में वाहन खरीदने के लिए 1, 4, 10, 11 और 14 मई 2026 की तिथियां विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

मई 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (Vehicle Purchase Shubh Muhurat May 2026)

  • 1 मई 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:42 बजे से 2 मई, सुबह में 04:35 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा और प्रतिपदा, नक्षत्र:स्वाती
  • 4 मई 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:39 बजे से सुबह में 09:58 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: अनुराधा
  • 10 मई 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:35 बजे से दोपहर में 03:06 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: धनिष्ठा
  • 11 मई 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 03:24 बजे से 12 मई, रात में 01:28 बजे तक, तिथि: दशमी, नक्षत्र: शतभिषा
  • 14 मई 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 11:20 बजे से रात में 10:34 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: रेवती

जून 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: June 2026 Vehicle Purchase Muhurat

जून का महीना बदलाव और प्रगति का प्रतीक माना जाता है। इस समय जहां गर्मी धीरे-धीरे समाप्त होने लगती है, वहीं मानसून की दस्तक नई उम्मीदें लेकर आती है। ऐसा दौर नई शुरुआत के लिए बिल्कुल उपयुक्त माना जाता है, और नया वाहन खरीदना इसमें एक शुभ कदम हो सकता है। बात करे तो इस महीने में वाहन खरीदने के लिए कुल 4 शुभ दिन उपलब्ध हैं। जून 2026 में ग्रह-नक्षत्रों की अनुकूल स्थिति इसे और भी खास बना रही है। इस महीने 17, 22, 24 और 25 जून को वाहन खरीदने के लिए विशेष शुभ मुहूर्त बन रहे हैं।

जून 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (June Vehicle Purchase Shubh Muhurat 2026)

  • 17 जून 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:24 बजे से रात में 09:38 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: पुनर्वसु, पुष्य
  • 22 जून 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 10:22 बजे से दोपहर में 03:39 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: हस्त
  • 24 जून 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:26 बजे से 25 जून, सुबह में 05:26 बजे तक, तिथि: दशमी और एकादशी, नक्षत्र: चित्रा और स्वाती
  • 25 जून 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:26 बजे से दोपहर में 04:29 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: स्वाती

जुलाई 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: July 2026 Vehicle Purchase Muhurat

जुलाई का महीना मानसून की ठंडी फुहारों के साथ धरती को ताजगी और मन को सुकून देता है। यह समय जीवन में भी नई ऊर्जा और उत्साह भरने के लिए जाना जाता है। ऐसे माहौल में यदि आप नया वाहन खरीदने का सोच रहे हैं, तो जुलाई 2026 आपके लिए कुल 9 शुभ दिन उपलब्ध हैं। इस महीने 2, 3, 5, 8, 12, 19, 24, 29 और 30 जुलाई 2026 को वाहन खरीदना विशेष रूप से शुभ माना गया है।

जुलाई 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (July Vehicle Purchase 2026 Shubh Muhurat)

  • 2 जुलाई 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 09:37 बजे से 3 जुलाई, सुबह में 05:29 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: श्रवण
  • 3 जुलाई 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:29 बजे से 11:20 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: श्रवण
  • 5 जुलाई 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:30 बजे से दोपहर में 03:12 बजे तक, तिथि: पञ्चमी और षष्ठी, नक्षत्र: शतभिषा
  • 8 जुलाई 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:31 बजे से दोपहर में 12:21 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: रेवती
  • 12 जुलाई 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:33 बजे से रात में 10:29 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: रोहिणी और मृगशिरा
  • 19 जुलाई 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 06:12 बजे से 20 जुलाई, सुबह में 03:29 बजे तक, तिथि: षष्ठी, नक्षत्र: हस्त
  • 24 जुलाई 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:39 बजे से 25 जुलाई, सुबह में 04:36 बजे तक, तिथि: दशमी और एकादशी, नक्षत्र: अनुराधा
  • 29 जुलाई 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 03:37 बजे से 30 जुलाई, सुबह में 05:42 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा और प्रतिपदा, नक्षत्र: श्रवण
  • 30 जुलाई 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:42 बजे से रात में 09:30 बजे तक, तिथि: प्रतिपदा, नक्षत्र: श्रवण, धनिष्ठा

Read Also:- जानें 2026 प्रॉपर्टी खरीदने के लिए इस वर्ष का शुभ समय और तिथियाँ

अगस्त 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: August 2026 Vehicle Purchase Muhurat

अगस्त का महीना ऊर्जा और प्रगति का प्रतीक होता है। वर्ष का दूसरा चरण इसी समय नई योजनाओं और गति के साथ आगे बढ़ता है। यदि आप नया वाहन खरीदने की सोच रहे हैं, तो अगस्त 2026 इसके लिए अत्यंत शुभ साबित हो सकता है। बात करें तो हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस महीने में वाहन खरीदने के लिए कुल 10 शुभ दिन उपलब्ध हैं। यह महीना न केवल मानसून की ठंडी फुहारों से ताजगी लाता है, बल्कि आपके जीवन में नई रफ्तार और समृद्धि जोड़ने वाले कई शुभ संयोग भी प्रदान करता है। इस अगस्त महीने 7, 9, 10, 16, 17, 20, 26, 27, 28 और 31 अगस्त 2026 को वाहन खरीदना विशेष रूप से शुभ रहेगा।

अगस्त 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (Vehicle Purchase Shubh Muhurat August 2026)

  • 7 अगस्त 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 06:43 बजे से 08 अगस्त, सुबह में 05:47 बजे तक, तिथि: दशमी, नक्षत्र: रोहिणी
  • 9 अगस्त 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:48 बजे से 11:04 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: मृगशिरा,
  • 10 अगस्त 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 12:26 बजे से 11 अगस्त, सुबह में 04:54 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: पुनर्वसु
  • 16 अगस्त 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 04:52 बजे से 17 अगस्त, सुबह में 05:52 बजे तक, तिथि: पंचमी, नक्षत्र: हस्त, चित्रा
  • 17 अगस्त 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:52 बजे से 18 अगस्त, सुबह में 05:53 बजे तक, तिथि: पंचमी और षष्ठी, नक्षत्र: चित्रा
  • 20 अगस्त 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 09:08 बजे से रात में 09:18 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: अनुराधा
  • 26 अगस्त 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:57 बजे से 07:59 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: श्रवण
  • 27 अगस्त 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 09:08 बजे से 28 अगस्त, सुबह में 05:58 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा, नक्षत्र: धनिष्ठा और शतभिषा
  • 28 अगस्त 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:58 बजे से 29 अगस्त, सुबह में 03:13 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा और प्रतिपदा, नक्षत्र: शतभिषा
  • 31 अगस्त 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 05:59 बजे से 08:50 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: रेवती

सितंबर 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: September 2026 Vehicle Purchase Muhurat

सितंबर का महीना परिवर्तन और संतुलन का संदेश लाता है। यह समय बदलते मौसम को अपनाने और जीवन में नए सामंजस्य की ओर बढ़ने का होता है। इस दौर में सकारात्मक बदलाव करना बेहद शुभ माना जाता है, और नया वाहन खरीदना उस दिशा में एक उत्कृष्ट निर्णय हो सकता है। बात करें तो इस वाहन खरीदने के लिए कुल 8 शुभ दिन उपलब्ध हैं। यदि आप सितंबर 2026 में अपने जीवन में नई ऊर्जा और रफ्तार जोड़ना चाहते हैं, तो आपके पास कई शुभ तिथियां उपलब्ध हैं - 4, 6, 7, 13, 14, 16, 17 और 24 सितंबर 2026 को वाहन खरीदना विशेष रूप से शुभ रहेगा।

सितंबर 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (September 2026 Vehicle Purchase Shubh Muhurat)

  • 4 सितम्बर 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:01 बजे से 5 सितम्बर, रात में 12:13 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: रोहिणी, मृगशिरा
  • 6 सितम्बर 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: रात में 07:52 बजे से 7 सितम्बर, सुबह में 06:03 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: पुनर्वसु
  • 7 सितम्बर 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:03 बजे से शाम में 05:03 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: पुनर्वसु
  • 13 सितम्बर 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:08 बजे से 14 सितम्बर, सुबह में 06:06 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: हस्त, चित्रा
  • 14 सितम्बर 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:06 बजे से 07:06 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: चित्रा,
  • 16 सितम्बर 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 05:22 बजे से 17 सितम्बर, सुबह में 06:08 बजे तक, तिथि: षष्ठी, नक्षत्र: अनुराधा
  • 17 सितम्बर 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:08 बजे से 10:47 बजे तक, तिथि: षष्ठी, नक्षत्र: अनुराधा
  • 24 सितम्बर 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:11 बजे से रात में 11:18 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: धनिष्ठा और शतभिषा

अक्टूबर 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: October 2026 Vehicle Purchase Muhurat

अक्टूबर का महीना अपनी खूबसूरती और बदलते मौसम के साथ नए अवसरों का प्रतीक है। यह आत्मचिंतन, कृतज्ञता और आने वाली सर्दियों की तैयारी का समय माना जाता है। हिन्दू पंचाग के अनुसार, अक्टूबर 2026 में वाहन खरीदने के लिए कुल 5 शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं, जिनमें 21, 22, 25, 28 और 30 अक्टूबर 2026 विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में अक्टूबर की सुंदरता को अपनाते हुए इन शुभ तिथियों में से किसी एक पर नया वाहन खरीदना एक उत्तम निर्णय हो सकता है।

अक्टूबर 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (October Vehical Purchase Shubh Muhurat)

  • 21 अक्टूबर 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:26 बजे से 22 अक्टूबर, सुबह में 06:27 बजे तक, तिथि: दशमी, एकादशी, नक्षत्र: धनिष्ठा और शतभिषा
  • 22 अक्टूबर 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:27 बजे से दोपहर में 02:47 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: शतभिषा
  • 25 अक्टूबर 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 11:55 बजे से शाम में 07:22 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा, नक्षत्र: रेवती
  • 28 अक्टूबर 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 01:26 बजे से 29 अक्टूबर, रात में 01:06 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: रोहिणी
  • 30 अक्टूबर 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:32 बजे से 09:04 बजे तक, तिथि: पञ्चमी, नक्षत्र: मृगशिरा

नवंबर 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: November 2026 Vehicle Purchase Muhurat

नवंबर का महीना गहन चिंतन और आभार व्यक्त करने का समय माना जाता है। यह वह दौर है जब हम अपने जीवन के आशीर्वाद को पहचानते हैं और नए अनुभवों के लिए स्थान बनाते हैं। अपने जीवन में नई शुरुआत और सकारात्मकता जोड़ने के लिए, बात करें तो हिन्दू पंचाग के अनुसार, नवंबर में वाहन खरीदने के लिए कुल 5 शुभ दिन उपलब्ध हैं, जिनमें 1, 6, 7, 25, 26 और 29 नवंबर 2026 की तिथियां वाहन खरीदने के लिए विशेष रूप से शुभ मानी गई हैं।

नवंबर 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (Vehicle Purchase Shubh Muhurat November 2026)

  • 1 नवंबर 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 02:51 बजे से 2 नवंबर, सुबह में 04:30 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: पुष्य
  • 6 नवंबर 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 10:30 बजे से 7 नवंबर, सुबह में 06:38 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: हस्त और चित्रा
  • 25 नवंबर 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:52 बजे से शाम में 04:50 बजे तक, तिथि: प्रतिपदा, नक्षत्र: रोहिणी
  • 26 नवंबर 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 01:15 बजे से शाम में 05:47 बजे तक, तिथि: तृतीया, नक्षत्र: मृगशिरा
  • 29 नवंबर 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:55 बजे से 10:59 बजे तक, तिथि: षष्ठी, नक्षत्र: पुष्य

दिसंबर 2026 में वाहन खरीद शुभ मुहूर्त: December 2026 Vehicle Purchase Muhurat

दिसंबर उत्सवों और खुशियों से भरा महीना है, जो साल के समापन के साथ नई शुरुआत की आशा भी जगाता है। यह समय आनंद, उदारता और प्रियजनों संग यादगार पल बिताने का होता है। यदि आप इस महीने में नया वाहन खरीदना चाहते हैं, तो हिन्दू पंचाग के अनुसार, दिसंबर महीने में वाहन खरीदने के लिए कुल 8 शुभ दिन उपलब्ध हैं, जिनमें 3, 4, 6, 13, 14, 15, 23, 24, 30 और 31 दिसंबर 2026 की तिथियां इसके लिए अत्यंत शुभ मानी गई हैं।

दिसंबर 2026 वाहन खरीद शुभ मुहूर्त यहाँ देखें ! (December 2026 Vehical Purchase Shubh Muhurat)

  • 3 दिसंबर 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 09:23 बजे से 4 दिसंबर, सुबह में 06:59 बजे तक, तिथि: दशमी और एकादशी, नक्षत्र: हस्त
  • 4 दिसंबर 2026, शुक्रवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 06:59 बजे से रात में 11:44 बजे तक, तिथि: एकादशी, नक्षत्र: हस्त और चित्रा
  • 6 दिसंबर 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:00 बजे से दोपहर में 01:38 बजे तक, तिथि: त्रयोदशी, नक्षत्र: स्वाती
  • 13 दिसंबर 2026, रविवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम में 04:47 बजे से 14 दिसंबर, सुबह में 07:06 बजे तक, तिथि: पञ्चमी, नक्षत्र: श्रवण
  • 14 दिसंबर 2026, सोमवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:06 बजे से 15 दिसंबर, सुबह में 07:07 बजे तक, तिथि: पञ्चमी, षष्ठी, नक्षत्र: श्रवण और धनिष्ठा
  • 23 दिसंबर 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 10:47 बजे से 24 दिसंबर, सुबह में 04:53 बजे तक, तिथि: पूर्णिमा, नक्षत्र: मृगशिरा
  • 30 दिसंबर 2026, बुधवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: दोपहर में 03:36 बजे से 31 दिसंबर, सुबह में 07:14 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: हस्त
  • 31 दिसंबर 2026, गुरुवार – वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त: सुबह में 07:14 बजे से दोपहर में 12:32 बजे तक, तिथि: अष्टमी, नक्षत्र: हस्त

वाहन की खरीदारी शुभ मुहूर्त में ही क्यों जरूरी है? जानें इसका Astrology महत्व

क्या आप साल 2026 में नई बेस्ट कार या बेस्ट बाइक खरीदने का विचार कर रहे हैं? और क्या आप यह जानना चाहते हैं कि इसे खरीदने का सबसे शुभ समय कौन सा होगा? हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत यदि शुभ मुहूर्त में की जाए, तो उसका परिणाम अधिक सफल और फलदायी होता है। यही कारण है कि वाहन खरीद जैसे बड़े निर्णय में भी शुभ समय का ध्यान रखना आवश्यक माना जाता है।

Shubh Muhurat में वाहन खरीदने से वह जीवनभर सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक बन जाता है। मान्यता है कि इस समय वाहन खरीदे जाने पर स्वामी को धन, यश और सुरक्षा की प्राप्ति होती है। साथ ही भविष्य में वाहन से संबंधित दुर्घटनाओं या परेशानियों की संभावना भी काफी हद तक कम हो जाती है।

वाहन खरीदने के लिए कौन सा दिन सबसे होती हैं शुभ?

वाहन खरीदते समय / Vehicle Purchase Time इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) का पालन किया जाए, अन्यथा बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार और रविवार वाहन खरीदने के लिए शुभ दिन माने जाते हैं, जबकि शनिवार को वाहन खरीदना उचित नहीं होता क्योंकि यह दिन शनि ग्रह से जुड़ा है। सभी दिनों में Friday को सबसे भाग्यशाली माना गया है। इसके अलावा, वर्ष भर में कई शुभ नक्षत्र और मुहूर्त भी आते हैं जिनमें वाहन क्रय करना विशेष लाभदायक होता है। साथ ही, एकादशी का दिन भी वाहन खरीदने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

वाहन खरीदने के लिए कौन-कौन से नक्षत्र शुभ माने जाते हैं?

Which nakshatra is good for vehicle purchase: ऑटोमोबाइल या अन्य वाहन खरीदने के लिए कई नक्षत्र शुभ माने जाते हैं। इनमें स्वाति, पुनर्वसु, शतभिषा और धनिष्ठा प्रमुख हैं। इसके साथ ही अश्विनी, मघा और चित्रा जैसे नक्षत्र भी वाहन क्रय के लिए अनुकूल माने जाते हैं। तिथियों की बात करें तो प्रथम, तृतीया, पंचमी, षष्ठी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी विशेष रूप से शुभ मानी जाती हैं। इसके अलावा पूर्णिमा की तिथि पर वाहन खरीदना भी अत्यंत मंगलकारी होता है।

Vedic Astrology के अनुसार, अनुसार Rahu को एक अशुभ ग्रह माना जाता है, जो जीवन में विपरीत परिणाम ला सकता है। राहु को शुभ कार्यों में बाधा डालने वाला ग्रह भी कहा गया है। इसी कारण यह सलाह दी जाती है कि राहु काल/ Rahu Kaal के दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए। भले ही दिन शुभ हो, लेकिन राहु काल में कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए। विशेष रूप से, वाहन की खरीद या बिक्री राहु काल में करना अशुभ माना जाता है।

वाहन खरीदते समय अमावस्या तिथि से बचना चाहिए, क्योंकि इसे नए कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। साथ ही, जब आप वाहन खरीदने की योजना बना रहे हों, तो यह सुनिश्चित करें कि चंद्रमा आपकी कुंडली के छठे, आठवें या बारहवें भाव में न हो। एक और महत्वपूर्ण सुझाव यह है कि अपनी कुंडली का विश्लेषण किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से अवश्य करवाएं, ताकि ग्रहों की स्थिति के अनुसार आपके लिए उपयुक्त दिन और समय का चयन किया जा सके। इसलिए, वाहन खरीदते समय शुभ तिथि और मुहूर्त को गंभीरता से ध्यान में रखना चाहिए। इसी कारण 2026 में वाहन खरीदने के लिए बताए गए शुभ मुहूर्त / Shubh Muhurat to Buy a Vehicle in 2026 का पालन करना अत्यंत लाभकारी होगा।

अपने वाहन की पूजा ऐसे करें: Worship Your Vehicle in This Way

Good Time for Vehicle Pooja Today: भारतीय संस्कृति में वाहन की पूजा का विशेष महत्व है, जहां वाहनों को धार्मिक और शुभ दृष्टि से देखा जाता है। यह पूजा न केवल वाहन की सुरक्षा का प्रतीक मानी जाती है, बल्कि सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करती है। नीचे दिए गए हैं वाहन पूजा करने के कुछ सामान्य तरीके:

  • सफाई (Cleaning): पूजा से पहले अपने वाहन को अच्छी तरह साफ करें, ताकि वह नया और शुद्ध दिखाई दे।
  • सजावट (Decoration): वाहन को फूलों, पत्तियों, पट्टियों और अन्य सजावटी वस्तुओं से सजाएं। इससे वाहन आकर्षक लगेगा और पूजा के लिए तैयार होगा।
  • पूजा सामग्री (Pooja Samagri): वाहन की पूजा के लिए कुमकुम, अक्षत (चावलों के दाने), दीपक, धूप, फूल और नर्मदा जल जैसी सामग्री आवश्यक होती है।
  • स्थान (Place): वाहन पूजा के लिए ऐसा स्थान चुनें जो स्वच्छ, शांत और शुभ हो।
  • विधि (Vidhi): पूजा शुरू करने से पहले हाथ धो लें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। वाहन पर कुमकुम और अक्षत चढ़ाएं। दीपक और धूप जलाएं तथा वाहन के चारों ओर घूमें। फिर मंत्रों का जाप करते हुए श्रद्धा और भक्ति से पूजा करें।
  • आरती (Aarti): पूजा के बाद वाहन की प्रदक्षिणा करें और आरती उतारें। चाहें तो विशेष वाहन आरती मंत्रों का भी प्रयोग करें।
  • प्रसाद (Prasad): पूजा पूर्ण होने के बाद वाहन पर जल छिड़कें और प्रसाद अर्पित करें। प्रसाद में मिठाई, फल या पकवान चढ़ाए जा सकते हैं।

Rahu काल में वाहन क्यों नहीं खरीदते?

राहु काल वैदिक ज्योतिष में एक अशुभ समय माना जाता है। मान्यता है कि इस अवधि में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत, जैसे वाहन की खरीद, नहीं करनी चाहिए। राहु काल में किए गए कार्य बाधाओं और नकारात्मक परिणामों की ओर ले जा सकते हैं, इसलिए इस दौरान वाहन खरीदना टालना उचित है।

भारतीय परिवारों में यह परंपरा प्रचलित है कि राहु काल के दौरान नए वाहन की खरीद या बिक्री से परहेज किया जाता है। राहु काल को धार्मिक अनुष्ठानों, शुभ कार्यों और महत्वपूर्ण शुरुआत के लिए अशुभ माना जाता है। इसी कारण इस समय वाहन खरीदने से बचा जाता है, क्योंकि इसे नकारात्मक परिणामों से जोड़कर देखा जाता है।

यह एक धार्मिक परंपरा है, जिसका पालन व्यक्ति की आस्था, मूल्यों और ज्योतिषीय विश्वासों पर निर्भर करता है। हालांकि समय के साथ और आधुनिक दृष्टिकोण के प्रभाव में इन परंपराओं के पालन की भावना बदल सकती है, इसलिए इसे मानना या न मानना पूरी तरह व्यक्तिगत निर्णय होता है।

वाहन खरीदारी के लिए कौन सा नक्षत्र सबसे शुभ माना जाता है?

ज्योतिष शास्त्र में वाहन खरीदने के लिए कई नक्षत्रों को शुभ माना गया है। इनका चयन प्रायः व्यक्ति की जन्मकुंडली और ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है। नीचे कुछ प्रमुख नक्षत्र दिए गए हैं जिन्हें वाहन खरीदने के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है:

  • अश्विनी: वाहन खरीदने के लिए अत्यंत शुभ नक्षत्र माना जाता है।
  • पूर्वाफाल्गुनी: इस नक्षत्र में वाहन की खरीदारी शुभ और फलदायी होती है।
  • हस्त: इस नक्षत्र में वाहन खरीदना भी लाभकारी माना जाता है।
  • पूर्वाषाढ़ा: वाहन क्रय के लिए यह नक्षत्र विशेष रूप से शुभ है।
  • उत्तराषाढ़ा: इस नक्षत्र में वाहन खरीदना उपयुक्त और मंगलकारी समझा जाता है।
  • रेवती: यह नक्षत्र भी वाहन खरीदने के लिए अत्यंत अनुकूल माना गया है।

वाहन खरीदने के लिए कौन सा नक्षत्र अशुभ माना जाता है?

ज्योतिष शास्त्र में अशुभ माने जाने वाले नक्षत्र इस प्रकार हैं:

  • भरणी: इस नक्षत्र में वाहन खरीदना अशुभ माना जाता है।
  • कृत्तिका: इस नक्षत्र के दौरान वाहन क्रय से बचना चाहिए।
  • आर्द्रा: इस नक्षत्र में वाहन खरीदना उचित नहीं समझा जाता।
  • पूर्वफाल्गुनी: इस नक्षत्र में वाहन क्रय को शुभ नहीं माना जाता।
  • शतभिषा: इस नक्षत्र के दौरान वाहन खरीदना भी अशुभ माना गया है।

वाहन खरीदारी के लिए कौन-सा लग्न सबसे शुभ माना जाता है?

ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति के लग्न के आधार पर वाहन खरीदना शुभ या अशुभ माना जाता है। नीचे दिए गए लग्न वाहन क्रय के लिए अशुभ समझे जाते हैं:

  • मेष लग्न (Aries Ascendant): इस लग्न के जातकों के लिए वाहन खरीदना शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि राहु यहां अशुभ फल देता है।
  • कर्क लग्न (Cancer Ascendant): इस लग्न में वाहन क्रय अशुभ माना जाता है, क्योंकि शनि इस लग्न में प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
  • कन्या लग्न (Virgo Ascendant): इस लग्न के लिए भी वाहन खरीदना अनुकूल नहीं होता, क्योंकि राहु यहां शुभ फल प्रदान नहीं करता।
  • मकर लग्न (Capricorn Ascendant): इस लग्न में वाहन खरीदना अशुभ है, क्योंकि केतु यहां नकारात्मक परिणाम देता है।

Read Also: जानें 2026 में सोना खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त और तिथियाँ

क्या शनिवार को नया वाहन लेना सही रहता है?

Car Purchase on Saturday: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार को वाहन खरीदना शुभ माना जाता है, क्योंकि इस दिन शनि ग्रह का प्रभाव प्रबल रहता है। शनि ग्रह को धार्मिक और आर्थिक उन्नति का प्रतीक माना गया है, इसलिए कई लोग इस दिन वाहन लेने को मंगलकारी समझते हैं।

फिर भी, केवल ज्योतिषीय मान्यता ही नहीं, बल्कि आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियाँ, जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति, दशाएँ, आर्थिक क्षमता और वाहन की आवश्यकता को ध्यान में रखना भी ज़रूरी है।

वाहन खरीदते समय उचित शुभ मुहूर्त जानने के लिए अपने परिवार, पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें। वे आपकी कुंडली और परिस्थिति के अनुसार सही दिन और समय की सलाह देंगे, जिसमें शनिवार का चयन भी संभव हो सकता है।

अपनी राशि के हिसाब से किस रंग की गाड़ी खरीदें?

ज्योतिष शास्त्र में राशि का निर्धारण जन्मकुंडली के आधार पर किया जाता है। इसी आधार पर वाहन के शुभ रंग का चयन भी संभव है। नीचे दी गई राशियों के अनुसार वाहन के रंग से जुड़ी कुछ सामान्य जानकारियाँ प्रस्तुत हैं:

  • मेष राशि: लाल, गुलाबी और नारंगी जैसे चमकदार रंग।
  • वृषभ राशि: सफेद, हल्का पीला, हल्का हरा और गहरा नीला।
  • मिथुन राशि: पीला, नीला और सफेद जैसे ताज़गी भरे रंग।
  • कर्क राशि: चांदी, सफेद और नीले शेड।
  • सिंह राशि: सूर्य से जुड़े रंग जैसे नारंगी, सुनहरा और लाल।
  • कन्या राशि: हल्का हरा, चमकदार नीला और सफेद।
  • तुला राशि: गुलाबी, चमकीला नीला और हल्का भूरा।
  • वृश्चिक राशि: गहरा लाल, मरून और काला।
  • धनु राशि: नीला, पीला और लाल।
  • मकर राशि: काला, गहरा नीला और हल्का सफेद।
  • कुम्भ राशि: नीला, काला और सफेद।
  • मीन राशि: गुलाबी, गहरा नीला और हल्का हरा।

एकादशी के दिन वाहन खरीदना शुभ माना जाता है क्या?

हां, एकादशी के दिन वाहन खरीदना संभव है। एकादशी एक प्रमुख हिन्दू परंपरा है, जिसमें भक्त उपवास रखते हैं और भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं। इस व्रत के दिन किसी भी वस्तु की खरीद-बिक्री पर कोई विशेष प्रतिबंध नहीं माना गया है। इसलिए, इस दिन वाहन खरीदने में किसी प्रकार की ज्योतिषीय या धार्मिक बाधा नहीं होती।

हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि एकादशी का मुख्य उद्देश्य व्रत, पूजा और ईश्वर की भक्ति है। यदि आप इस तिथि पर वाहन खरीदने जा रहे हैं, तो अपने धार्मिक नियमों का पालन करते हुए पूजा और व्रत पर विशेष ध्यान देना उचित होगा।

नए वाहन में भगवान की मूर्ति

वाहन में प्रतिमा स्थापित करना एक परंपरा और धार्मिक आस्था से जुड़ी आदत है, जो व्यक्ति की व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और मान्यताओं पर आधारित होती है। इस प्रथा में लोग अपनी श्रद्धा और पूजा-पद्धति के अनुसार अलग-अलग देवताओं की मूर्तियों का चयन करते हैं। इस प्रकार मूर्ति का चुनाव व्यक्ति की आस्था, धार्मिक परंपरा और संस्कारों के अनुरूप बदल सकता है।

साधारण रूप से वाहन में जिन प्रमुख देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित की जाती हैं, वे हैं:

  • भगवान गणेश को वाहन का शुभ देवता माना जाता है, इसलिए उनकी प्रतिमाएँ वाहन में स्थापित की जाती हैं। माना जाता है कि गणेश जी की उपस्थिति से सफलता, विजय और बाधामुक्त यात्रा का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • भगवान हनुमान बल, ऊर्जा और रक्षा के प्रतीक माने जाते हैं। उनकी प्रतिमा वाहन में रखने से सुरक्षित और निर्भय यात्रा की भावना जुड़ी रहती है।
  • माता दुर्गा शक्ति, संरक्षण और सौभाग्य की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। उनकी प्रतिमा स्थापित करके व्यक्ति सुरक्षा और सौभाग्य की प्रार्थना करता है।

निष्कर्ष

हमारे जीवन में समय का अत्यधिक महत्व होता है, क्योंकि यही हमारे नए आरंभ को सफलता की दिशा में आगे बढ़ाने में सहायक बनता है। वर्ष 2026 में वाहन खरीदने के लिए शुभ तिथि और मुहूर्त का पालन करना आपके नए सफर की सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। हम आपके इस नए आरंभ के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करते हैं और आपके नए वाहन के साथ खुशहाल एवं मंगलमय यात्रा की कामना करते हैं। इस विशेष निर्णय के बाद आपका जीवन सफलता, खुशियों और उपलब्धियों से परिपूर्ण हो, यही हमारी प्रार्थना है।

Talk to Astrologer anytime, get guidance for your life’s questions.

Don't Miss
© all rights reserved
made with by DildarNagar