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जाने प्रेगनेंसी में मंदिर जाना चाहिए या नहीं और किस भगवान की पूजा करे

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सोमवार

हेलो दोस्तों, क्या आप जानना चाहते है की प्रेगनेंसी के दौरान मंदिर जाना चाहिए या नहीं, और जाने गर्भवती महिला को किस भगवान की पूजा करनी चाहिए, Pregnant होना किसी भी महिला के लिए सपने से कम नहीं है। इस समय को महिला जी भर के जीती हैं, लेकिन हिंदू धर्म में कुछ ऐसे नियम हैं जो pregnant woman के लिए वर्जित माने जाते हैं। जो भी pregnant महिला होती है, वह यह चाहती है कि उनकी आने वाली संतान योग्य और नाम रोशन करने वाली हो।

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    इसलिए उनके मन में कई सवाल उत्पन्न होते हैं, कि क्या उन्हें मंदिर जाना चाहिए या नहीं, या फिर उन्हें भगवान की पूजा करनी चाहिए या नहीं, इत्यादि। इन सभी सवालों के उत्तर जानने के लिए कृपया हमारा यह आर्टिकल आखिर तक पढ़ें।

    दोस्तों, आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि क्या pregnancy में मंदिर जाना चाहिए या नहीं, और गर्भवती महिला को किस भगवान की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा, हम इस विषय से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान करेंगे। आइए, हम आपको इस विषय पर संपूर्ण जानकारी प्रदान करें।

    Pregnancy में मंदिर जाना चाहिए या नहीं?

    प्रेगनेंसी में महिलाओं को मंदिर जाना चाहिए या नहीं, यह एक श्रद्धा संबंधित विषय है। वह महिला जो यह मानती है कि प्रेगनेंसी के दौरान मंदिर जाना उचित नहीं है, वह प्रेगनेंसी के समय मंदिर नहीं जाती है, और जो महिला ऐसी बातों को नहीं मानती, वह प्रेगनेंसी के दौरान भी मंदिर जाती हैं। इसलिए, प्रेगनेंसी में मंदिर जाना चाहिए या नहीं, यह एक महिला के लिए श्रद्धा और विश्वास का विषय है।

    किस God की Puja करनी चाहिए गर्भवती महिला को?

    भगवान की puja करना एक आस्था से जुड़ा हुआ विषय माना जाता है। गर्भवती महिला को किस भगवान की पूजा करनी चाहिए, यह उस महिला के व्यक्तिगत प्राथमिकता पर निर्भर करता है। आमतौर पर कुछ महिलाएं गर्भवती होने पर पूजा आदि करना छोड़ देती हैं।

    तो कुछ महिलाएं गर्भवती होने पर भी अपनी आस्था के अनुसार भगवान की पूजा/Worship of God करती हैं। इसलिए, आप भी बिना संकोच के अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी भगवान की पूजा कर सकते हैं।

    जानिए गर्भवती महिला को शिव मंदिर क्यों नहीं जाना चाहिए

    किसी भी धर्म ग्रंथ या पुस्तक में ऐसा लिखा नहीं है कि गर्भवती महिला को शिव मंदिर नहीं जाना चाहिए। अगर महिला इच्छा करे तो वह शिव मंदिर जा सकती है। आमतौर पर, इसे माना जाता है कि गर्भवती महिला को शिव मंदिर जाना चाहिए और भगवान शिव के आशीर्वाद का लाभ उठाना चाहिए। गर्भवती महिला के लिए भगवान शिव के मंदिर जाना shubh माना जाता है।

    जाने Pregnant Woman हवन कर सकती है या नहीं?

    वास्तविक रूप से, गर्भवती महिला अगर इच्छा करती है और उनकी स्वास्थ्य स्थिति यह संगत बना रहती है, तो वह हवन में बैठ सकती है। कुछ महिलाएं गर्भवती होने के बाद शारीरिक रूप से कमजोर हो जाती हैं और इस कारण, लंबे समय तक चलने वाले हवन में बैठने में समस्या आ सकती है। लेकिन यदि आप गर्भवती हैं और आपका शारीरिक स्वास्थ्य सुदृढ़ है, तो आप शारीरिक रूप से मजबूत हैं।

    तो हवन कर सकती हैं, लेकिन यदि आप pregnancy के कारण अपने आप को कमजोर महसूस कर रही हैं, तो हवन में बैठना अभिज्ञान नहीं होना चाहिए। क्योंकि हवन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें लंबे समय तक बैठना होता है। यदि आप लंबे समय तक बैठ सकती हैं, तो हवन को कर सकती हैं।

    गर्भवती महिला को सांप क्यों नहीं काटते हैं?

    यह एक मिथ्या धारणा है कि गर्भवती महिला को सांप नहीं काटते हैं। सांप हर किसी को काट सकते हैं, इसलिए गर्भवती महिला को कभी भी ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि उन्हें सांप नहीं काटेगा।

    उल्टा, गर्भवती महिला को सांप से दूर रहना उचित है। इससे मां और बच्चे दोनों को खतरा हो सकता है। यदि किसी गर्भवती महिला को सांप काट ले, तो बिना देरी किए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

    गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को मंदिर क्यों नहीं जाना चाहिए?

    वास्तव में, pregnancy के दौरान गर्भवती महिलाएं मंदिर जा सकती हैं। गर्भवती महिला का मंदिर में जाना कोई अनुचित बात नहीं है, लेकिन कुछ ऐसे कारण भी हैं जिनके कारण गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान मंदिर जाने से बचना चाहिए।

    इसी कारण हमने कुछ कारणों के बारे में नीचे जानकारी प्रदान की है।

    • मंदिर में हम सभी लोग स्वच्छता का ध्यान रखकर जाते हैं, और हमेशा स्वच्छ रहकर ही मंदिर में प्रवेश करना चाहिए, यह हम सभी मानते हैं। लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसलिए उन्हें मंदिर जाने से बचना चाहिए।
    • आप देखेंगे कि कई मंदिरों में भीड़ अधिक होती है। इस समय गर्भवती महिलाओं को भीड़ वाली स्थानों से दूर रहना चाहिए।
    • मंदिर में भीड़वाली जगह के कारण संक्रमण का खतरा हो सकता है, और गर्भावस्था के दिनों में महिलाओं को संक्रमण से बचना आवश्यक है। इसलिए, प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को मंदिर में जाने से मना किया जाता है।

    Conclusion

    मित्रों, आज हमने इस लेख के माध्यम से आपको बताया है कि प्रेगनेंसी में मंदिर जाना चाहिए या नहीं, और गर्भवती महिला को किस भगवान की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा, इस विषय से जुड़ी और भी जानकारी प्रदान की गई है।

    हम आशा करते हैं कि आज का हमारा लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। यदि आपको यह उपयोगी लगा है, तो कृपया इसे आगे शेयर करें, ताकि अन्य लोग भी इस महत्वपूर्ण जानकारी से लाभान्वित हो सकें।

    मित्रों, हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा लेख "Pregnancy में Mandir जाना चाहिए या नहीं,  गर्भवती महिला को किस भगवान की puja करनी चाहिए" पसंद आया होगा। धन्यवाद!

    FAQs 

    गर्भवती महिला क्या उपवास कर सकती है?

    जी नहीं, गर्भवती महिलाओं को उपवास आदि करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे सीधा असर गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को उपवास नहीं करना चाहिए।

    गर्भवती महिलाएं क्या पवित्र भोज खा सकती हैं?

    जी हाँ, गर्भवती महिलाएं पवित्र भोज भी खा सकती हैं। वे अपने इष्टदेव को चढ़ाया हुआ भोग भी प्रसाद के रूप में ले सकती हैं।

    गर्भवती महिला क्या पूजा पाठ कर सकती है?

    जी हाँ, अगर आप अपनी स्वच्छता का ख्याल रखती हैं, तो आप अवश्य ही पूजा पाठ कर सकती हैं।

    महिलाओं को गर्भावस्था धारण करने के लिए कौन-कौन से मंदिर जाना चाहिए?

    कुछ मान्यता के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में माता सिरसा का मंदिर स्थित है। इस मंदिर में अगर दंपति प्रार्थना करते हैं और माता से संतान प्राप्ति की प्रार्थना करते हैं, तो ऐसे दंपति को अवश्य ही संतान सुख की प्राप्ति होती है।

    क्या गर्भवती महिलाएं व्रत कर सकती हैं या नहीं?

    गर्भवती महिला व्रत रखना चाहे तो कर सकती हैं, लेकिन गर्भावस्था के दिनों में महिला का शरीर काफी कमजोर हो जाता है। इसलिए, महिलाओं को अपने आहार-विहार पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। गर्भावस्था के दिनों में महिलाओं को व्रत रखने से बचना चाहिए।

    जानिए Naukri पाने के लिए किस देवता की पूजा करनी चाहिए

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    आजकल, स्थिर और अच्छी नौकरी अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है, विशेषकर व्यक्ति के पसंदीदा क्षेत्र में। इस रूप में, आपको वित्तीय स्थिरता के साथ-साथ अपने काम का आनंद भी मिलता है। अपने सपनों को पूरा करने की खुशी जीवन में एक महत्त्वपूर्ण अनुभव होती है, जिसे हर किसी को अनुभव करना चाहिए। और, यह कठिनाइयों के बावजूद संभव हो सकता है, विश्वास रखें, ईश्वर की कृपा से।

    Naukri पाना आज कल बहुत मुश्किल हो गया है। कई लोगों को अपनी कमाई के हिसाब से नौकरी नहीं मिल पाती। इसलिए बहुत लोग अपने लिए Behtar Naukri Pane Ke Liye Bhagwa और देवी-देवताओं से प्रार्थना करते हैं। अगर आप भी अपने सपने की Naukri Pane Ke Liye किसी देवता या Devi की Puja करना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए है।

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      मैं आपको बताता हूं कि नौकरी पाने के लिए किस देवता या देवी की पूजा/Naukri pane ke liye kis Devta ya Devi ki puja सबसे अच्छी होती है।

      Naukri के लिए सूर्य मंत्र/ Surya Mantra for Job

      सूर्य देव की पूजा करने से कहा जाता है कि आपको सफलता, प्रसिद्धि और समृद्धि मिलती है। यदि आप नौकरी में बदलाव की तलाश कर रहे हैं या अपने करियर की शुरुआत के लिए एक अच्छी नौकरी की तलाश में हैं, तो यह मंत्र आपको उसे हासिल करने में मदद कर सकता है। इस मंत्र का जाप करने से आपको सम्मान, समृद्धि, धन और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति भी हो सकती है। इस मंत्र का जप करे: ॐ ह्रां ह्रीं ह्रीं सः सूर्य नमः

      यहाँ जाने सूर्य मंत्र का जाप कैसे करें?

      • रविवार/Sunday से ही इस मंत्र का जाप शुरू किया जाना चाहिए। 
      • मंत्र का जाप स्नान के बाद किया जाना चाहिए।
      • सफेद वस्त्र पहनना भी आवश्यक है। 
      • सूर्य मंत्र का जाप करते समय पूर्व की दिशा में मुँह करना चाहिए। 
      • प्रतिदिन कम से कम 6 माला मंत्र का जाप करना चाहिए। 
      • एक माला में 108 बार मंत्र का उच्चारण होता है। 
      • यह कार्य कम से कम 41 दिनों तक निष्ठापूर्वक किया जाना चाहिए।
      • इस अवधि के दौरान शराब, धूम्रपान, मांस, अंडा, मसूर दाल, प्याज और लहसुन से बचा जाना चाहिए।

      Naukri के लिए Ganapati Mantra

      गणपति सौभाग्य लाने के लिए जाने जाते हैं और वे आपके जीवन में सभी बाधाओं से छुटकारा पाने में सहायता करते हैं। नियमित रूप से गणपति मंत्र का जाप करने से सिर्फ अच्छी नौकरी ढूंढने में ही नहीं, बल्कि पदोन्नति हासिल करने और करियर में आगे बढ़ने में भी सहायता मिलेगी। इस Mantra का जप करे: ॐ गीं गूं गणपते नम: स्वाहा

      जाने गणपति मंत्र का जाप कैसे करें?

      • गणेश चतुर्थी या फिर अगर वह उपलब्ध नहीं हो, तो बुधवार/Wednesday को यह पूजा शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त समय है। 
      • पूजा करते समय, उत्तर की दिशा में मुख करना चाहिए। 
      • गणपति मंत्र का जाप करते समय पीले वस्त्र धारण करें। 
      • मंत्र के जाप से पहले, गणपति के सामने घी का दीपक जलाएं, अगरबत्ती जलाएं और फूल चढ़ाएं, एक छोटी पूजा करें। 
      • इस मंत्र की दिन में कम से कम 5 माला का जाप जरूरी है। 
      • एक माला में 108 बार मंत्र का उच्चारण होता है। 
      • इस क्रिया को कम से कम 11 दिनों तक निष्ठा से करना चाहिए।

      Maa Saraswati Mantra: सरस्वती मंत्र

      विद्या और बुद्धिकी देवी मां सरस्वती की कृपा भी नौकरी पाने में बहुत जरूरी है। बिना सरस्वती माता की कृपा के बुद्धिमता और विद्यामयी नौकरी नहीं मिल सकती। प्रतिदिन माँ सरस्वती को पुष्टि करने के लिए उनकी पूजा करें। माला और मिष्ठा भोग से उन्हें प्रसन्न करें। ये आपकी बुद्धि को तेज़ और नौकरी पाने की शक्ति बढ़ाएगी। इस माँ सरस्वती मंत्र का जाप करे: ॐ ह्रीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि करि करि फट स्वाहा

      जाने माँ सरस्वती मंत्र का जाप कैसे करें? 

      • मंत्र का जाप करने से पहले सदा स्नान करके शुद्ध होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। 
      • सफेद रंग का पोशाक पहनें। 
      • मंत्र का जाप प्रातः काल में ही करें। 
      • मंत्र का जाप करते समय पीले वस्त्र पहने हुए स्फटिक माला को लेकर बैठें। 
      • शुरुआत से पहले केसर, अगरबत्ती और घी के दीपक से माला की पूजा करें। 
      • मंत्र का नियमित जाप 11 दिनों तक करें। 11 दिनों के बाद, आपकी माला विजयमाला में परिवर्तित हो जाएगी। 
      • इंटरव्यू के दिन माला को अपने साथ ही रखें।

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      1. Shani Dev की पूजा करें 

      ग्रह देवता शनि भाग्य वृद्धि कारक है। शनि देव की पूजा से नौकरी मिलने के योग बन जाते हैं। नीलम रत्न और तेल से शनिदेव को प्रसन्न करें। शनि चालीसा का पाठ भी लाभकारी है।

      कर्म और कर्म के स्वामी Shani Dev आपको आपके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। इसलिए, जब भी आप अच्छे कर्म करते हैं या मेहनत करते हैं, तो Lord Shani आपको आपके प्रयासों के अनुसार पुरस्कृत करेंगे। इसलिए, जब आप कठिन परिस्थितियों में सर्वोत्तम परिणाम या पदोन्नति हासिल करने में विफल रहते हैं, तो ऐसे समय में शनि देव को प्रसन्न करना अत्यंत आवश्यक होता है। शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे उत्तम दिन शनिवार का होता है। यहाँ आपको शनि देव की पूजा कैसे करनी चाहिए।

      • प्रत्येक शनिवार, ब्रह्म मुहूर्त में उठें। आप हमारे ज्योतिषियों से सम्पर्क करके इसके समय के बारे में जान सकते हैं। 
      • इसके बाद अपने दैनिक कार्यों को संपन्न करें और फिर स्नान करें। 
      • अपने पूजा स्थान को साफ करें और पूरी विधि-विधान से शनिदेव की पूजा करें। आप शनि मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
      • शनि मंत्र: - "ॐ श्री शनि देवायः नमो नमः, ॐ श्री शनिदेवायः शांति भवः, ॐ श्री शनिदेवायः शुभम फल्ह, ॐ श्री शनिदेवायः फल प्राप्ति फलः"
      • नौकरी प्राप्ति के लिए सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सौभाग्य हो सकता है। 
      • जरूरतमंदों को तिल, तेल, और छाया पात्र का दान अवश्य करें।

      2. जाने भगवान सूर्य की उपासना करें

      ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि सूर्य/Sun सभी ग्रहों का राजा होता है। सूर्य ग्रह आपके जीवन में उच्च पदों को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, सूर्य ग्रह सफलता और प्रगति का एक महत्वपूर्ण कारक होता है। इसलिए, अपने लिए प्रमोशन पाने के लिए रविवार के दिन Lord Sun की पूजा करना अत्यंत आवश्यक होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य की उपासना के कुछ प्रमुख विधियाँ इस प्रकार हैं:-

      • रविवार को सूर्योदय से पहले उठने की आदत डालें (जी हाँ, आपने सही सुना, रविवार को)।
      • उठकर स्नान करने और उगते हुए सूर्य को नग्न आंखों से देखने का अच्छा तरीका है, और उनसे प्रार्थना करना।
      • सप्ताह के अन्य दिनों में, प्रतिदिन सुबह सूर्य को जल चढ़ाने की आदत डालें।
      • सूर्य की कृपा प्राप्ति के लिए 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
      • आदित्य हृदयम स्तोत्र का पाठ करें।
      • भगवान सूर्य से संबंधित पदोन्नति के लिए अंतिम ज्योतिषीय उपाय में सूर्य यंत्र की स्थापना करें और उसके सामने सूर्य बीज मंत्र - ॐ हरं ह्रीं ह्रीं ह्रीं सः सूर्याय नमः - का जाप करें।

      3. Shri Hanuman Ji की पूजा करें

      पवन पुत्र बजरंगबली भी नौकरी दिलाने के भाग्य वृद्धिकारक हैं। रोज हनुमान जी के मंदिर जा कर उनकी पूजा करें। अगर संकट मोचन नाम का जाप करें तो नौकरी पाने में सिद्धि होती है। बजरंगबली जानकी नाथ की कृपा से रुकावत द्वार होती है और सपने की नौकरी जल्दी मिल जाती है।

      Lord Hanuman को 'संकट मोचन' के रूप में भी माना जाता है, और उन्हें आपके जीवन से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान करने में सक्षम माना जाता है। यदि आपको प्रमोशन नहीं मिल रहा है या फिर कुछ समय से आपकी तनख्वाह स्थिर है, तो Tuesday के दिन निम्न विधि से हनुमान जी की पूजा करें:

      • अगर आपके पास हनुमान जी की मूर्ति या चित्र नहीं है, तो मंगलवार के शुभ समय में इसे प्रारंभ करें।
      • अब जब आप सोते हैं, तो अपने सिर की दिशा में हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति रखें।
      • हर दिन भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करने के लिए बजरंग बली मंदिर नियमित रूप से जाएं।
      • मंदिर में मंगलवार और/या शनिवार को चमेली के तेल का दीपक जलाएं।
      • आप Tuesday को मंदिर में भगवान हनुमान को सिंदूर चढ़ाने की भी सोच सकते हैं।
      • हर परेशानी से मुक्ति प्राप्त करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ सबसे श्रेष्ठ उपाय है।
      • Every Tuesday को बजरंग बाण का पाठ करें।
      • यदि आप विदेश में नौकरी की खोज में हैं, तो उड़ते हुए हवा में हनुमान जी की तस्वीर लगाने की सलाह दी जाती है। इस तस्वीर को हॉल या लिविंग एरिया में रखें।

      4. Maa Kali की पूजा करें 

      महाकाली की कृपा से भी नियुक्ति सुहाव होती है। हर सोमवार को मां का ध्यान करें और उसी दिन काले तिल और गुरु के मिश्रन से काली माता को भोग लगाएं। काली माता आपको सपने में नौकरी जरूर दिला देगी।

      एक और ज्योतिषी ने पदोन्नति हासिल करने की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए Maa Kali ki puja करने की सिफारिश की है। ज्योतिषियों का मानना है कि यह नौकरी में पदोन्नति प्राप्त करने के लिए एक प्रभावशाली तरीका है।

      • मां काली की पूजा के अलावा, आप मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के एक सरल उपाय भी आजमा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले सोमवार को काले चावलों को सफेद कपड़े में बाँधना है। 
      • फिर इन चावलों को अपने घर या मंदिर में मां काली को अर्पित करें। 
      • उन चावलों को जरूरतमंदों को दान करें। 

      5. भगवान शिव/Lord Shiva की पूजा करें

      वैदिक Jyotish के अनुसार, Lord Shiva की पूजा करने से जातक पर लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है। इसलिए, अगर Job में प्रमोशन चाहते हैं, तो भगवान शिव की पूजा अवश्य करें। और यहाँ यह करने का सबसे अच्छा तरीका है:

      • यदि आप अपने जीवन में भगवान शिव का आशीर्वाद चाहते हैं, तो Everyday शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
      • साथ ही शिवलिंग पर अक्षत भी अवश्य चढ़ाएं।
      • कच्चे दूध से रुद्राभिषेक या शिवलिंग का अभिषेक आपके जीवन से कई चिंताओं को दूर कर सकता है। यह आपको नौकरी में पदोन्नति प्राप्त करने में भी सहायक होगा।
      • Shiv Temple जाते time भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाएं।
      • केदारनाथ की तरह, शिव से धन की यात्रा करने की भी सलाह दी जाती है।
      • शिव से किया हुआ वचन कभी भी अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए।

      6. भगवान Shri Vishnu की पूजा करें

      भगवान श्री विष्णु भी इच्छा फल देते हैं। उनसे नौकरी मांगे के लिए तुलसी पत्र और फल चरण में अर्पित करें। फिर विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। क्या श्री विष्णु जी के उपाय आपकी आशा सुखी करेंगे।

      अगर सिर्फ प्रमोशन के अलावा आप नई नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे हैं और सफलता नहीं मिल रही है, तो भगवान विष्णु की पूजा/Worship Lord Vishnu आपके साथ खड़ी हो सकती है। भगवान विष्णु अपने भक्तों की इच्छाओं को पूरा करते हैं, और इस तरह आपको नई नौकरी, प्रमोशन, या अन्य संबंधित मामलों में सहायता मिल सकती है।

      • भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति के लिए कोई अनैतिक कार्य न करें और गुरुवार को भगवान श्री विष्णु के मंदिर जाएं।
      • Thusday को केले के पेड़ पर जल चढ़ाएं।
      • गुरुवार को पीले रंग के कपड़े पहनने से भी जातक को भगवान श्री विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
      • गुरुवार को किसी मंदिर में पीली वस्तु का दान करें।

      7. Shri Ram की पूजा करें

      मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम का नाम जप से भी नौकरी मिलने में सहयोग होता है। प्रातः काल में राम नाम का जाप करें और रात को सोने से पहले 'श्री राम जय राम, जय जय राम' का जाप करें। इस भगवान राम आपके उपाय में सुधार देंगे।

      8. Cows की भी सेवा करें 

      जनता में यह धारणा है कि गाय की सेवा से ही लाभ होता है। ज्योतिषियों का कहना है कि अपनी प्रगति सुनिश्चित करने के लिए रोज़ गौ माता की सेवा करनी चाहिए। ऐसा करने से आपकी प्रमोशन या वेतन में वृद्धि हो सकती है।

      • जब आप ऑफिस के लिए जाते समय थोड़ा आटा और गुड़ साथ लेकर निकलें।
      • फिर जहां-जहां रास्ते में गाय दिखे, उन्हें आटा और गुड़ खिलाएं।
      • खाना पकाते समय हमेशा एक रोटी गाय के लिए रखें।

      9. चिड़ियों को दाना देना

      Naukri या प्रमोशन के इच्छुक जातकों को पेशेवर क्षेत्र में अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए पक्षियों को दाना खिलाना चाहिए। ज्योतिषियों के अनुसार, छत या बालकनी पर पक्षियों के लिए पानी की सुविधा बनाना भी नौकरी में प्रगति या अनुभवी पोस्ट प्राप्त करने का एक तरीका हो सकता है। सर्वश्रेष्ठ परिणामों के लिए:

      • एक कटोरी में 7 अलग-अलग प्रकार की दालें या अनाज मिलाएं।
      • विभिन्न प्रकार की दालें जैसे गेहूँ, ज्वार, मक्का, बाजरा, चावल, और दालें, आप चुन सकते हैं।
      • अब daily सुबह इस मिश्रण को पक्षियों को खिलाएं।

      10. Worship Maa Durga

      माँ दुर्गा सप्तमी को नौकरी पाने हेतु वरदान देती हैं। उस दिन सावन के फूलों से माँ का सिंहासन सजाइए। फिर उस पर बैठकर मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना कीजिए। माँ दुर्गा ज़रूर आपकी आशा को पूरा करेंगी।

      नौकरी/Naukri में पदोन्नति प्राप्त करने के ऊपर दिए गए ज्योतिषीय उपायों के अलावा, और भी कई उपाय होते हैं जिन्हें आप आजमा सकते हैं। उन्हें यहाँ देखें।

      • अगर आप जाड़े में प्रगति चाहते हैं, तो गरीबों को काले कंबल का दान करें।
      • कुछ हल्दी पाउडर लें और उसे पानी में मिला दें।
      • जब भी आप अपने घर से निकलें, सुनिश्चित करें कि आप अपने दाहिने पैर से पहले बाहर निकलते हैं।
      • Monday के दिन चांदी की अंगूठी में मोती का रत्न धारण करें।
      • प्रमोशन की इच्छा रखते हुए घर में पीपल का पेड़ लगाएं और daily उस पर जल चढ़ाएं।
      • पिता की कृपा प्राप्त करें।
      • एक लाल कपड़ा लें और उसमें एक नारियल बांध दें। नौकरी में प्रमोशन की कामना करते हुए नारियल को पूर्व दिशा में बह रही नदी में डालें। ऐसा रविवार या मंगलवार को करें।
      • हर गुरुवार/Thuesday को बिना छूए पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं।
      • शुक्ल पक्ष में आने वाले Monday के दिन, सिद्ध योग में तीन गोमती चक्र को चांदी की तार में बाँधकर रखें।
      • यदि आप नौकरी के इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं, तो अपने सिर पर एक नींबू को 7 बार घुमा लें। फिर उसी नींबू को अपनी जेब या झोली में रखकर शाम के समय बहते जल में या किसी एकांत स्थान में प्रवाहित करें।
      • तकिये के नीचे अनंतमूल की जड़ रखने से विदेश में नौकरी प्राप्ति में सहायता मिलती है।
      • हर शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और 7 परिक्रमा करें।
      • पीपल के 11 पत्ते लेकर उन पर लाल सिंदूर से 'राम-राम' लिखें। फिर इन पत्तों से एक मौली माला बनाएं और नौकरी में पदोन्नति की प्रार्थना करते हुए इसे हनुमान जी को पहना दें। ऐसा लगातार 7 शनिवार तक करें।
      • ध्यान दें कि आपका 10वां घर मजबूत हो। अगर विश्वास नहीं होता तो एक अच्छे ज्योतिषी को अपनी जन्म कुंडली दिखाएं।

      कुछ उपाय और पूजा विधि:

      • बृहस्पतिवार को पिछले जन्म के कर्मों का प्रायश्चित करके पुण्यकाल में नौकरी मांग लेना चाहिए।
      • शुक्रवार को माँ लक्ष्मी के मंदिर में जाकर नौकरी योग के लिए लक्ष्मी कवच का पाठ करना चाहिए।
      • रविवार को शनि देव का ध्यान करते हुए शनि स्तोत्र का पाठ करना मंगलमय होता है।
      • सोमवार को शिव पूजा और रुद्र जप से नियुक्ति सुहाव होता है।
      • प्रथम संक्रांति को सूर्य उपासना और आदित्य हृदय स्तोत्र से सफलता मिलती है।
      • गुरुवार को बृहस्पति पूजा विधि से नौकरी पाने का योग बनता है।
      • मंगलवार को हनुमान पूजा और सुन्दरकांड पाठ नौकरी दिलाता है।
      • बुधवार को देवी पूजा और नवदुर्गा स्तुति से सपने पूरे होते हैं।
      • शुक्रवार को विष्णु सहस्रनाम जप से सफलता मिलेगी।

      इस प्रकार हर दिन कोई न कोई देवता या देवी की पूजा से नौकरी पाने का अवसर बन जाता है। आप भी प्रतिदिन किसी एक देवी या देवता का ध्यान करते रहिये और उनसे अनुरोध करते रहिये। अपेक्षा ही आपको मनोकामना सिद्धि होगी।

      नियुक्ति के लिए कुछ उपाय:

      • हरियाली अमावस्या को तुलसी प्लांट को पानी देकर नौकरी की प्रार्थना करें।
      • मकर संक्रांति को सूर्य अर्घ्य देकर नौकरी योग की कामना करें।
      • वसंत पंचमी को सरस्वती पूजा कर नौकरी की इच्छा जताएं।
      • महा शिवरात्रि को शिव लिंग पर अभिषेक करके नौकरी मांग लेना चाहिए।
      • होली को फूलों से थाली सजाकर, रंगपंचमी मंगलवार को नौकरी की कामना करें।
      • गुरु पूर्णिमा को गुरु का आशीर्वाद लेना चाहिए।
      • सावन सोमवार को शिव मंदिर में जलाभिषेक करना शुभ होता है।
      • जन्माष्टमी को कृष्णा पूजा से सफलता मिलती है।
      • अनंत चतुर्दशी को 14 कलश सजाना और नौकरी मांगना मंगलकारी होता है।
      • दशहरा को रावण दहन करते हुए इच्छा पूर्ण की प्रार्थना करें।
      • दिवाली को लक्ष्मी गणेश पूजा नौकरी सुहाव करता है।
      • तुलसी विवाह में तुलसी माता की पूजा करें और आशीर्वाद मांगें।
      • गीता जयंती पर गीता का पाठ नौकरी सिद्ध करता है।

      ऐसे त्योहारों को निरंतर संभालकर नियुक्ति पाने की कामना जताएं। कुछ समय में सफलता अवश्य मिलेगी।

      पूजा सामग्री और संपत्तियाँ जिनसे लाभ होता है:

      • मोली - हर देवी-देवता की मोली बनाना और पूजा करते समय उन्हें चढ़ाना शुभ होता है।
      • दीपक - देसी घी के दीपक जलाना भी लाभदायक होता है।
      • फूलों का हार - देवी-देवताओं के लिए फूलों का हार बनाकर पूजा करना अच्छा रहेगा।
      • धूप - लोबान और कपूर से धूप लगाना शुभ है।
      • पान - बीटल पत्ता और सुपारी का पान देवता को अर्पण करना चाहिए।
      • नैवेध्य - मिश्री और मक्खन से भोग बनाएं।
      • जल - गंगाजल या कुंड जल अभिषेक में प्रयोग करें।
      • वस्त्र - केसरी अंगवस्त्र अर्पण करें।
      • अक्षत - चावल के अक्षत पूजा में डालें।
      • चंदन - चंदन से तिलक लगाएं और चंदन अर्पण करें।
      • अगरबत्ती - सुगंधित अगरबत्ती पूजा में जलाएं।

      ऐसे संपूर्ण साज-सज्जा कर देवी-देवता पूजा करते रहिए और नियुक्ति पाने की इच्छा जारी रखिए। कुछ समय में सफलता आवश्य मिलेगी। किसी व्यक्तिगत गणपति या लक्ष्मी मूर्ति की स्थापना कर Naukri सुखद होती है। नियमित रूप से पूजा करते रहिए। 

      कोई भी परीक्षा के पहले गणेश पूजन और सरस्वती पूजन जरूर कीजिए। इससे सफलता आवश्य मिलेगी। आशा करो और प्रयात्न करते रहो। किसी न किसी रूप में नौकरी की रश्मिशक्ति आप पर अवश्य होगी। ईश्वर आपका हमेशा आश्रय रहेगा।

      निष्कर्ष

      दोस्तों, आज हमने इस लेख के माध्यम से आपको बताया है कि नौकरी प्राप्ति के लिए किस देवता की पूजा करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, हमने इस विषय से संबंधित और भी अनेक जानकारियाँ प्रस्तुत की हैं। आशा करते हैं कि आज का हमारा यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। अगर यह उपयोगी साबित होता है, तो कृपया इसे आगे शेयर करें ताकि अन्य लोगों तक यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके।

      साथियों, हम आशा करते हैं कि आपको हमारा 'नौकरी पाने के लिए किस देवता की पूजा करनी चाहिए' विषय पर आर्टिकल पसंद आया होगा। Thank You!

      FAQs

      नौकरी के लिए इंटरव्यू की तैयारी का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

      नौकरी के लिए साक्षात्कार की तैयारी के लिए कुछ युक्तियों में कंपनी और भूमिका पर शोध करना, सामान्य साक्षात्कार प्रश्नों के प्रति अपनी प्रतिक्रियाओं का अभ्यास करना, साक्षात्कारकर्ता से पूछने के लिए प्रश्न तैयार करना, अपना बायोडाटा संशोधित करना और एक दोस्त के साथ मॉक साक्षात्कार करना शामिल है। नौकरी से संबंधित अपनी योग्यताओं और अनुभव पर चर्चा करने के लिए तैयार रहें। साक्षात्कार से पहले रात को अच्छी नींद लें और जल्दी पहुंचें।

      बायोडाटा कितने समय का होना चाहिए?

      अधिकांश नौकरी आवेदनों के लिए, बायोडाटा अधिकतम 1-2 पेज लंबा होना चाहिए। अपने सबसे प्रासंगिक अनुभव और कौशल को शामिल करने पर ध्यान दें। सुनिश्चित करें कि स्पष्ट हेडर, बुलेट पॉइंट और एक साफ़ प्रारूप का उपयोग करके महत्वपूर्ण विवरण ढूंढना आसान हो।

      आपको नौकरी के लिए इंटरव्यू में क्या पहनना चाहिए?

      साक्षात्कार के लिए पेशेवर व्यावसायिक पोशाक पहनें, भले ही कंपनी का कैज़ुअल ड्रेस कोड हो। पुरुषों के लिए इसका मतलब आमतौर पर सूट, ड्रेस शर्ट और टाई होता है। महिलाओं के लिए सूट या ड्रेस पैंटसूट की सिफारिश की जाती है। जींस, टी-शर्ट या स्नीकर्स जैसे कैज़ुअल कपड़ों से बचें। साफ-सुथरा, पॉलिश किया हुआ और अच्छी तरह से तैयार दिखें।

      आप अपने बायोडाटा में रोजगार अंतरालों की व्याख्या कैसे करते हैं?

      यदि आपकी नौकरियों के बीच अंतराल है, तो सकारात्मक बातों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक स्पष्टीकरण तैयार करें जैसे कि आपने यात्रा करने के लिए समय निकाला, स्कूल वापस गए, पारिवारिक जिम्मेदारियों को संभाला, आदि। बताएं कि आप उस दौरान अपने उद्योग में कैसे अप-टू-डेट रहे। साक्षात्कारकर्ता को आश्वस्त करें कि आप काम पर लौटने के लिए तैयार हैं।

      नौकरी के लिए साक्षात्कार के अंत में आपको कौन से प्रश्न पूछने चाहिए?

      साक्षात्कारकर्ता से पूछे जाने वाले अच्छे प्रश्नों में शामिल हैं: क्या आप इस भूमिका में किसी विशिष्ट दिन का वर्णन कर सकते हैं? आप आदर्श उम्मीदवार में क्या तलाश रहे हैं? मेरे प्रदर्शन का मूल्यांकन कैसे किया जाएगा? व्यावसायिक विकास और उन्नति के लिए क्या अवसर हैं? इस कंपनी के लिए काम करने में आपको सबसे अच्छा क्या लगता है? इससे नौकरी में आपकी रुचि का पता चलता है।

      जानिए भगवत गीता घर में रखना चाहिए या नहीं और घर में रखने से क्या होता है

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      क्या आप जानना चाहिए है की भगवत गीता घर में रखना चाहिए या नहीं और साथ में ये भी जाने की घर में गीता रखने से क्या होता है, तो चलिए विस्तार से जानते है।

      प्रत्येक धर्म में किसी न किसी धार्मिक ग्रंथ का महत्व होता है, ठीक उसी रूप में, हिंदू सनातन धर्म में भगवत गीता को धार्मिक ग्रंथ के रूप में माना जाता है। इस ग्रंथ को हिंदू धर्म में सबसे अधिक महत्व दिया गया है, और भगवत गीता का नियमित पाठ और उसमें दी गई उपदेशों का अनुसरण करने से मनुष्य का जीवन सुधरता है।

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        मानव जीवन में अनेक चुनौतियाँ होती रहती हैं। वे व्यक्तियाँ जो नियमित रूप से भगवद गीता का पाठ करती हैं, वे अपनी अडचनों को सरलता से पार करके आगे बढ़ सकती हैं। इस आलेख में, हम भगवद गीता के बारे में इसी प्रकार की कुछ बातें साझा करेंगे, इसलिए कृपया हमारे आलेख को अंत तक ज़रूर पढ़ें।

        मित्रों, आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि क्या घर में भगवद गीता रखना चाहिए या नहीं, और घर में गीता रखने से कौन-कौन से लाभ हो सकते हैं। इसके अलावा, हम इस विषय से संबंधित और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। इसलिए, हम आपको इस विषय पर सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।

        जानिए भगवत गीता घर में रखना चाहिए या नहीं

        भगवत गीता, हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ, घर में स्थान बनाने योग्य माना जाता है। आप इसे घर के मंदिर में या फिर मंदिर के आसपास स्वच्छ और सुशील स्थान पर रख सकते हैं।

        भगवद गीता, एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है जो मन, विचार, और आत्मा के उन्नति की बातें सिखाती है। इसलिए, घर में भगवद गीता को रखना एक बहुत उपयुक्त विचार है।

        गीता जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अमूल्य ज्ञान देती है, जो समस्याओं का सामाधान करने में मदद कर सकता है। इससे नैतिक मूल्यों का समर्पण बढ़ता है और व्यक्ति अध्यात्मिक रूप से समृद्धि का अनुभव कर सकता है।

        घर में भगवद गीता को रखकर परिवार के सदस्यों को भी इसमें रुचि बढ़ती है और वे अपने जीवन में उद्दीपन प्राप्त करते हैं। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने कर्तव्यों का सही रूप से पालन करता है और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करता है।

        सम्गीता के इस अनमोल ज्ञान को अपने घर में स्थायी रूप से रखकर व्यक्ति अपने जीवन को एक नए दिशा में मोड़ सकता है, जिससे उसका जीवन सफलता और संतुलन से भरा हो सकता है।

        यह हम जानेगे घर में गीता रखने से क्या होता है

        गीता को घर में रखने से अद्यतित तत्वों का असर नहीं होता है। लेकिन, रोज़ाना गीता का पाठ करने से मनुष्य के जीवन में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हो सकते हैं और उसकी शृंगारता में सुधार हो सकता है। गीता में व्यक्त की गई बातों का अनुसरण करने से जीवन में सुधार होता है।

        जो व्यक्ति दैहिक और मानसिक स्वास्थ्य के लाभ के लिए रोजाना गीता का पाठ करता है, उसे जीवन में संतुष्टि मिलती है। इसलिए, घर में गीता रखने से अथवा घर में रखी हुई गीता का पाठ करने से कुछ नहीं होगा, लेकिन इससे व्यक्ति को विभिन्न प्रकार के लाभ हो सकते हैं।

        गीता व्यक्ति को सही दिशा में चलने के लिए प्रेरित करती है और उसे अपने कर्तव्यों का सही रूप से पालन करने के लिए प्रेरित करती है। यह व्यक्ति को जीवन में संतुलन और शांति की अनुभूति करने में मदद करती है और उसे अपने आत्मविकास की दिशा में मार्गदर्शन करती है।

        गीता के पाठन से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, परिवार के सदस्यों के बीच समझदारी और समर्थन का माहौल बनता है और उन्हें जीवन के उच्चतम मूल्यों की प्राप्ति में मदद मिलती है।

        भगवत गीता का पाठ कैसे करे?

        भगवत गीता का पाठ करते समय, निम्नलिखित विधियों का अनुसरण करें:

        • हालांकि आप भगवद गीता का पाठ किसी भी समय कर सकते हैं, लेकिन पूजा पाठ के लिए सुबह को सर्वोत्तम माना जाता है। उसी तरह, भगवद गीता का पाठ भी सुबह के समय करना अत्यधिक प्रशंसनीय माना जाता है।
        • इस पवित्र ग्रंथ के कारण, इसे खराब हाथों से छूना नहीं चाहिए। सुबह स्नान आदि के बाद ही भगवद गीता का पाठ करना उचित है।
        • भगवद गीता का पाठ करने से पहले चाय, दूध, कॉफी, नाश्ता आदि का सेवन न करना उत्तम होगा। पाठ के बाद ही अन्य दैनिक क्रियाएँ शुरू करना उचित है।
        • पाठ की शुरुआत से पहले भगवान गणेश और श्रीकृष्ण के नाम का जाप करना उचित है।
        • इसके बाद, आप पाठ की शुरुआत कर सकते हैं। पाठ के दौरान किसी से बीच-बीच में बात न करना चाहिए।
        • पाठ को हमेशा किसी भी आसन पर बैठकर करना चाहिए।
        • गीता का पाठ करने पर, आपको स्वयं गीता का अच्छे से रख-रखाव करना चाहिए।
        • जिस अध्याय में आपने गीता का पठन शुरू किया है, उसे पूरा करने के बाद ही उठना चाहिए।
        • गीता का पाठ शुरू करने से पहले और पूरा करने के बाद, अपने माथे पर हाथ रखकर प्रणाम अवश्य करें।
        • भगवत गीता का पाठ पूर्ण होने के बाद, भगवत गीता की आरती करना अत्यंत आवश्यक है।
        • इस नियम को नियमित रूप से पालन करना चाहिए।

        कौन-कौन सा गीता का अध्याय पढ़ना चाहिए?

        आप गीता के किसी भी अध्याय को पढ़ सकते हैं, पर एक महत्वपूर्ण बात यह है कि आप जिस अध्याय की शुरुआत करते हैं, उसे पूरा करके ही आगे बढ़ें।

        गीता में 18 अध्याय हैं, प्रत्येक एक अध्याय अनूठा और महत्वपूर्ण ज्ञान से भरा हुआ है। यहां कोई निश्चित अध्याय पढ़ने का निर्देश नहीं है, क्योंकि व्यक्ति की आत्मा और चरित्र की आवश्यकताओं के आधार पर अलग-अलग अध्यायों की सुझावित वाचनीयता हो सकती है। हर अध्याय में विशेष उपदेश है जो जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान करता है। व्यक्ति अपनी आध्यात्मिक आवश्यकताओं के आधार पर उचित अध्याय का चयन कर सकता है।

        Also Read: Saraswati Puja 2024: जानें तिथि, समय, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

        निष्कर्ष                                  

        दोस्तों, इस आलेख के माध्यम से हमने आपको बताया है कि क्या घर में भगवद गीता रखना चाहिए और इससे क्या हो सकता है। इसके अलावा, हमने इस विषय से संबंधित और भी जानकारी प्रदान की है। हम उम्मीद करते हैं कि आज का यह आलेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। अगर ऐसा है, तो कृपया इसे अगे शेयर करें।

        दोस्तों, हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा भगवद गीता घर में रखना चाहिए या नहीं, और घर में गीता रखने से क्या होता है यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा। धन्यवाद!

        जानिए गले में सोने की चेन पहनने के फायदे, नया सोना किस दिन पहनना चाहिए

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        रविवार

        गले में सोने की चेन पहनने के लाभ और नया सोना किस दिन पहनना चाहिए, आज के समय में सोने के आभूषण पहनना हर किसी को पसंद है। लोग एक दूसरे की देखते ही सोने के आभूषण पहनते हैं।

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          हेलो दोस्तों क्या हम भी जानना चाहते हैं, गले में सोने की चेन पहनने के फायदे और नया सोना किस दिन पहनना चाहिए, आज के समय में सोने के आभूषण पहनना हर किसी को पसंद आता है। लोग दूसरों को सोने के आभूषण पहनते हुए देखकर प्रेरित होते हैं, परंतु बहुत कम लोग यह जानते हैं कि सोने के आभूषण पहनने से कुछ लोगों को फायदा हो सकता है, जबकि कुछ लोगों को नुकसान भी हो सकता है।

          सोने के आभूषण पहनने के पीछे हमारे ग्रह नक्षत्र भी काम करते हैं। कई लोग गले में सोने की चेन पहनना चाहते हैं। सोने की चेन पहनने से कुछ लोगों को फायदा हो सकता है, जबकि कुछ लोगों को नुकसान भी हो सकता है।

          मित्रों, आज हम इस लेख के माध्यम से गले में सोने की चेन पहनने के लाभ और सोने के पहनने के नुकसान को साझा करेंगे। इसके अलावा, हम इस विषय से संबंधित और भी जानकारी प्रदान करेंगे। इस महत्वपूर्ण जानकारी को प्राप्त करने के लिए, कृपया हमारा लेख अंत तक ज़रूर पढ़ें। चलिए, हम आपको इस विषय पर पूरी जानकारी प्रदान करते हैं।

          जाने सोने की चेन गले में पहनने के फायदे

          नीचे हमने गले में सोने की चेन पहनने के कुछ लाभ बताए हैं।

          • यदि आप अपने दांपत्य जीवन में सुख चाहते हैं, तो गले में सोने की चेन पहनना आपके लिए उपयुक्त हो सकता है। इससे आपका दांपत्य जीवन खुशहाल और सुखमय हो सकता है।
          • यदि आपके शरीर में विष का प्रभाव है, तो आप गले या अन्य किसी भी जगह सोने का आभूषण पहन सकते हैं। सोना उष्ण होता है और यह विष को दूर करने में हमारी सहायता कर सकता है।
          • यदि आप दुबले-पतले हैं, तो गले में सोने की चेन पहनें।
          • सोना गले और अन्य किसी भी स्थान पर धारण करने से आँख, कान, नाक, छाती, पेट आदि का दर्द समाप्त हो सकता है।
          • माना जाता है कि सोना सोने को आकर्षित करता है, इसलिए यदि आप गले में सोने की चेन पहनते हैं, तो आपके पास और अधिक सोना इकट्ठा हो सकता है।

          किस दिन New Gold पहनना चाहिए?

          ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सोना रविवार, बुधवार, गुरुवार, और शुक्रवार के दिन पहनना चाहिए। इन दिनों नया सोना धारण करना शुभ माना जाता है।

          सोना पहनने के हानिकारक प्रभाव

          नीचे हमने सोना पहनने के कुछ हानिकारक प्रभाव बताए हैं।

          • जिन लोगों को मोटापा और पेट की समस्या है, उन्हें सोना नहीं पहनना चाहिए। इस तरह के व्यक्तियों को सोना पहनने से उल्टा नुकसान हो सकता है।
          • कभी भी बाएं हाथ में सोना नहीं पहनना चाहिए, लेकिन यदि किसी विशेष कार्य के लिए बाएं हाथ में सोना पहना है, तो वह स्वीकृत होगा।
          • जो व्यक्ति बहुत गुस्सेवाले और वाचाल प्रकार के होते हैं, उन्हें सोना नहीं पहनना चाहिए।
          • पैरों में सोने की कोई भी धातु नहीं पहननी चाहिए। सोना बहुत ही पवित्र धातु माना जाता है, इसलिए अगर आप सोना को पैरों में धारण करते हैं, तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
          • जो महिला वृद्ध हैं या गर्भवती हैं, उन्हें सोना नहीं पहनना चाहिए। थोड़ा सोना पहना जा सकता है, लेकिन अधिक सोना पहनने से बचना चाहिए, नहीं तो उल्टा नुकसान हो सकता है।

          Gold पहनने के नियम

          नीचे हमने सोना पहनने के कुछ नियम बताए हैं।

          • सोना को हमेशा रविवार, बुधवार, गुरुवार, और शुक्रवार के दिन ही पहनना चाहिए।
          • पैरों में सोना नहीं पहनना चाहिए।
          • कुछ लोग सोना पहनने के साथ अन्य धातु के भी आभूषण पहनते हैं, लेकिन सोने के साथ चांदी के अलावा अन्य किसी भी वस्तु को धारण नहीं करना चाहिए।
          • तर्जनी उंगली में सोना पहनना चाहिए ताकि एकाग्रता मिले।
          • सम्मान प्राप्त करने के लिए भी सोना पहनना चाहिए।
          • जुकाम और सर्दी से परेशान हैं? तो कनिष्ठान उंगली में सोना धारण करें।
          • विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचने के लिए आप किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर सोना धारण कर सकते हैं।

          निष्कर्ष

          मित्रों, इस आलेख के माध्यम से हमने गले में सोने की चेन पहनने के लाभ और सोना पहनने के नुकसान को साझा किया है। इसके अलावा, हमने इस विषय से संबंधित और भी जानकारी प्रदान की है। हम उम्मीद करते हैं कि आज का आलेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। अगर आपको यह लेख उपयोगी लगा है, तो कृपया इसे शेयर करें।

          मित्रों, हम आशा करते हैं कि आपको गले में सोने की चेन पहनने के फायदे वाला आलेख पसंद आया होगा। धन्यवाद!

          Raja Yoga in Astrology: जानिए Jyotish में 7 सबसे प्रबल राजयोग क्या है?

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          Raja Yoga in Astrology: हम सभी एक ऐसे जीवन की कामना करते हैं जो असाधारण हो और सफलता, प्रसिद्धि, धन, और ज्ञान से भरपूर हो, या दूसरे शब्दों में - "एक जीवन जो समाज में सामान्य से हटकर हो।" हमेशा सुना है कि सामान्य तौर से एक सामग्रिक और योग्यताओं से भरा जीवन जीने के लिए, आपको बहुत मेहनत करनी पड़ती है, और ईमानदारी से - इसमें कोई 2 रास्ते नहीं हैं। हालांकि, ऐसे लोग भी हैं जो किसी विशेष पूर्व जन्म के अच्छे कर्मों के परिणामस्वरूप कुछ विशेष आकाशीय आशीर्वाद धारण करते हैं जो उन्हें अपने जीवन के कुछ क्षेत्रों में शीघ्रता से उन्नत होने में मदद करते हैं।

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            Kundali में Rajyog का क्या मतलब है?

            ज्योतिष में 'राजयोग' कहे जाने वाले विशिष्ट ग्रहों के संयोजन होते हैं, जो यदि किसी के Kundali में मौजूद होते हैं, तो उसके जीवन में सफलता और समृद्धि को बहुत तेज़ी और सरलता से ला सकते हैं। एक व्यक्ति को एक ज्योतिषी से बात करनी चाहिए ताकि उसकी कुंडली में किसी Rajyog की मौजूदगी की जाँच की जा सके और उसे यह जानने में मदद हो सके कि वह अपने जीवन के कुंडली राजयोग के सर्वोत्तम लाभ उठा सकता है और अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों को कैसे योजना बना सकता है।

            राजयोग ज्योतिष लाभ

            Kundali में राजयोग के साथ होने से व्यक्ति को कई लाभ होते हैं। Raj Yoga बुनियादी रूप से अत्यधिक शक्तिशाली और समृद्धिपूर्ण ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं को आकर्षित करता है और व्यक्ति के भविष्य या जीवन की पथदर्शिता में एक महत्वपूर्ण धक्का प्रदान करता है। राजयोग से युक्त व्यक्तियां हमेशा अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कई कदम आगे रहती हैं और उन्हें अपने जीवन में सफलता, नाम और प्रशंसा बहुत ही सरलता से मिलती है।

            ऐसा लगता है कि लेडी लक हमेशा उन पर मुस्कुराती है और ऐसे लोगों के कुंडली में राजयोग होने से भाग्य उनके जीवन के महत्वपूर्ण प्रयासों में हमेशा साथी बनता है। राजयोग से युक्त व्यक्तियां आदिकाल से ही विशेषाधिकार और शक्ति के पदों पर उठती हैं। इन व्यक्तियों को नाम और प्रशंसा स्वभाव से ही मिलते हैं और उनकी व्यक्तित्व में एक महत्वपूर्ण कार्षिक जुड़ी होती है। जबकि राजयोग के बिना एक व्यक्ति कड़ी मेहनत के बावजूद मध्यम परिणाम प्राप्त करेगा, एक राजयोग से युक्त व्यक्ति को सफलता बहुत ही आसानी से और कुछ ही समय में हो जाएगी।

            ये भी पढ़े: जल्दी कर्ज उतारने के टोटके - जाने 4 सबसे पावरफुल टोटके

            हालांकि, यह याद रखना आवश्यक है कि किसी के कुंडली में राजयोग होने वाले व्यक्ति को अपनी समय, प्रयास और ऊर्जा को उस विशेष क्षेत्र पर केंद्रित करना चाहिए जिसे उस विशेष राजयोग से संकेत किया जाता है। इस उद्देश्य के लिए, यह हमेशा सुनिश्चित किया जाता है कि आप अपने जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं में कदम रखने से पहले ज्योतिषी से बात करें, ताकि आपके प्रयास उसी दिशा/क्षेत्र में दिशा में हों जो आपके कुंडली में मौजूद राजयोग के साथ "संरेखित" है।

            हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषी से संपर्क करें और एक अत्यंत अनुभवी ज्योतिषी से बात करें जो आपकी कुंडली को ध्यानपूर्वक विश्लेषण करेंगे और आपको अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करेंगे जो आपको आपके जीवन में स्वास्थ्य, धन, प्रचुरता, सफलता और अनपेक्षित समृद्धि के लिए सकारात्मक ब्रह्मांडीय ऊर्जा आकर्षित करने में मदद करेगा!

            पराशारी राजयोग क्या है? | What is Parashari Raj Yoga

            पराशारी राजयोग ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण योग है जो जातक को धन, सम्मान और साम्राज्य की प्राप्ति में मदद करता है। इस योग में ग्रहों के एक विशेष संयोजन की उपस्थिति होती है जो व्यक्ति को समृद्धि और शक्ति प्रदान करता है। 

            अधिकांश योग उत्तम विषय, भाग्यशाली ग्रहों, उच्च स्थिति और योगक्षेम योग के साथ जुड़े होते हैं। यह ग्रहों के संयोजन की स्थिति और उनके एकांत के आधार पर निर्धारित होता है। 

            पराशारी राजयोग (Parashari Yoga) विशेष रूप से कुंडली में धन योग, राजा योग और महाराजा योग के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। यह योग जातक को सफलता, प्रतिष्ठा, ऐश्वर्य, और शक्ति प्रदान करते हैं।

            ज्योतिष में सबसे शक्तिशाली Raja Yoga

            यह थोड़ा सा कपटपूर्ण लग सकता है, लेकिन सभी राज योग शक्तिशाली होते हैं। वास्तव में, उन्हें शक्तिशाली होने के लिए ही बनाया गया है, इसीलिए उन्हें पहले से ही राज योग कहा जाता है। तो, "कौन सा सबसे शक्तिशाली राज योग है?" के सवाल का वास्तविक उत्तर है - वह जिसे आप पूरी तरह से उपयोग करते हैं! आपकी कुंडली में एक राजयोग हो सकता है, लेकिन आप उस राजयोग के ऊर्जाओं के साथ अनुसरण करने वाले पहलुओं की पहल करने के बावजूद, आप उस राजयोग से लाभ नहीं उठा सकते हैं।

            Jyotish में राजयोग के प्रकार

            हालांकि कई राज योग हैं, Astrology में सात सबसे शक्तिशाली 'राज योग' निम्नलिखित हैं:

            1. गजकेसरी योग: गजकेसरी योग गुरु और चंद्रमा के बीच का एक प्रकार का Raj Yoga है। जब ये दो ग्रह एक होरोस्कोप में आपस में 'केंद्र' स्थित होते हैं, तो गजकेसरी योग का निर्माण होता है। इस राजयोग से Kundali में सफलता, धन, आनंद और शक्ति होती है।
            2. बुधआदित्य योग: अगर सूर्य और बुध ज्योतिष के किसी सुखकारी घर में संयुक्त रूप से सकारात्मक रूप से स्थित होते हैं, तो इससे बुध आदित्य योग (Budha Aditya Yoga) का निर्माण होता है। यह Rajyog किसी को उच्च स्तर की बुद्धि, नाम, प्रशंसा, शक्ति और स्थान में आशीर्वाद प्रदान करता है।
            3. विपरीत राज योग: इस प्रकार का Rajyog कुंडली में 'त्रिक स्थानों' या 6वें, 8वें, और 12वें घरों के स्वामियों द्वारा निर्मित होता है। जब त्रिक स्थानों के स्वामीज़ अपने ही घरों में स्थित होते हैं या उनके द्वारा स्वामित्व किए गए अन्य त्रिक स्थानों के घरों में स्थित होते हैं, तो एक विपरीत राज योग (Vipreet Raja Yoga) जातक की कुंडली में बनता है। इस राजयोग के परिणामस्वरूप, जातक को महान सफलता और प्रशंसा मिलती है, हालांकि कुछ मामलों में, सफलता और प्रशंसा किसी प्रारंभिक संघर्ष के बाद आती हैं।
            4. पाराशरी राज योग: यह राजयोग कुंडली में तब बनता है जब 'केन्द्र' और 'त्रिकोण' घर या उन घरों के स्वामियों का आपसी संबंध होता है। पाराशारी राजयोग (Parashari Raja Yoga) वाले व्यक्ति को सफलता, धन की प्राप्ति होती है और समाज में उच्च स्थान का आनंद मिलता है।
            1. अखण्ड राज योग: यह कुंडली में एक दुर्लभ Rajyog है और यह तब बनता है जब बृहस्पति लग्नेश की तुलना में बढ़िया स्थिति में होता है और व्यक्ति की कुंडली में 2वें, 5वें, या 9वें घर का स्वामी होता है। अखंड राजयोग (Akhand Raja Yoga) को कुंडली में माना जाता है जब 2वें, 9वें, या 11वें घर का स्वामी चंद्रमा के साथ केंद्र में स्थित है। यह राजयोग शक्ति, स्थान, अधिकार, प्रमुखता और शासन की क्षमता प्रदान करता है। इस राजयोग के साथ व्यक्ति सभी सांसारिक सुखों का आनंद लेता है और दुनिया के कई प्रमुख राजनेता की कुंडलियों में इसे देखा जाता है।
            2. धन राज योग: यह Kundali में एक ऐसा राजयोग है जो बनता है जब 1वें, 2वें, 5वें, 9वें और 11वें घर के स्वामी एक दूसरे से संबंधित होते हैं, जो मेल या दृष्टि के माध्यम से। धन राजयोग (Dhan Yoga) से युक्त व्यक्तियों को उनके जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती। प्रचुर धन उनके जीवन की स्वाभाविक स्थिति बन जाता है।
            3. अधि राज योग: यह राजयोग कुंडली में बनता है जब बृहस्पति, शुक्र, और बुध नेत्रीय चंद्रमा से 6वें या 8वें घर में स्थित होते हैं। अधि योग (Adhi Yoga) को चंद्राधि राज योग भी कहा जाता है। यह राजयोग व्यक्ति पर महान ज्ञान, सफलता, और नेतृत्व की गुणवत्ता बरसाता है और उसे समाज में एक आदर्श उदाहरण बनाता है।

            ज्योतिष में अत्यंत दुर्लभ योग

            Jyotish में राजयोग व्यक्ति की कुंडली या जन्मकुंडली में विशेष ग्रह स्थानों के मामले होता है। इसलिए, जो ग्रह स्थान बनाने वाला एक राजयोग को कोई दुर्लभ चीज नहीं कहा जा सकता है, और न ही यह कुछ है जो व्यापक रूप से फैला हुआ है।

            हालांकि, अखंड राजयोग एक ज्योतिष में यह वाकई बहुत ही दुर्लभ योग है जो आमतौर पर लोगों की कुंडलियों में धूप में पाया जाता है। इसके अलावा, आधि योग भी पाने में काफी दुर्लभ होता है। इसलिए, यह था ज्योतिष में 7 सबसे शक्तिशाली 'राजयोग' के बारे में।

            अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपकी कुंडली में कौन-कौन से राजयोग हैं जिन्हें आप चतुरता से उपयोग करके अपने जीवन में सफलता, विकास, धन, और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं, तो एक ज्योतिषी से बातचीत करें जो आपको अपनी कुंडली / Kundli की अनुकूल ग्रह स्थितियों को सबसे अच्छे तरीके से उपयोग करने के लिए मार्गदर्शन करेगा।

            पराशारी राजयोग के लाभ: Parashari Raj Yoga Benefits

            1. धन की प्राप्ति: पराशारी राजयोग व्यक्ति को धन की प्राप्ति में मदद करता है। यह धन के स्रोतों को संतुलित करके आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है।

            2. सम्मान और प्रतिष्ठा: इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है, जो उन्हें समाज में उच्च स्थान पर ले जाती है।

            3. साम्राज्य की प्राप्ति: पराशारी राजयोग व्यक्ति को साम्राज्यिक शक्ति और प्रभाव की प्राप्ति में सहायक होता है। यह उन्हें अधिकाधिक क्षेत्रों में आगे बढ़ने की क्षमता प्रदान करता है।

            4. स्थिरता और सफलता: यह योग व्यक्ति को जीवन में स्थिरता और सफलता की प्राप्ति में सहायक होता है, जिससे वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में समर्थ होता है।

            5. आत्मविश्वास और आत्मसंयम: पराशारी राजयोग व्यक्ति को आत्मविश्वास और आत्मसंयम की प्राप्ति में मदद करता है, जो उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफल बनाता है।

            December 2025 Horoscope: साल के आखिरी महीने में आपकी किस्मत का क्या होगा बड़ा खुलासा!

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            बुधवार

            December 2025 Monthly Horoscope: साल का अंतिम महीना दिसंबर है बात करे तो दिसंबर 2025 कई राशियों के लिए यह महीना बेहद खास रहने वाला है। इस महीने में ग्रहों - बृहस्पति, मंगल, बुध, सूर्य और शुक्र - की बड़ी चाल भी बदलने वाली है। इन ग्रह गोचर का सीधा असर सभी राशियों के करियर, धन, रिश्तों और खुशियों पर भी पड़ेगा। खासकर शुक्र का बदलता हुआ व्यवहार रिश्तों, वैवाहिक जीवन, प्रेम, सुख और समृद्धि पर गहरा प्रभाव डालेगा। कई लोगों के लिए यह महीना सौभाग्य लेकर आएगा, तो कुछ के लिए यह महीना चुनौतियों का दौर भी रह सकता है।

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              दिसंबर महीने के प्रमुख व्रत और त्योहार

              • 1 दिसंबर 2025: एकादशी व्रत (Monday)
              • 2 दिसंबर 2025: प्रदोष व्रत (Tuesday)
              • 4 दिसंबर 2025: पूर्णिमा व्रत (Thursday)
              • 15 दिसंबर 2025: एकादशी व्रत (Monday)
              • 17 दिसंबर 2025: प्रदोष व्रत (Wednesday)
              • 27 दिसंबर 2025: गुरु गोविंद सिंह जयंती (Saturday)
              • 28 दिसंबर 2025: दुर्गा अष्टमी व्रत (Sunday)
              • 31 दिसंबर 2025: पुत्रदा एकादशी व्रत (Wednesday)

              मेष राशिफल दिसंबर 2025

              दिसंबर आपके लिए सम्मान और उपलब्धियों का महीना भी बन सकता है। आपके पुराने अटके काम पूरे होंगे। विदेश यात्रा के योग भी मजबूत हैं। आपकी सेहत अच्छी रहेगी, परिवार में भी शुभ कार्यक्रम हो सकता है, धन में लाभ मिलेगा। इस माह निवेश करना लाभदायक रहेगा। काम पर किसी महिला सहयोगी की ओर आकर्षण बढ़ सकता है। साहित्य और संगीत में रुचि बढ़ेगी। छात्रों के लिए यह महीना सफलता देने वाला है।

              • उपाय: हनुमान जी की पूजा कर हनुमान चालीसा पढ़ें।
              • लकी कलर: लाल
              • लकी नंबर: 9

              वृषभ राशिफल दिसंबर 2025

              दिसंबर का यह महीना लाभदायक रहेगा, लेकिन अत्यधिक महत्वाकांक्षा से बचें। इस महीने दोस्त कम ही सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा पर डॉक्टर से सलाह आवश्यक है। अचानक किसी बड़े काम पर धन खर्च हो सकता है। शत्रुओं से सतर्क रहें। बच्चों या परिवार में मतभेद संभव। प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त के लिए समय ठीक नहीं। छात्र पढ़ाई में कम मन लगाएंगे, प्रेम संबंधों में गलतफहमियाँ हो सकती हैं।

              • उपाय: शिवालय में जाकर शिव जी को जल अर्पित करें और शिव चालीसा पढ़ें।
              • लकी कलर: ऑफ-व्हाइट
              • लकी नंबर: 6, 15

              मिथुन राशिफल दिसंबर 2025

              मिथुन राशि वालो के लिए यह महीना संघर्षपूर्ण रहेगा, परंतु आप अपने शत्रुओं पर विजय पाएंगे। इस महीने आपका धार्मिक कार्यों व दान-पुण्य की ओर झुकाव होगा। आपको अपने करियर को लेकर चिंता रहेगी। धन की आवक होगी पर खर्च भी बराबर रहेंगे। यह महीना वाहन खरीदने के लिए समय शुभ है। लव प्रपोज़ल स्वीकार हो सकता है। दांपत्य जीवन सामान्य रहेगा।

              • उपाय: तुलसी माता की प्रतिदिन सेवा करें और गायत्री मंत्र का जाप करें।
              • लकी कलर: हरा
              • लकी नंबर: 5, 14

              कर्क राशिफल दिसंबर 2025

              कर्क राशि वालो के लिए यह महीना दिमाग और अनुभव से कार्यक्षेत्र में सबको प्रभावित करेंगे। इस महीने सेहत ठीक रहेगी, विदेश यात्रा के योग मजबूत हैं। आपके परिवार में मतभेद की स्थिति बन सकती है। इस महीने धन धार्मिक कार्यों के लिए खर्च होगा। यही आप स्टूडेंट्स है तो आपको नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। प्रेम संबंधों में धोखे की संभावना।

              • उपाय: पारद शिवलिंग की पूजा करें और शिवमहिम्न स्तोत्र पढ़ें।
              • लकी कलर: सिल्वर
              • लकी नंबर: 2

              सिंह राशिफल दिसंबर 2025

              सिंह राशि के जातको के लिए यह महीना तरक्की भरा रहेगा। इस महीने ऊँचे पद के लोगों से मुलाकात होगी। आपकी धन की स्थिति इस महीने बेहतर होगी। इस महीने आपको संतान से खुशी मिलेगी। आपका विदेश यात्रा शुभ रहेगी। दिसंबर महीने में आपकी मनोकामनाएँ पूरी होंगी। इस माह में कानूनी मामलों में जीत मिल सकती है।

              • उपाय: भगवान विष्णु जी की पूजा करें और नारायण कवच पढ़ें।
              • लकी कलर: गोल्डन
              • लकी नंबर: 1

              कन्या राशिफल दिसंबर 2025

              दिसंबर के महीने में कन्या राशि के जातको के पुराने अटके कामों में तेजी आएगी। इस महीने आपके मित्र सहयोग करेंगे। आपकी सेहत अच्छी रहेगी, उत्साह बना रहेगा। इस महीने आपका वित्तीय फैसले सोच-समझकर लें, भ्रमित न हों। खासकर आपको नई प्रॉपर्टी खरीदने का मौका मिल सकता है। प्रेम संबंधों में सफलता और विवाह के योग।

              • उपाय: गणपति को दूर्वा-मोदक चढ़ाएँ और अथर्वशीर्ष पढ़ें।
              • लकी कलर: हरा
              • लकी नंबर: 5

              तुला राशिफल दिसंबर 2025

              तुला राशि के जातको के लिए इस महीने में काम ज्यादा रहेगा और लाभ कम रहेगा ऐसी स्थिति बन सकती है। आपको इस महीने में धन लाभ होगा, पर इस महीने में आप परिवार को समय नहीं दे पाएंगे। साल के लास्ट महीने में नए मकान की खरीद संभव। इस माह में प्रेम संबंधों में तनाव हो सकता है और दुश्मन सक्रिय रहेंगे।

              • उपाय: क्रिस्टल शिवलिंग की पूजा कर रुद्राष्टक पढ़ें।
              • लकी कलर: सफेद
              • लकी नंबर: 6

              वृश्चिक राशिफल दिसंबर 2025

              वृश्चिक राशि के जातको के लिए दिसंबर महीने के शुरुआत में दिक्कतें रहेंगी पर अंत में सफलता मिलेगी। इस महीने आप कोई भी बड़े रिस्क न लें। आपको इस महीने दोस्तों से भी कम लाभ मिलेगा। आपका इस माह में स्वास्थ्य व मानसिक तनाव बढ़ भी सकता है। साल के लास्ट महीने में पुरानी प्रॉपर्टी विवाद भी बढ़ सकता है। प्रेम संबंधों में कलह संभव रहेगा।

              • उपाय: हनुमान जी की पूजा कर सुंदरकांड पाठ करें।
              • लकी कलर: गहरा लाल
              • लकी नंबर: 9

              धनु राशिफल दिसंबर 2025

              धनु राशि के जातको के लिए दिसंबर का महीना शांति और समृद्धि का समय होगा। आपके कार्यों में लाभ मिलेगा। इस महीने में आपका समाज में मान-सम्मान कुछ ज्यादा ही बढ़ेगा। दिसंबर के महीने में प्रॉपर्टी लेन-देन के अच्छे योग है। इस महीने आपका बच्चों पर खर्च बढ़ सकता है। यही आप छात्र है तो अन्य गतिविधियों में उलझ सकते हैं।

              • उपाय: तुलसी दल चढ़ाकर नारायण कवच पढ़ें।
              • लकी कलर: पीला
              • लकी नंबर: 12, 3

              मकर राशिफल दिसंबर 2025

              मकर राशि के जातको के लिए इस महीने में मिश्रित परिणाम मिलेंगे, पर इस महीने का अंत बहुत ही शानदार रहेगा। इस महीने दोस्तों से मध्यम लाभ, और यात्राएँ सुखद होगा। परिवार में शुभ कार्य के भी योग बन रहे है। साल के लास्ट महीने में प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त का अच्छा समय। इस महीने में आपके प्रेम में कड़वाहट आ सकती है।

              • उपाय: शिवजी को बेलपत्र चढ़ाकर शिव चालीसा पढ़ें।
              • लकी कलर: नीला
              • लकी नंबर: 17, 8

              कुंभ राशिफल दिसंबर 2025

              बात करें दिसंबर महीने में कुंभ राशि के जातको के लिए शुरुआत बहुत ही अच्छी होगी, पर इस महीने आपको स्वास्थ्य थोड़ा परेशान कर सकता है। इस माह में आपके दुश्मन हारेंगे, और आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे। इस महीने में आपकी आय में वृद्धि होगी, प्रमोशन के बेस्ट योग है इस महीने में, इस महीने में प्यार और विवाह के लिए अनुकूल समय है।

              • उपाय: शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ और रुद्राष्टक पढ़ें।
              • लकी कलर: काला
              • लकी नंबर: 8

              मीन राशिफल दिसंबर 2025

              मीन राशि के जातको के लिए दिसंबर के महीने में काम की दिक्कतें आएंगी लेकिन बुद्धि से सब सम्भल जाएगा। इस महीने आपकी सेहत अच्छी रहेगी, यात्रा के लिए बेस्ट योग है। इस महीने में स्टॉक मार्केट से आप का बेस्ट लाभ संभव है। इस महीने में आपका पिता से मतभेद हो सकते हैं। बच्चों का सहयोग मिलेगा।

              • उपाय: विष्णुजी की पूजा कर नारायण कवच पढ़ें।
              • लकी कलर: पीला
              • लकी नंबर: 3

              निष्कर्ष

              साल का लास्ट महीना दिसंबर 2025 कुछ राशियों पर खूब मेहरबान रहेगा, जबकि कुछ को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। बृहस्पति और बुध के गोचर कई लोगों को करियर और धन लाभ दिलाएंगे, जबकि शनि की स्थिति कुछ राशियों से अधिक मेहनत करवाएगी। अपनी पूरी कुंडली का विस्तृत भविष्यफल जानने के लिए अनुभवी बेस्ट ज्योतिषियों से सलाह लें।

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