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जनवरी 2026 के हिन्दू त्यौहार और व्रत सूची: A Complete Guide । 2026 Hindu Calendar

Hindu Calendar January 2026: हिंदू कैलेंडर में जनवरी का महीना आध्यात्मिक महत्व और रंगीन त्योहारों से भरा होता है। 2026 Hindu Calendar, Year 2026

Hindu Calendar January 2026: हिंदू कैलेंडर में जनवरी का महीना आध्यात्मिक महत्व और रंगीन त्योहारों से भरा होता है। Gregorian calendar के हिसाब से यह नए साल (New Year's) की शुरुआत का महीना होता है, लेकिन हिंदू परंपरा में, यह शुभ त्योहारों, व्रतों और धार्मिक रीति-रिवाजों से भरा समय भी होता है। January 2026 में अलग-अलग इलाकों और परंपराओं के त्योहारों की एक लंबी लिस्ट है, जिसमें Sankranti, Pongal, 26 January के बड़े जश्न से लेकर खास व्रत और ऋषियों और देवताओं की याद में मनाए जाने वाले खास दिन शामिल हैं। यह ब्लॉग पोस्ट जनवरी 2026 में मनाए जाने वाले हिंदू त्योहारों और खास दिनों के बारे में एक डिटेल्ड गाइड देता है, जिसमें हर एक से जुड़े कल्चरल बैकग्राउंड, धार्मिक महत्व और खास रस्मों के बारे में बताया गया है। तो आप लोग इस ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें।

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January 2026 Hindu Calendar

Hindu calendar में जनवरी महीने का ओवरव्यू

इस साल जनवरी 2026 हिंदू महीने पौष और माघ से मेल खाता है, बात करें लूनर कैलेंडर के अनुसार तो, इस महीने के आखिर में फाल्गुन (Phalguna) में बदल जाएगा। यह वह time है जब सूरज धनु से मकर में जाता है, जो शुभ उत्तरायण काल ​​को दिखाता है, जिसे आध्यात्मिक कामों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इस महीने में कई त्योहार और व्रत आते हैं, जिन्हें भारत और दुनिया भर के दूसरे हिंदू समुदायों में श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।

जनवरी 2026 के मुख्य त्योहार और अनुष्ठान | January 2026 Hindu Festival & Vrat List

Rohini Vrat 2026

रोहिणी व्रत 2026: बात करें Jain Calendar के अनुसार तो, रोहिणी नक्षत्र के दिन मनाया जाने वाला रोहिणी व्रत उपवास और प्रार्थना के साथ मनाया जाता है। भक्त समृद्धि और कल्याण के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।

रोहिणी व्रत की तारीख: 1 जनवरी, 2026 और दिन गुरुवार है।

Guru Shukla Pradosh Fast 2026

गुरु शुक्ल प्रदोष व्रत 2026: इस साल 1 जनवरी 2026 को हिन्दू पंचांग के अनुसार गुरु प्रदोष की पवित्र शाम को, भक्त प्रदोष काल का पालन करते हैं - यह व्रत रखने, भगवान शिव को बेल के पत्ते और दीप चढ़ाने और आत्मिक शुद्धि पाने का बहुत ही शुभ समय है। जागें, ध्यान करें और मन की शांति को अपनाएं।

गुरु शुक्ल प्रदोष व्रत 2026 की तारीख और मुहूर्त

  • गुरु शुक्ल प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 05:35 बजे से रात 08:19 बजे तक
  • कुल समय अवधि: 02 घंटे 44 मिनट
  • त्रयोदशी तिथि शुरू: 01 जनवरी, 2026 को सुबह 01:47 बजे से
  • त्रयोदशी तिथि खत्म: 01 जनवरी, 2026 को रात 10:22 बजे तक 

Shakambhari Purnima 2026 

शाकंभरी पूर्णिमा 2026: साल 2026 में शाकंभरी पूर्णिमा देवी शाकंभरी की पूजा 3 जनवरी को है, जो पोषण और पेड़-पौधों की देवी हैं। किसान और भक्त अच्छी फसल के लिए देवी शाकंभरी की पूजा करते हैं, और रस्मों में सब्जियां और फल चढ़ाना जाता है।

शाकंभरी पूर्णिमा 2026 की तारीख और समय:

  • शाकंभरी पूर्णिमा की तारीख: 3 जनवरी, 2026 एंड दिन: शनिवार
  • पूर्णिमा की तारीख शुरू:  02 जनवरी, 2026 को शाम 06:53 बजे से
  • पूर्णिमा की तारीख खत्म: 03 जनवरी, 2026 को दोपहर 03:32 बजे तक

Arudra Darshan 2026

अरुद्र दर्शन 2026: इस साल अरुद्र दर्शन का पर्व 3 जनवरी को है यह अरुद्र दर्शन ज़्यादातर तमिलनाडु में मनाया जाता है और इसमें भगवान शिव के नटराज के रूप में कॉस्मिक डांस को मुख्य रूप से दिखाया जाता है। यह इवेंट तमिल महीने में खास पूजा और कल्चरल प्रोग्राम के साथ मनाया जाता है।

अरुद्र दर्शन 2026 की तारीख और समय:

  • अरुद्र दर्शन की डेट: 3 जनवरी, 2026 (शनिवार)
  • तिरुवथिरई नक्षत्र शुरू: 02 जनवरी, 2026 को रात 08:04 बजे से 
  • तिरुवथिरई नक्षत्र खत्म: 03 जनवरी, 2026 को शाम 05:27 बजे तक

Pausha Purnima 2026

पौष पूर्णिमा 2026: साल 2026 का यह पहला पूर्णिमा होता है जिसे पौष पूर्णिमा कहा जाता है। पौष पूर्णिमा, पौष महीने की पूर्णिमा का दिन है, जिसे बहुत शुभ दिन माना जाता है। इस दिन कई लोग पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं और आध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रार्थना करते हैं।

पौष पूर्णिमा 2026 व्रत का समय और तारीख

  • पौष पूर्णिमा व्रत की तारीख: 3 जनवरी, 2026 (शनिवार)
  • पूर्णिमा तिथि का आरंभ: 02 जनवरी, 2026 को शाम 06:53 बजे से
  • पूर्णिमा तिथि का समापन: 03 जनवरी, 2026 को दोपहर 03:32 बजे तक

Sakat Chauth and Lambodara Sankashti 2026

सकट चौथ 2026: साल 2026 में सकट चौथ 6 जनवरी दिन मंगलवार को मनाया जायेगा, और इस व्रत को लम्बोदर संकष्टी भी क्या जाता है, ये दोनों व्रत मुश्किलों को दूर करने और भगवान गणेश (लम्बोदर संकष्टी) की पूजा के लिए हैं। भक्त अपने जीवन की मुश्किलों को दूर करने के लिए आशीर्वाद लेने के लिए व्रत रखते हैं और मंदिर में जा कर भगवान गणेश की पूजा करते हैं।

सकट चौथ पूजा 2026 का समय और तारीख

  • सकट चौथ पूजा की तारीख: 6 जनवरी, 2026 (मंगलवार)
  • सकट चौथ के दिन चंद्रोदय का समय: 08:54 PM
  • चतुर्थी तिथि शुरू: 06 जनवरी, 2026 को सुबह के 08:01 बजे से
  • चतुर्थी तिथि खत्म: 07 जनवरी, 2026 को सुबह के 06:52 बजे तक

Vivekananda Jayanti 2026

विवेकानंद जयंती 2026: साल 2026 में 12 जनवरी के दिन स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जाएगी, जो एक जाने-माने आध्यात्मिक गुरु थे। नेशनल यूथ डे उनके प्रेरणा देने वाले योगदान को याद करता है। भक्त उनकी शिक्षाओं पर ध्यान करते हैं और युवाओं पर आधारित प्रोग्राम में हिस्सा लेते हैं।

स्वामी विवेकानंद जयंती 2026 की तारीख और समय

  • स्वामी विवेकानंद जयंती की तारीख: 12 जनवरी, 2026 (सोमवार)
  • स्वामी विवेकानंद जयंती: 163वीं है

Bhogi Pandigai and Lohri 2026

लोहड़ी 2026: बात करें साल 2026 में भोगी पंडिगाई की तो यह 13 जनवरी, 2026 दिन मंगलवार को है, और इसे ज़्यादातर साउथ इंडिया (भोगी पंडिगाई) के नाम से जाना जाता है यदि हम नॉर्थ इंडिया की बात करें तो इसे यानि पंजाब में लोहड़ी के नाम से मनाए जाने वाले ये त्योहार सर्दियों के खत्म होने और खेती की कटाई के मौसम की शुरुआत का प्रतीक हैं। अलाव जलाना, गाना-बजाना, नाचना और फसल की उपज चढ़ाना आम रस्में होती हैं।

भोगी पंडिगाई और लोहड़ी 2026 की तारीख और समय

  • भोगी पंडिगाई की तारीख: 13 जनवरी, 2026 (मंगलवार)
  • लोहड़ी 2026 की तारीख: 13 जनवरी, 2026 (मंगलवार)
  • भोगी संक्रांति और लोहड़ी का सबसे शुभ मुहूर्त: शाम के 03:13 से, 14 जनवरी, 2026 तक

Makara Sankranti and Pongal 2026

मकर संक्रांति और पोंगल 2026: नये साल 2026 यानि जनवरी महीने का सबसे खास त्योहार में से एक होता है मकर संक्रांति का पर्व, इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी, 2026 को है कही पर लोग इसे पोंगल कहते है इस दिन यानि मकर संक्रांति सूरज के मकर राशि में जाने का प्रतीक है। यह विंटर सोल्सटिस के खत्म होने और लंबे दिनों के आने का प्रतीक है। पोंगल तमिल फसल का त्योहार है जो उसी समय मनाया जाता है। इस दिन पतंग उड़ाई जाती है, दावतें होती हैं और सूरज की फसल के लिए धन्यवाद दिया जाता है।

मकर संक्रांति और पोंगल 2026 की तारीख और समय

  • मकर संक्रांति और पोंगल की तारीख: 14 जनवरी, 2026, दिन: बुधवार
  • थाई पोंगल संक्रांति का सबसे अच्छा मुहूर्त: दोपहर के 03:13 बजे 
  • मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त: दोपहर के 03:13 बजे से शाम के 05:45 बजे तक
  • शुभ समय अवधि: 02 घंटे 32 मिनट
  • मकर संक्रांति का बहुत ही शुभ मुहूर्त: दोपहर के 03:13 बजे से शाम के 04:58 बजे तक 
  • शुभ समय अवधि: 01 घंटा 45 मिनट
  • मकर संक्रांति का सबसे अच्छा मुहूर्त: दोपहर के 03:13 बजे तक

Uttarayana 2026

उत्तरायण 2026: साल का पहला महीना होता है जब उत्तरायण छह महीने का समय है जब सूरज उत्तर की ओर जाता है। इसे पूजा-पाठ, दान-पुण्य और आध्यात्मिक साधना के लिए यह पवित्र समय माना जाता है।

उत्तरायण संक्रांति 2026 का समय और तारीख

  • उत्तरायण संक्रांति की तारीख: 14 जनवरी, 2026 (बुधवार)
  • उत्तरायण संक्रांति का सबसे अच्छा समय: दोपहर के 03:13 बजे से 14 जनवरी, 2026 तक 

Makaravilakku 2026

मकरविलक्कू 2026: यह केरल का एक महत्वपूर्ण त्योहार, मकरविलक्कू, सबरीमाला मंदिर की तीर्थयात्रा से जुड़ा है, जिसमें लाखों भक्त आते हैं।

मकरविलक्कू 2026 की तारीख और समय

  • मकरविलक्कु की तिथि:14 जनवरी, 2026, दिन: बुधवार
  • मकरविलक्कु संक्रांति का सबसे अच्छा समय: दोपहर के 03:13 बजे तक

Mattu Pongal and Magh Bihu 2026

मट्टू पोंगल और माघ बिहू 2026: यह पर्व असम में धूम-धाम से मनाया जाता है, मट्टू पोंगल, मवेशियों को समर्पित पोंगल उत्सव का हिस्सा है, जिसमें खेती में उनकी मदद के लिए उन्हें धन्यवाद दिया जाता है। माघ बिहू असम में मनाया जाने वाला एक फसल उत्सव है, जिसमें दावत और अलाव जलाए जाते हैं।

मट्टू पोंगल और माघ बिहू 2026 की तारीख और समय

  • मट्टू पोंगल और माघ बिहू की तिथि: 15 जनवरी, 2026 (गुरुवार)
  • माघ बिहू का सबसे अच्छा समय: दोपहर के 03:13 से, 14 जनवरी 2026
  • मट्टू पोंगल संक्रांति का सबसे शुभ समय: 14 जनवरी, 2026, 03:13 PM

Shukra Pradosh Fast 2026

शुक्र प्रदोष व्रत 2026: साल 2026 में शुक्र प्रदोष तब मनाया जाएगा जब त्रयोदशी और सूर्यास्त के समय प्रदोष काल एक साथ होंगे। शुक्रवार को पड़ने वाला शुक्र प्रदोष भगवान शिव को समर्पित है और सुंदरता, वैवाहिक जीवन में तालमेल, समृद्धि और शुक्र से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाता है। यह पवित्र व्रत महिलाओं के लिए खास तौर पर फायदेमंद है, जिससे खुशी और भगवान का आशीर्वाद मिलता है।

शुक्र प्रदोष व्रत 2026 की तारीख और समय

  • शुक्र प्रदोष व्रत की तारीख: 16 जनवरी, 2026 (शुक्रवार)
  • प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 05:47 बजे से रात 08:29 बजे तक
  • अवधि: 02 घंटे 42 मिनट
  • त्रयोदशी तिथि शुरू: 15 जनवरी, 2026 रात 08:16 बजे से 
  • त्रयोदशी तिथि खत्म: 16 जनवरी, 2026 रात 10:21 बजे तक

Mauni Amavasya and Thai Amavasai 2026

मौनी अमावस्या और थाई अमावसाई 2026: साल 2026 में मौनी अमावस्या 18 जनवरी को है। यह अमावस्या का दिन श्राद्ध  (पूर्वजों का श्राद्ध) और आत्मिक शुद्धि के लिए पवित्र होता है। भक्त पवित्र नदी में स्नान करते हैं और व्रत रखते हैं।

मौनी अमावस्या 2026 की तारीख और समय

  • मौनी अमावस्या की शुभ तारीख: 18 जनवरी, 2026 (रविवार)
  • थाई अमावस्या की तारीख: (रविवार) 18 जनवरी, 2026
  • मौनी अमावस्या और थाई अमावस्या की तारीख शुरू: 18 जनवरी, 2026 को रात 12:03 बजे से 
  • मौनी अमावस्या और थाई अमावस्या की तारीख खत्म:19 जनवरी, 2026 को सुबह 01:21 बजे तक

Magha Gupta Navratri 2026

माघ गुप्त नवरात्रि 2026: साल 2026 का पहला नवरात्रि 19 जनवरी से शुरू हो रहा है जिसे माघ गुप्त नवरात्रि भी कहा जाता है इस टाइम का हर दिन देवी दुर्गा को समर्पित है और यह नौ दिन का त्योहार, जिसमें उपवास, मंत्रोच्चार और मंदिर जाना शामिल है।

माघ गुप्त नवरात्रि घटस्थापना 2026 की तारीख, मुहूर्त और समय

  • माघ घटस्थापना की शुभ तिथि: 19 जनवरी, 2026 (सोमवार)
  • घटस्थापना का शुभ मुहूर्त: सुबह के 07:14 बजे से सुबह के 10:46 बजे तक 
  • समय अवधि: 03 घंटे 32 मिनट
  • घटस्थापना का शुभ अभिजीत मुहूर्त: दोपहर के 12:11 बजे से दोपहर के 12:53 बजे तक
  • समय अवधि: 00 घंटे 42 मिनट
  • प्रतिपदा तिथि प्रारंभ: 19 जनवरी, 2026 को दोपहर के 01:21 बजे तक 
  • प्रतिपदा तिथि समाप्त : 20 जनवरी, 2026 को दोपहर के 02:14 बजे तक

Ishti and Chandra Darshana 2026

इष्टि और चंद्र दर्शन 2026: इस साल इष्टि और चंद्र दर्शन का पर्व 19 जनवरी, २०२६ दिन सोमवार को होगा, इस पर्व में इष्टि पूर्वजों और देवताओं के लिए एक अनुष्ठानिक भेंट है, जबकि चंद्र दर्शन प्रासंगिक पूजा के साथ चंद्रमा के दिखने को देखता है।

Ganesha Jayanti 2026

गणेश जयंती 2026: साल के पहले महीने में 22 जनवरी 2026 दिन गुरुवार को भगवान गणेश का जन्म मनाया जाता है, जो विघ्नहर्ता हैं। दुनिया भर के मंदिरों में खास प्रार्थना, प्रसाद और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।

गणेश जयंती 2026 पूजा मुहूर्त, तारीख और समय

  • गणेश जयंती की तारीख: 22 जनवरी, 2026 (गुरुवार)
  • दोपहर गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह के 11:29 बजे से दोपहर के 01:37 बजे तक
  • समय अवधि: 02 घंटे 08 मिनट
  • वर्जित चांद देखने का समय: सुबह के 09:22 बजे से रात के 09:19 बजे तक 
  • समय अवधि: 11 घंटे 57 मिनट
  • चतुर्थी तिथि शुरू: 22 जनवरी, 2026 को सुबह 02:47 बजे से
  • चतुर्थी तिथि खत्म: 23 जनवरी, 2026 को सुबह 02:28 बजे तक

Ramalala Pratishtha Diwas 2026

रामलला प्रतिष्ठा दिवस 2026: साल 2026 में 22 जनवरी को रामलला प्रतिष्ठा दिवस के रूप में मनाया जाता है इस दिन अयोध्या के राम मंदिर को खूब अच्छे से सजाया जाता है।  इस दिन, मंदिर बड़े रीति-रिवाजों के साथ रामलला की मूर्ति की स्थापना का जश्न मनाते हैं।

  • रामलला प्रतिष्ठा दिवस: 22 जनवरी, 2026 (गुरुवार)
  • उत्सव: साल 2026 में तीसरा रामलला प्रतिष्ठा दिवस मनाया जायेगा

Vasant Panchami 2026

वसंत पंचमी 2026: बात करें साल 2026 में सरस्वती पूजा की तो इस वर्ष वसंत पंचमी की पूजा 23 जनवरी, 2026 को मनाया जायेगा, यह विद्या और कला की देवी सरस्वती को समर्पित, वसंत पंचमी वसंत ऋतु का स्वागत करती है। छात्र और कलाकार प्रेरणा के लिए सरस्वती की पूजा करते हैं।

वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा 2026 का मुहूर्त और तारीख

  • वसंत पंचमी की तारीख: 23 जनवरी, 2026 (शुक्रवार)
  • वसंत पंचमी सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त: 07:13 A.M. 12:33 PM
  • समय अवधि: 05 घंटे 20 मिनट
  • वसंत पंचमी दोपहर का समय: दोपहर के 2:33 बजे तक
  • पंचमी तिथि शुरू: 23 जनवरी, 2026 को सुबह 02:28 बजे (सरस्वती जयंती का समय)
  • पंचमी तिथि खत्म: 24 जनवरी, 2026 को सुबह 01:46 बजे

Subhas Chandra Bose Jayanti 2026

सुभाष चंद्र बोस जयंती 2026: इस साल सुभाष चंद्र बोस जयंती 23 जनवरी को है, यह राष्ट्रीय यादगार दिन स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में मनाया जाता है।

सुभाष चंद्र बोस की जयंती की तारीख

  • सुभाष चंद्र बोस जयंती की तारीख: 23 जनवरी, 2026 (शुक्रवार)
  • सुभाष चंद्र बोस की जयंती: 2026 में 129वीं

Skanda Sashti 2026

इस साल स्कंद षष्ठी का त्योहार 24 जनवरी, 2026 दिन शनिवार को होगा, इस त्योहार में युद्ध के देवता भगवान स्कंद (कार्तिकेय) का उपवास और भक्ति गीत गाकर सम्मान किया जाता है।

Bhanu Saptami and Ratha Saptami 2026

भानु सप्तमी और रथ सप्तमी 2026: भानु सप्तमी सूर्य देव को समर्पित है, जबकि रथ सप्तमी सूर्य के दिव्य रथ का सम्मान करती है। इस दिन पारंपरिक स्नान और प्रार्थनाएं आम हैं।

रथ सप्तमी 2026 का मुहूर्त और तारीख

  • रथ सप्तमी की तारीख: 25 जनवरी, 2026 (रविवार)
  • रथ सप्तमी के दिन स्नान का समय: सुबह के 05:26 बजे से सुबह के 07:13 बजे तक
  • समय अवधि: 01 घंटा 47 मिनट
  • रथ सप्तमी के दिन सूर्योदय: सुबह के 06:48 बजे
  • सप्तमी तिथि शुरू: 25 जनवरी, 2026 को दोपहर 12:39 बजे
  • सप्तमी तिथि समाप्त: 25 जनवरी, 2026 रात 11:10 बजे

Narmada Jayanti 2026

इस साल नर्मदा जयंती और ब्रह्म सावर्णी मनवाड़ी का पर्व 25 जनवरी, 2026 दिन रविवार को होगा, ये मौके नर्मदा नदी के जन्म का जश्न मनाते हैं और हिंदू धर्म में एक नए युग की शुरुआत करते हैं।

Bhishma Ashtami 2026

भीष्म अष्टमी 2026: इस दिन महाभारत के भीष्म पितामह की याद में धार्मिक अनुष्ठान और धर्मग्रंथों का पाठ किया जाता है।

भीष्म अष्टमी 2026 का समय और तारीख

  • भीष्म अष्टमी की तारीख: 26 जनवरी, 2026 (सोमवार)
  • भीष्म अष्टमी का समय: 11:29 A.M. 01:38 PM
  • समय अवधि: 02 घंटे 09 मिनट
  • अष्टमी तिथि आरभ: 25 जनवरी, 2026 रात 11:10 बजे
  • अष्टमी तिथि समाप्त: 26 जनवरी, 2026 रात 09:17 बजे

Republic Day 2026

गणतंत्र दिवस 2026: भारत का नेशनल हॉलिडे, रिपब्लिक डे, परेड और देशभक्ति वाले इवेंट्स के साथ भारतीय संविधान को अपनाने का सम्मान करता है।

भारत के गणतंत्र दिवस की सालगिरह 2026

  • गणतंत्र दिवस की तारीख: 26 जनवरी, 2026 (सोमवार)
  • उत्सव: इस साल भारत अपना 77वां गणतंत्र दिवस मनाएगा।

Masik Durgashtami 2026

मासिक दुर्गाष्टमी 2026: इस साल मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत 26 जनवरी, 2026 को रखा जायेगा, इस दिन आप देवी दुर्गा को समर्पित एक मासिक अनुष्ठान, जिसमें उपवास और पूजा शामिल है।

Masik Karthigai 2026

मासिक कार्तिगाई 2026: इस तमिल महीने में भगवान मुरुगन का सम्मान किया जाता है, इस साल मासिक कार्तिगाई  27 जनवरी, 2026 दिन मंगलवार को मनाया जायेगा,   जिसे मंदिर के रीति-रिवाजों और प्रकाश उत्सवों के साथ मनाया जाता है।

Rohini Vrat 2026

रोहिणी व्रत 2026: इस साल जैन कैलेंडर में रोहिणी व्रत 28 जनवरी, 2026 दिन बुधवार को मनाया जायेगा। बात करें जैन कैलेंडर में रोहिणी नक्षत्र का एक और व्रत का दिन, जो प्रार्थना और धार्मिक अनुष्ठान के लिए समर्पित है।

Jaya Ekadashi and Vaishnava Jaya Ekadashi 2026

साल 2026 में यह एकादशी व्रत 28 जनवरी, 2026 को होगा, ये एकादशी व्रत आध्यात्मिक शुद्धि और भक्ति के लिए ज़रूरी हैं, जिन्हें वैष्णव लोग प्रार्थना और उपवास के साथ रखते हैं।

Bhishma Dwadashi 2026 

भीष्म द्वादशी 2026: इस साल जनवरी महीने में भीष्म द्वादशी 29 को पद रही है यह महाभारत में भीष्म की सबसे बड़ी प्रतिज्ञा की याद दिलाता है।

भीष्म द्वादशी 2026 का समय और तारीख

  • भीष्म द्वादशी की तिथि: 29 जनवरी, 2026 (गुरुवार)
  • द्वादशी पारण का शुभ समय: सुबह के 07:10 बजे से सुबह के 09:20 बजे तक
  • द्वादशी तिथि शुरू: 29 जनवरी, 2026 को दोपहर के 01:55 बजे
  • द्वादशी तिथि समाप्त: 30 जनवरी, 2026 को सुबह के 11:09 बजे

Gandhi Punyatithi 2026

गांधी पुण्यतिथि 2026: साल 2026 में जनवरी के महीने गांधी जी के पुण्यतिथि 30 जनवरी, 2026 दिन शुक्रवार को मनाया जायेगा इस साल महात्मा गांधी की 78वीं पुण्यतिथि प्रार्थना और याद के साथ मनाई जाएगी।

Shukra Pradosh Vrat 2026

शुक्र प्रदोष व्रत 2026: इस साल जनवरी के लास्ट में शुक्र प्रदोष व्रत 30 जनवरी, 2026 दिन शुक्रवार को मनाया जायेगा, बात करें शुक्रवार की शाम को भगवान शिव के सम्मान में एक खास व्रत रखा जाता है।

जनवरी महीने के त्योहारों का महत्व समझना

साल का पहला महीना जनवरी होता है जनवरी के त्योहार मिलकर नई शुरुआत, आध्यात्मिक विकास और प्रकृति और देवताओं के प्रति आभार जताने का प्रतीक हैं। इस महीने में सूर्य का मकर राशि में जाना और उत्तरायण काल ​​अंधेरे से रोशनी की ओर एक कॉस्मिक बदलाव को दिखाता है, जो ज्ञान और तरक्की का प्रतीक है। मकर संक्रांति और पोंगल जैसे त्योहार सूर्य और प्रकृति को श्रद्धांजलि देते हैं, जो हिंदू संस्कृति की खेती से जुड़ी जड़ों को दिखाते हैं।

एकादशी, संकष्टी और प्रदोष जैसे व्रत के दिन शरीर और मन की शुद्धि पर ज़ोर देते हैं, जबकि नवरात्रि और शिवरात्रि गहरी आध्यात्मिक साधना और भक्ति के समय होते हैं। स्वामी विवेकानंद जैसे महान नेताओं और सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की यादें आध्यात्मिकता को सामाजिक प्रेरणा से भी जोड़ती हैं।

जनवरी 2026 त्योहारों के रीति-रिवाज और रस्में

  • पवित्र डुबकी: कई त्योहारों में पापों और बुरी ताकतों को दूर करने के लिए पवित्र नदियों या पानी में नहाने की सलाह दी जाती है।
  • उपवास: आध्यात्मिक अनुशासन और तपस्या के लिए अलग-अलग दिनों में रखा जाता है।
  • पूजा और आरती: पूजा के बड़े समारोह जिसमें प्रसाद चढ़ाना, मंत्रोच्चार करना और दीये जलाना शामिल है।
  • भोज: खासकर पोंगल और माघ बिहू जैसे फसल के त्योहारों पर, आभार जताते हुए।
  • सांस्कृतिक कार्यक्रम: गाना, नाचना और पूजा-पाठ त्योहारों को और भी अच्छा बनाते हैं।
  • दान के काम: शुभ त्योहारों पर ज़रूरतमंदों को देने के लिए बढ़ावा दिया जाता है।

जनवरी के त्योहारों में क्षेत्रीय बदलाव

  • दक्षिण भारत: यहां पर पोंगल, मट्टू पोंगल, थाई अमावस्या और अरुद्र दर्शन बड़ी धूमधाम से मनाए जाते हैं।
  • उत्तर भारत: मकर संक्रांति, लोहड़ी, माघ नवरात्रि और सकट चौथ खास हैं।
  • पूर्वी भारत: माघ बिहू और नर्मदा जयंती पर खास ध्यान दिया जाता है।
  • पश्चिम भारत: एकादशी के व्रत और दूसरे व्रतों का सख्ती से पालन किया जाता है।

निष्कर्ष

Hindu calendar में साल का पहला महीना जनवरी 2026 धार्मिक जोश, सांस्कृतिक समृद्धि और गहरे प्रतीकों से भरा माह होता है। इन त्योहारों और रीति-रिवाजों में हिस्सा लेने से न सिर्फ़ आध्यात्मिक विकास होता है, बल्कि आपसी रिश्ते भी मज़बूत होते हैं और प्रकृति के चक्र का सम्मान होता है। चाहे आप मकर संक्रांति मनाएं, एकादशी का व्रत रखें, या स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं पर ध्यान करें, यह महीना ब्रह्मांड की लय के साथ जुड़ने और अपनी आस्था की यात्रा को बेहतर बनाने के कई मौके देता है।

जो लोग अपना Spiritual Calendar प्लान करना चाहते हैं, उनके लिए जनवरी 2026 में कई तरह के मतलब वाले त्योहार आने वाले हैं, जो भक्ति, खुशी और सोच-विचार को बढ़ावा देंगे।

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