यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के 50.10 लाख गन्ना किसानों को अंशधारक प्रमाणपत्र वितरित किया। इसके तहत प्रदेश के 40 जिलों की 168 सहकारी गन्ना विकास समितियों और 24 सहकारी चीनी मिल समितियों से आने वाले गन्ना किसानों को प्रमाणपत्र दिया गया।
इस दौरान योगी ने कहा कि जिस वाक्पटुता से किसान यहां अपनी बात रख रहे थे उसे देखते हुए लगता है कि अब तमाम नेताओं को रिटायरमेंट लेना होगा। मुख्यमंत्री ने गन्ना विभाग को निर्देश दिये कि नए पेराई सत्र शुरू होने से पहले किसानों को उनके बकाया गन्ना मूल्य मिल जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर चीनी मिलों ने किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान कर दिया है। अब तक 82% गन्ना मूल्य भुगतान हो चुका है। शेष छह सात हजार करोड़ के बकायेदार चीनी मिल समूहों की नकेल कसी जा रही है जो चीनी मिल समूह चीनी की बिक्री से मिली धनराशि अपने दूसरे उद्योग में लगा रहा है तो उस दूसरे उद्योग से वसूली करके किसानों को उनके बकाया गन्ना मूल्य दिलवाया जाएगा।
लोकभवन में आयोजित गन्ना विकास और चीनी उद्योग विभाग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, राज्य मंत्री संजय गंगवार, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल हैं। कार्यक्रम की शुरुआत भूसरेड्डी ने मुख्यमंत्री के आभार से किया। इसके बाद गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि गन्ना सहकारी समिति के अंशधारक गन्ना किसानों को उनकी समितियों की बैलेंसशीट उनके मोबाइल पर उपलब्ध होगी।