मानसून सत्र में अब तक सर्वाधिक बरसात लतीफशाह परिक्षेत्र में 78 मिलीमीटर दर्ज की गई। मूसाखाड़ परिक्षेत्र में 35 मिलीमीटर बरसात से बांध के टूटने का खतरा मंडराने लगा। इससे 4236 क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा। उधर लतीफशाह बीयर ओवरफ्लो होने लगा तो आठ हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा। दो बांधों से पानी छोड़ने से कर्मनाशा नदी उफान पर है। तटवर्ती गांव के लोग सुरक्षित स्थान खोजने लगे हैं।
लतीफशाह परिक्षेत्र में झमाझम बरसात से ग्रामीणों में दशहत का माहौल है। लतीफशाह बीयर ओवरफ्लो हो गया है और पानी बह रहा है। बीयर के तटबंध को नुकसान न पहुंचे इसके देखते हुए सिचाई विभाग ने आठ हजार क्यूसेक पानी छोड़ा है। उधर मुजफ्फरपुर बीयर भी ओवरफ्लो हो गया है, नौगढ़ बांध लबालब है, लेकिन पानी उससे भी ऊपर से बह रहा है। हालांकि चंद्रप्रभा बांध अभी आठ फीट खाली है। दो बांधों से सवा ग्यारह सौ क्यूसेक पानी छोड़ने से कर्मनाशा नदी उफान पर है। शहाबगंज के निचले इलाकों में पानी भर गया है। लोग घर से निकलकर ऊंचे स्थान पर डेरा डाल रहे हैं। सुरक्षा का नहीं इंतजाम
लतीफशाह बीयर पर मात्र दो दिन ही सुरक्षा व्यवस्था रहती है। शनिवार और रविवार को छोड़ बाकी दिन बड़ी संख्या में आसपास के लोग बीयर तट की ओर पहुंच जाते हैं । पूरे दिन लोग सैर सपाटा करने के साथ जान जोखिम में डालकर जल क्रीड़ा करते हैं। सुरक्षा के लिहाज से यहां तैनात किए गए पुलिसकर्मी नहीं रहते। सैलानी बेफिक्र होकर छलके से गिरते पानी के नीचे कुंड में जल क्रीड़ा करते हैं। कोतवाल नागेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अन्य दिनों के लिए भी लतीफशाह में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
अभियंताओं को कर दिया गया अलर्ट
चंद्रप्रभा डिविजन के एक्सईएन सर्वेशचंद्र सिन्हा ने कहा बांधों के ओवरफ्लो होने पर सहायक अभियंता व अवर अभियंताओं को अलर्ट कर दिया गया है। फिलहाल स्थिति सामान्य है। सभी बांध व बीयर सुरक्षित हैं। एतिहात के तौर पर सभी डैम की निगरानी व पल-पल की सूचना ली जा रही है।