वाराणसी में लंका थाना क्षेत्र के सामनेघाट में रहने वाले बैंक ऑफ बड़ौदा के कैशियर 54 वर्षीय यदुनंदन सिंह की लाश गंगा किनारे पेड़ से लटकती मिली। सामने घाट पर स्थित ज्ञान प्रवाह के बगल में उनका शव बबूल के पेड़ से लटका देख सनसनी फैल गई। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त की। पुलिस ने शव को कब्जे के लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मूल रूप से सोनभद्र के रहने वाले यदुनंदन सिंह पिछले 20 साल से सामनेघाट सर्वेश्वरी नगर में घर बनवाकर परिवार के रहते थे। घऱ में तीन बेटे कुलदीप सिंह, संदीप सिंह, सज्जन सिंह और 19 साल की बेटी लक्ष्मी सिंह हैं। कुलदीप एनजीओ में खाना बांटने का काम करता है। संदीप सिंह लंका स्थित एक्सिस बैंक में कैशियर है। कुलदीप की पत्नी गंभीर बीमारी से पीडि़त है। उनका डायलिसिस कराने में हजारों रुपये महीने का खर्च आता है।
बताया जा रहा है कि बीमारी और कुलदीप के नौकरी नहीं करने के कारण यदुनंदन भीतर से टूट गए और शराब पीने लगे थे। शराब पीने के कारण पन्द्रह दिन से बैंक नहीं गए थे। इसको लेकर शाखा प्रबंधक ने फटकार भी लगाई थी। शराब का लती होने के कारण परिवार वाले उनको वेतन से मिलने वाले 10 हजार रुपये देते थे। बाकी से दवा और घर का खर्च चलता था। गुरुवार की दोपहर यदुनंदन घर से अचानक लापता हो गए थे। परिजन देर रात तक उनको ढूढते रहे लेकिन नहीं मिले। पत्नी गायत्री का रो-रोकर बुरा हाल है।