क्षेत्र के तहसील मुख्यालय से बाराचवर होते हुए रसड़ा जाने वाले लोगों को धूल के बीच होकर आवागमन करना पड़ रहा है। इससे लोगों को जहां सांस संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं सड़क किनारे रह रहे लोगों और दुकानदारों का जीना मुहाल हो गया है।
तहसील मुख्यालय से परसा मोड़ के बीच सड़क निर्माण का कार्य होने से जगह-जगह मिट्टी गिराई गई है। वाहनों के आवागमन करने पर काफी धूल उड़ रही है। भारी वाहनों के पीछे साइकिल या बाइक सवारों की तो दुर्गति हो जा रही है। इससे भी ज्यादा खराब स्थिति बाराचवर से आगे बढ़ने पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के ओवरब्रिज से लेकर तिराहीपुर तक पूरी सड़क धूल व मिट्टी में तब्दील हो गई है। इसका कारण पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए चल रहे बड़े भारी वाहनों के दबाव से सड़क टूटना व लादकर आने वाले डंपरों से मिट्टी का गिरना है। भारी वाहनों के चलते मुख्य व लिक सड़कों की दशा बदहाल हो गई। सभी सड़कें टूटकर मिट्टी व गिट्टी में तब्दील हो गई है। एक्सप्रेस-वे निर्माण में लगी संस्था अगर प्रतिदिन भरपूर पानी का समय-समय पर छिड़काव कराती तो लोगों को धूल गुबार से होने वाली समस्या से मुक्ति मिल जाता।