नववर्ष का पहला दिन शहर के लिए बेहद खास उस समय हो गया जब एक साथ करीब 2500 श्रद्धालु पीला वस्त्र धारण कर माथे पर कलश लिए सड़क पर निकले। 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ व मां गायत्री प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के वार्षिकोत्सव पर शुक्रवार को निकली भव्य कलश यात्रा से पूरा शहर भक्ति के रंग में रंगा दिखा। गायत्री परिजनों के साथ ही अन्य श्रद्धालु समाज को बुराइयों से मुक्त करने के संकल्प वाले नारे लगाते चल रहे थे।
कलशयात्रा महावीर घाट स्थित गायत्री शक्तिपीठ से सुबह 11 बजे निकाली गयी। इससे पहले शक्तिपीठ परिसर में घंटों पहले से ही तैयारी चल रही थी। आकर्षक झांकी के साथ ही कलशों को भी पीले रंग में सजाया गया था। यात्रा आगे बढ़ी तो पूरा शहर पीतवस्त्र पहने श्रद्धालुओं व गायत्री परिजनों से पट गया। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए अधिसंख्य श्रद्धालु मास्क पहने हुए थे। शक्तिपीठ से चमनसिंह बाग, लोहापट्टी, चौक, सिनेमा रोड, हनुमान मंदिर, बालेश्वर मंदिर, नया चौक, चित्रगुप्त रोड होते हुए यात्रा भृगु मंदिर परिसर में पहुंची। यहां श्रद्धालुओं ने कलश में जल भरा। वहां से एससी कालेज, मालगोदाम, स्टेशन, चौक होते हुए यात्रा वापस शक्तिपीठ पर पहुंची, जहां कलश स्थापना हुई। शाम को प्रवचन कार्यक्रम हुआ।