महाविद्यालय में सोमवार को कैरियर काउंसलिंग एवं गाइडेंस प्रकोष्ठ अंतर्गत छात्राओं के मार्गदर्शन के लिए ब्रेनस्टॉर्मिंग सत्र का आयोजन किया गया। इसमें मार्गदर्शक के रुप में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार से सम्मानित मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. बीपी सिंह उपस्थित रहे। उन्होंने छात्राओं को समय प्रबंधन, सही रणनीति, दृढ़ निश्चय और योग्य मार्गदर्शन के चुनाव को अपनाने का मूल मंत्र दिया। सिविल सर्विसेज परीक्षा के लिए विषय के चुनाव, पढ़ने की अवधि तथा माध्यम को लेकर छात्राओं की जिज्ञासा शांत की। राजस्थान सरकार की ओर से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पुरस्कार से सम्मानित डॉ. किरण सिंह मौर्य द्वारा छात्राओं को जीवन में आने वाली चुनौतियों, सामाजिक परिवेश इत्यादि से निपटने के गुर सिखाए।
उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अगर हौसला हो, तो अभिभावक आपका साथ देने को तैयार होंगे तथा बदलाव की लहर उत्पन्न होती है। अतिथिद्वय का सम्मान महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. सविता भारद्वाज ने उन्हें स्मृति चिन्ह व महाविद्यालय की पत्रिका कीर्ति देकर किया गया। प्राचार्य अतिथियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि जयपुर से चलकर गाजीपुर जैसी छोटी जगह पर मार्गदर्शन के लिए आना आप जैसे महान हस्तियों के व्यक्तित्व से ही संभव है। छात्राओं का आह्वान करते हुए कहा कि महाविद्यालय के शिक्षकों और अभिभावकों को सच्ची प्रसन्नता तब होगी, जब जीवन में सफल हो जाएंगे।
किसी जिले के जिलाधिकारी या पुलिस अधीक्षक की कुर्सी की शोभा बढ़ाएंगे, तो यह महाविद्यालय परिवार भी स्वयं को गौरवान्वित महसूस करेगा। इस काउंसलिंग सत्र का संचालन कुमारी श्वेता यादव तथा कुमारी रिफत फातिमा ने संयुक्त रूप से किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ निरंजन यादव ने किया। इस सत्र की परिकल्पना तथा संयोजन डॉ. संतन कुमार राम व डा. विकास सिंह द्वारा की गई। इस अवसर पर डॉ. सारिका सिंह, डॉ. अकबर ए आज़म, डॉ. सत्येंद्र सिंह, डॉ. बीएन पांडेय, डॉ. शंभू शरण प्रसाद सहित महाविद्यालय के अनेक प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।