बनारस सहित समूचे पूर्वांचल में सप्ताह भर तक आसमान साफ रहने और पारे में इजाफा होने के बाद अब बादलों ने बूंदों की ऐसी तलवार चलाई कि सीधे गलन को फिजां में ला पटका है। आसमान एक दिन पहले ही बादलों की कैद में होने लोगों को ठंड महसूस होने लगी थी और रात से ही पारा निढाल होने के साथ ही आधी रात को झमाझम बरसात ने ठंड का बखूबी अहसास कराया। सीजन में यह पहला मौकारहा जब अधिकतम तापमान ने ऐसा गोता लगाया कि यह गिरकर बीस डिग्री तक आ गया।
बुधवार की सुबह बादलों की ओट में ही सूरज नजर आया और आसमान से गलन बरसती रही। सुबह कोहरे और गलन का मेल रहा और दिन चढ़ने के बाद भी इसमें राहत नहीं मिली। सूरज बादलों की कैद में रहा और ठंडी हवाएं लोगों को गलन का अहसास कराती रहीं तो दूसरी ओर गलन की वजह से लोग गरम कपड़ों में लिपटे नजर आए। दोपहर तक आसमान बादलों की कैद में रहा और सूरज की किरणें धरती तक नहीं पहुंच सकीं और ठंडी हवाओं का रुख बना रहा।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले चौबीस घंटों तक मौसम का ऐसा ही रुख रहेगा और इसके बाद आसमान साफ होने के साथ गलन का दौर लोगों को खूब परेशान करेगा। दूसरी ओर पश्चिमी विक्षोभ का एक और दौर अफगानिस्तान तक पहुंच गया है जो अगले चौबीस से 72 घंटों में पूर्वांचल तक असर करेगा और इसके बाद से ही पाला और गलन का व्यापक दौर शुरू हो जाएगा।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान बीस डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री कम रहा, न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री अधिक दर्ज किया गया। आर्द्रता अधिकतम 77 फीसद और न्यूनतम 75 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार पूर्वांचल में जौनपुर से सोनभद्र और बिहार की सीमा तक बादलों की सक्रियता बनी हुई है। शेष जिलों में कोहरे का दौर बना हुआ है।