वाराणसी में नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के वेतन में कटौती के खिलाफ मंगलवार को गुस्सा फूट पड़ा। इसे लेकर सीएमओ कार्यालय पर तीन घंटे तक हंगामा चलता रहा। धरना-प्रदर्शन भी हुआ। सीएमओ के आश्वासन पर धरना किसी तरह खत्म हुआ।
कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में तैनात 45 नर्स और 10 पैरामेडिकल स्टाफ को निजी एजेंसी प्रतिमाह 18 हजार रुपए वेतन देती है। मार्च में एजेंसी बदल गई। नई एजेंसी ने वेतन में कटौती कर दी। नर्स का वेतन 18 हजार रुपये से सात हजार कर दिया। पहले तो उन्होंने एजेंसी के मैनेजर से विरोध जताया। वहां बात नहीं बनी तो कंपनी को पत्र लिखा। फिर भी सुनवाई नहीं हुई तो नर्सों का गुस्सा फूट पड़ा।
सभी एकजुट होकर पहले मंडलीय अस्पताल में बैठे। इसके बाद सीएमओ कार्यालय पहुंच गए। सीएमओ कार्यालय में सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक धरने पर बैठे थे। नर्स दीपक ने बताया कि शासन की ओर से कंपनी को पूरा बजट मिल रहा है। इसके बाद भी सैलरी में कटौती कर दी। धरना प्रदर्शन के बीच ही सीएमओ डॉ. वीबी सिंह से मिले। सीएमओ ने तीन दिन में समस्या समाधान का आश्वासन दिया।
मंडलीय अस्पताल से एक साथ सभी 45 स्टाफ नर्स के जाने से अस्पताल में समस्या खड़ी हो गई। इस बीच अस्पताल में अन्य स्टाफ लगाए गए। इस कारण स्थिति ज्यादा नहीं बिगड़ी। हालांकि दोपहर में धरना खत्म होने के बाद सभी ड्यूटी पर आ गए।