बिहार में वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को एक माह के मूल वेतन के बराबर प्रोत्साहन राशि के भुगतान की राज्य सरकार द्वारा मंजूरी दे दी गई। विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने रविवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस राशि का भुगतान तत्काल किये जाने का निर्देश दिया गया है। राशि 252.54 करोड़ रुपए है।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने रविवार को ही प्रोत्साहन राशि के भुगतान से संबंधित संकल्प को जारी कर दिया। संकल्प के अनुसार प्रोत्साहन राशि हेतु डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी एवं स्वास्थ्य विभागीय अन्य कर्मी पात्र होंगे, जिनके द्वारा कोरोना वायरस की रोकथाम एवं चिकित्सा में अपने कर्त्तव्यों को पूरा किया गया है। इसे सुनिश्चित करने के लिए कार्यालय प्रधान को जिम्मेदारी दी गयी है। इस संबंध में भुगतान के लिए आधार पहली अप्रैल 2020 को प्राप्त मूल वेतन को माना गया है। इससे करीब सात हजार डॉक्टर और करीब 40 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को लाभ होगा।
मेडिकल कॉलेजों में सामान्य मरीजों की एंटीजन किट से जांच होगी
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में 100 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है। इन अस्पतालों में आने वाले गैर कोविड मरीज अथवा सामान्य मरीजों की भी एंटीजन किट से पहले कोरोना जांच की जाएगी और तुरंत परिणाम बताकर उनके इलाज की उसी के अनुरूप व्यवस्था की जाएगी। ताकि बाद में, सामान्य वार्ड में कोरोना मरीज के होने से अन्य मरीजों को संक्रमित होने से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सामान्य मरीजों के साथ आने वाले परिजन की भी एंटीजन जांच की जाएगी। इसके लिए सभी मेडिकल कॉलजों को निर्देश दिया गया है।