पड़ोसी जिले मधेपुरा के बिहारीगंज में कोरोना पॉजिटिव महिला के मिलने के बाद सहरसा की सभी सीमाएं शनिवार शाम को सील कर दी गई, लेकिन सुपौल की सीमा को सील नहीं किया गया। वहीं सीमावर्ती इलाके में बने चेकपोस्ट पर मेडिकल टीम नहीं रहने के कारण आने वाले लोगों का स्क्रीनिंग नहीं हो रही। इससे जिले में संक्रमण खतरा मंडरा रहा है। मालूम हो कि जिले में मधेपुरा से जदिया-कुमारखंड रोड, सिहेंश्वर-श्यामनगर रोड, बभनी-लिटियाही रोड, गम्हरिया-सुपौल और लौकहा-फुलकाहा मेन रोड के रास्ते पहुंचा जा सकता है।
मधेपुरा की सीमा से लगते हैं जिले के चार थाने : मधेपुरा की सीमा से जिले के चार थानों की सीमा लगती है। इनमें थानगाछी, त्रिवेणीगंज, पिपरा के श्यामनगर, बसहा, सदर प्रखंड के चौघारा-लक्ष्मीनियां, लौकहा ओपी के लौकहा-फुलकाहा रोड आदि गांव की सीमा मधेपुरा से लगती है।
श्यामनगर चेक पोस्ट पर भी नहीं हो रही आने वालों की मेडिकल जांच
रविवार को 12:30 बजे पिपरा थाना क्षेत्र के श्यामनगर में सिर्फ पुलिस बल ही नजर आए। पिपरा, सिहेंश्वर और त्रिवेणीगंज। तीनों सीमाओं पर तीन बैरियर लगे हुए हैं। तीनों बैरियर पर पुलिस बल मौजूद थे। यहां भी किसी का थर्मल स्कैनिंग नहीं किया जा रहा था। वहीं पिपरा मेन रोड पर पुलिस भी तैनात नहीं थी।
मधेपुरा-सुपौल पथ में चेक पोस्ट पर तैनात नहीं है मेडिकल टीम
मधेपुरा-सुपौल सीमा के सभी चेक पोस्ट का पड़ताल किया गया तो किसी भी चेक पोस्ट पर मेडिकल टीम के कर्मी नजर नहीं आए। दोहपर 12:55 बजे सुपौल-सिहेंश्वर पथ में लक्ष्मीनियां चेक पोस्ट पर पड़ताल की गई तो पुअनि चंद्रशेखर सिंह आने-जाने वालों से पूछताछ कर रहे थे। लेकिन मेडिकल टीम वहां नहीं थी।
सहरसा-सुपौल रोड पर लोगों की नहीं हो रही थर्मल स्कैनिंग
सुबह 11:20 बजे जब सहरसा-सुपौल रोड में सीमा पर पहुंची तो पुअनि शत्रुघ्न प्रसाद सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल मौजूद थे। लेकिन यहां पर मेडिकल टीम नहीं रहने के कारण किसी की थर्मल स्कैनिंग नहीं हो पा रही थी। इससे जिले में आने वाला व्यक्ति संदिग्ध हे या नहीं यह पता नहीं चल पता।