तीखी धूप व गर्मी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। अप्रैल माह प्रारंभ हो गया है और इसके तीन दिन में ही सूर्य की तपिश इतनी बढ़ गयी है कि अब लोगों के लिए यह असहनीय होने लगी है। रविवार को तो पारा 40 से ऊपर पहुंचने लगा था। धूप का हाल यह है कि दोपहर 12:00 के बाद ऐसा महसूस होने लग जा रहा है कि आसमान से अंगारे बरस रहे हो। इसे लेकर सड़कों व बाजारों में चहलकदमी कम रही। गर्मी का प्रकोप बढ़ते ही लोगों घर में ही रहना मुनासिब समझ रहे हैं।
मौसम विभाग की माने तो तापमान में वृद्धि अभी और होने की उम्मीद है। वहीं लोगों को इस मौसम में सुरक्षित रहने की सलाह दी जा रही है। सड़कों पर दिखने वाले लोग सिर व चेहरे को ढके नजर आये। वहीं इधर मौसमी रोग भी धीरे-धीरे लोगों को परेशान करने लगी है। शरीर का पानी कम होने पर लोग डिहाईड्रेशन के शिकार हो रहे हैं। यही नहीं गर्मी से सिर में दर्द, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द आदि जैसी स्थित हो जा रही है। घर से बाहर निकले बाइक व साइकिल सवारों को गर्म हवा परेशान कर रही है।
सुबह नौ बजे तक तो थोड़ी राहत थी, लेकिन दस बजते ही धूप ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया था। सुबह 11:00 बजे तक पारा 35 तक पहुंच गया था। इसके बाद दोपहर में धूप के और कड़ी होते ही अधिकतम तापमान 40 से ऊपर जाने लगा था। तीखी धूप व गर्मी से बचाव को लोग हर जतन अपना रहे हैं। वहीं बाजार में तो कई जगह आधा शटर गिराकर दुकानदार आराम करते नजर आये। बाजार से भीड़ नदारद रही। जरूरी काम से ही निकले लोग नजर आये।
समय से फसलों की कटाई जरूरी
बढ़ती गर्मी को लेकर इधर बीच बारिश की संभावना नहीं है। वहीं खेतों में गेहूं की फसलें भी लगभग तैयार हो गयी हैं। इसे लेकर कृषि विभाग के मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि किसान उचित समय देखकर तैयार फसलों की कटाई कर लें। समय रहते फसलों की कटाई से इन्हें सुरक्षित किया जा सकता है। अन्यथा, बारिश व आंधी आयी, तो खेतों में तैयार फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।