गाजीपुर में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर और तहसील क्षेत्रों में राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गई। जिला मुख्यालय पर कई बेंचों का गठन कर हजारों मामले निपटाए गए। वाह्य क्षेत्रों समेत आज राष्ट्रीय लोक अदालत में 16080 वाद प्रस्तुत किए गए थे, इसमें 5798 प्रकरणों का निपटारा किया गया।
शनिवार को जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जिला जज प्रशान्त मिश्र ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने लोक अदालत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि लोक अदालत में न केवल मुकदमों का निस्तारण किया जाता है, बल्कि समाज के लोगों के मध्य विवाद भी समाप्त हो जाती है।
नोडल अधिकारी लोक अदालत विष्णु चन्द वैश्य, सिविल जज (सीडि) एवं प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण स्वप्न आनंद द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण के लिए नियत वादों की विस्तृत रूप-रेखा प्रस्तुत की गयी। उनके द्वारा जनपद न्यायाधीश के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रचार प्रसार के लिए किये गये प्रयासों के बारे में संक्षेप में जानकारी दी गयी। जनपद न्यायाधीश प्रशान्त मिश्र की ओर से लोक अदालत की सफलतापूर्वक समाप्ति पर नोडल अधिकारी, लोक अदालत एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की प्रशंसा की गयी और उनके द्वारा समस्त न्यायिक अधिकारीगण, वादकारीगण, अधिवक्तागण के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सहयोग देने के लिए आभार जताया गया।