क्षेत्र के बच्छलपुर-रामपुर गंगा तट पीपा पुल तक आवागमन के लिए रेत में बिछाए गए लोहे के प्लेट पर बालू चढ़ जाने से आवागमन कष्टकारी हो गया है। उसमें फंसकर वाहन चालक परेशान हो जा रहे हैं। शिकायत के बावजूद इसको लेकर किसी तरह की सुनवाई नहीं हो रही है।
क्षेत्र से जमानियां, सेवराई तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों के अलावा बिहार के विभिन्न गांवों तक गंगा के रास्ते आवागमन करने के लिए बच्छलपुर-रामपुर तट पर पीपा पुल का निर्माण कराया गया है। प्राकृतिक कारणों से गंगा की धारा तीन भाग में बंट गई है। इससे इस बार लोगों को दोनों तट से काफी दूर तक रेत में चलना पड़ रहा है। रेत में आसानी से आवागमन के लिए लोहे की प्लेट बिछाया गया है, जिसकी देखरेख सही न किए जाने से वह तितर-बितर तो हो ही गया है, उस पर काफी दूर तक रेत चढ़ गया है। इसमें वाहन सवार जहां फंसकर परेशान हो रहे हैं।
इस पुल के रास्ते आवागमन काफी खतरनाक हो गया है। रामपुर सिरे का रास्ता तो और भी खराब हो गया है। इस समय लगन विवाह का समय होने से लोग पीपा पुल के रास्ते ज्यादे आवागमन कर रहे है। रास्ता खराब होने से वाहनों के रेत में फंसने से चालक तेज धूप में और परेशान हो जा रहे है। लोगों का कहना है कि इस वर्ष जहां विलंब से आवागमन शुरू हुआ वहीं देखरेख भगवान भरोसे है। इतनी खराब व्यवस्था पहले नहीं रही। शिकायत के बावजूद मरम्मत कराने को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में विभागीय मेठ विजय यादव ने बताया कि इसको लेकर अधिकारियों को अवगत कराया गया है। उन्हीं के यहां से व्यवस्था होना है।