कोरोना संक्रमण के प्रभावी रोकथाम के लिए तीन दिवसीय कोरोना कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया है। कोरोना कर्फ्यू के दूसरे दिन रविवार को शहर से लेकर कस्बा तक बाजार पूरी तरह बंद रहीं। वहीं सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि प्रशासन व पुलिस के पंचायत चुनाव के मतगणना ड्यूटी लगे होने से सड़कों पर तफरी करने वाले बाज नहीं आए।
अप्रैल माह के बाद मई में भी कोरोना महामारी की दूरी लहर बेकाबू है। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में संक्रमित मिल रहे हैं। वहीं मौत का भी आंकड़ा बढ़ने से दहशत का माहौल कायम होने लगा है। शासन के फरमान के बाद जिला प्रशासन ने हर सप्ताह शुक्रवार की रात आठ से मंगवार की सुबह सात बजे तक कोरोना कर्फ्यू लागू करने का फैसला लिया है। साथ ही कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करने का भी आदेश दिया गया है। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कार्रवाई की जाएगी।
तीन दिवसीय कोरोना कर्फ्यू का जिले में असर देखने को मिला। अधिकांश लोग अपने अपने घरों में कैद रहे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि तफरी करने वाले बाज नहीं आए। मुख्य बाजार में सन्नाटा जरूर दिखा, लेकिन गलियों में दिनभर चहल पहल रही। वहीं कुछ लोग मतगणना में शामिल होने का बहाना बनाकर पुलिस की रोकटोक करने पर कन्नी काटते नजर आए।