एक बार फिर देश में महामारी के बढ़ते प्रकोप ने रेलवे प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। कोविड-19 के ताजा आंकड़े सामने आने के बाद पूरा महकमा अलर्ट हो गया है। इसके तहत कैंट स्टेशन के निकासी द्वार पर एक सेफ जोन बनाया गया है। जहां, संदिग्ध लक्षण से ग्रसित लोगों को आम यात्रियों से अलग रखा जाएगा। जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम अथवा एम्बुलेंस से उसे कोविड सेंटर भेजा जाएगा।
निकासी हाल के उस क्षेत्र में बैरिकेडिंग कराई गई है। बैनर व पोस्टर लगाकर लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्हें एहतियात बरतने की अपील की जा रही है। स्टेशन निदेशक आनन्द मोहन ने बताया कि निकासी द्वार पर बने सुरक्षित घेरे में संक्रमित व्यक्ति को रखा जाएगा। ताकि संक्रमण फैलने का ख़तरा कम हो।
दो गज की दूरी मास्क है जरूरी
रेलवे बोर्ड के निर्देश पर कैंट स्टेशन, मंडुआडीह व वाराणसी स्टेशन पर एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) का पालन कराया जा रहा है। एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाई जा रही है। मास्क पहनने के लिए यात्रियों पर दबाव बनाया जा रहा है। बिना मास्क रेलवे परिसर में प्रवेश की मनाही है। दो शिफ्टों में तैनात स्वास्थ्य विभाग की टीम निकासी द्वार पर यात्रियों का एंटीजन टेस्ट कर रही है। अत्यधिक प्रभावित राज्यों से आने वाले यात्रियों की सघनता से पड़ताल कराई जा है। कोविड-19 के नियमों का उलंघन करने वालो से जुर्माना वसूलने की जिम्मेदारी वाणिज्य विभाग के चेकिंग स्टाफ को दी गई है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी बढ़ा दी गई है।