नोनहरा थाना क्षेत्र के तिलाड़ी गांव निवासी केदार राम की पत्नी रीता (35) की शुक्रवार सुबह धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई थी। उसका शव तिलाड़ी नहर के पास लहुलुहान मिला था। महिला के गले में चापड़ से वार के गहरे जख्म थे। इसके अलावा सिर और शरीर पर भी चोटों के निशान पाए गए। थाना प्रभारी शैलेंद्र प्रताप सिंह से जानकारी पाकर पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे थे और तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया था।
पति की तहरीर पर नामजद मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। एसओ ने शनिवार सुबह घटना के मुख्य आरोपी चुरामन अभिसहन थाना कासिमाबाद निवासी प्रबिन्द राजभर पुत्र मुनीब राजभर और उसके साथी सुग्गू सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया। दोनों अभियुक्तों को थाने लाकर पूछताछ की गई तो घटना का खुलासा हो गया। आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चापड़ व खून से सना हुआ शर्ट घटनास्थल के पास बरामद किया गया। थानाध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया प्रेम संबंधों के चलते युवक ने महिला से दूरी बना ली थी, उसके दबाव बनाने पर आरोपी ने महिला की हत्या कर दी। दोनों के खिलाफ कसे दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
हत्याकांड में खुलासे के लिए परिजनों का एसपी आफिस गेट पर हंगामा
महिला की हत्या के बाद खुलासे को लेकर परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश शुक्रवार रात को सड़क पर दिखा। तिलाड़ी ग्रामवासियों ने शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे के करीब पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के तिराहे पर चक्काजाम कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया। बताया गया कि पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस जब शव को लेकर श्मशान घाट चली तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने हत्यारोपितों की गिरफ्तार की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की खबर मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक, एसडीएम सदर और तहसीलदार व बड़े संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गयी। ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया।