बदमाशों की गोली से घायल राजमिस्त्री की वाराणसी के ट्रामा सेंटर में बुधवार की रात मौत हो गयी। वहीं गुरुवार की सुबह जैसे ही परिजनों को जानकार मिली तो कोहराम मच गया। लोगों की भारी भीड़ घर पर जुट गयी। जमानियां-दिलदारनगर मार्ग स्थित लोहड़ी शहीद मजार भैदपुर नहर पुलिया के पास लोगों ने सुबह सात बजे हत्यारोपितों की गिरफ्तारी व मृतक की पत्नी समेत परिजनों को मुआवजा दिलाये जाने की मांग को लेकर चक्का जाम कर दिया। छह घंटे तक चले जाम में लोग बदमाशों की गिरफ्मारी की मांग करते रहे।
जाम की सूचना मिलने पर एसडीएम शैलेंद्र प्रताप सिंह, क्षेत्राधिकारी हितेंद्र कृष्ण व कोतवाली प्रभारी रविंद्र भूषण मौर्य, थाना दिलदारनगर, सुहवल, रेवतीपुर, नगसर दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां आक्रोशित लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास करते रहे। पीड़ितों की मांग पूरा किये जाने के आश्वासन पर लगभग 12:30 बजे जाम को समाप्त कराया जा सका। मालूम हो कि भैदपुर गांव निवासी 20 वर्षीय बाला निजी कार्य निबटाकर बाइक से बुधवार की शाम करीब 5:00 बजे आ रहा था।
वहीं एक दूसरी बाइक उसके पीछे-पीछे आ रही थी, जिसपर आगे चल रही बाला की बाइक की धूल उड़कर पीछे आ रहे युवकों पर पड़ रही थी। इससे आक्रोशित होकर पीछे आ रहे युवक बाला की बाइक को ओवर टेक कर रुकवाया और फिर उसे मारना-पीटना शुरू कर दिये। इसी बीच बाला को जानने वाले कुछ लोग बचाने के लिए दौडे़, तभी मार रहे मनबढ़ युवक बाला को जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से भाग निकले। इसके बाद बाला घर पर आकर कहीं चला गया। फिर करीब 7:00 बजे दर्जनभर मनबढ़ युवक भैदपुर गांव पहुंच गये और बाला बिंद का घर पूछते हुए उसके घर के अंदर घुस गये। उस समय बाला घर पर मौजूद नहीं था। बाला को ना पाकर बाला के बड़े भाई 27 वर्षीय राजा बिंद से ही बहसा-बहसी करने लगे।
इसी बीच मनबढ़ों ने राजा बिंद को मारना-पीटना शुरू कर दिया। बेटे को मार खाता देख पिता 55 वर्षीय फूलचन्द बचाने को दौड़े, तो मनबढ़ों ने फूलचन्द को भी रॉड से मारकर घायल कर दिया। मारपीट कर वापस जाते समय मनबढ़ों में से किसी युवक ने राजा बिंद को गोली मार दी, जिससे वह लहुलूहान होकर गिर पड़ा। सभी मनबढ़ युवक मौके से भाग निकले। आनन-फानन में परिनज राजा बिंद व उसके पिता फूलचंद को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गये, जहां से चिकित्सकों ने राजा बिंद की हालत देखते हुए ट्रामासेंटर के लिए रेफर कर दिया, जहां बुधवार की रात में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मृत राजा अपने पीछे पत्नी संतोषी देवी (25), दिव्यांशु (4) व पुत्री प्रतिमा (1) को छोड़ गया। पत्नी का रो-रोकर बुराहाल है। ढाढ़स दिलाने वाली महिलाओं के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था। उधर छोटा भाई बाला बिंद ने स्थानीय थाना में तीन के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस बावत सीओ हितेंद्र कृष्ण ने बताया कि मनबढ़ युवकों की धड़-पकड़ के लिए के कोतवाली पुलिस लगी है।