ट्रेनों के परिचालन व्यवस्था सुधारने के लिए सिंग्नल व इंजीनियरिग विभाग ने कमर कस ली है। इसके तहत स्थानीय स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के पूर्वीछोर में पुरानी पानी टंकी को तोड़कर करोड़ों की लागत से अत्याधुनिक ऑटोमेटिक इलेक्ट्रानिक पैनल मशीन सिस्टम लगाने के लिए कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है। इसके पहले चरण में प्लेटफॉम पर पुरानी पानी टंकी को मजदूर द्वारा तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। यह कार्य पूरा होने के बाद उस स्थान पर 35 लाख की लागत से पैनल सिस्टम बैठाने के लिए नया भवन का निर्माण कराया जायेगा। जिसे 15 जून तक तैयार कर दिया जायेगा। इसके लिए रेल मंत्रालय ने पहले ही 4 करोड़ 73 लाख रुपये की मंजूर दे दी थी।
इसमें से 35 लाख का नया भवन व 4 करोड़ 38 लाख रुपये की लागत से अतिआधुनिक ऑटोमेटिक इलेक्ट्रानिक पैनल मशीन सिस्टम लगाया जायेगा। इसके बाद इलेक्ट्रिक व अन्य विभाग द्वारा अन्य कार्य भी कराया जायेगा। इन सभी कार्यों को 12 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य के हो जाने के बाद इस सिस्टम से मेन लाइन में अप-डाउन के साथ दिलदारनगर-ताड़ीघाट ब्रांच लाइन जुटने से दोनों लाइन में कायाकल्प होगा। इस कार्य को तेजी से कराने के लिए मंडल के आला अधिकारी भी बराबर जानकारी रहे हैं। ताड़ीघाट ब्रांच लाइन की रिमॉडलिंग के बाद जब गंगा नदी बन रहा रेल कम रोड ब्रिज से गाजीपुर-मऊ रेल खंड से जुड़ जायेगा, तो दोनों तरफ में इस सिस्टम से परिचालन में और सुधार होगा। इन प्रोजेक्ट कार्य पर पीएमओ की खास नजर है।
यह सब कार्य पूर्व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा द्वारा किए गए प्रयास का असर है। इस कार्य के बाद ताड़ीघाट-ब्रांच लाइन से दिलदारनगर स्टेशन होते हुए सीधे दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन रेल खंड में दिलदारनगर स्टेशन से परिचालन में प्रगति होगी। इस संबंध में दानापुर के जनसंर्पक अधिकारी पी. राज ने बताया कि दिलदारनगर स्टेशन पर करोड़ों की लागत से अतिआधुनिक ऑटोमेटिक इलेक्ट्रानिक पैनल मशीन सिस्टम लगने से परिचालन कार्य और बेहतर बनेगा।