गाजीपुर-लखनऊ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर काम करने वाले वाहनों के मानक से अधिक मिट्टी उठाने पर ग्रामीणों में आक्रोश दिखा। क्षेत्र में कई बड़े इलाकों पर गडढ़े और उनसे हादसे होने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई। नसीरुद्दीनपुर गांव में भीटे और पोखरे की मिट्टी की खुदाई कर रही एक्सप्रेस-वे की कार्यदाई संस्था ओरिएंटल इंफ्रास्ट्रक्चर को ग्रामीणों ने मिट्टी उठाने से रोक दिया है। इसके बाद सूचना पाकर पुलिस और राजस्व की टीम पहुंचकर मामले की जानकारी ली। ग्रामीणों ने अपनी बात बताई और कम मिट्टी उठाने की बात पर अड़े रहे।
विकासखंड के नसरुद्दीनपुर गांव में ओरिएंटल कंपनी की ओर से पोखरे को बेतहाशा गहरा खुदाई होते हुए देख शुक्रवार को ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। इकट्ठा होकर खुदाई स्थल पर पहुंचे और मिट्टी खुदवाने का काम रुकवा दिया। उनका कहना था कि पिछले 10 दिनों से सैकड़ों ट्रक मट्टी कंपनी यहां से ले जा चुकी है। यहां पर 20 फीट ऊंचा और 10 फीट से भी ज्यादा चौड़ा भीटा था। इसकी मट्टी की खुदाई कंपनी द्वारा की जा चुकी है। अब उससे भी 10 से 15 फिट नीचे मिट्टी खोदी जा रही है। इससे यह पोखरा लगभग 40 फिट गहराई तक पहुंच गयी है। इसका किनारा काफी खतरनाक हो गया है। इससे भविष्य में आए दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहेगी। पूर्व प्रधान मुन्ना राजभर, संजय सिंह, मोति चौहान, रामविलास चौहान सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि अब पोखरे की खुदाई नहीं करने दी जाएगी। यह पोखरा क्षेत्र के बच्चों और बड़े-बुजुर्गों के लिए खतरे का सबब बन सकता है। अब हम लोग इसमें से किसी भी हालत में मिट्टी नहीं निकलने देंगे। हमारी मांग है कि प्रशासन कंपनी द्वारा पोखरे के चारों तरफ बचे हुए भीटे की मिट्टी से ही 40 फिट चौड़ा मार्ग बनवाए। इससे दुर्घटनाएं होने का आशंका कम हो जायेगी।
ग्रामीणों का आरोप है कि पोखरा की गहराई काफी हो गयी है। यह करीब चालीस फिट तक होने हादसे की आशंका बनी रहती है। बरसात के समय में तो दुर्घटना होने की प्रबंल आशंका बनी रहेगी। अब इससे अधिक मिट्टी किसी भी हालत में नहीं निकलवाने दिया जायेगा। तहसीलदार विराग पांडेय ने कहा कि मानक के विपरीत खुदाई करने की अनुमति कंपनी को नहीं दी गई है। ग्रामीणों के कहने पर उन्होंने खुदाई कर रहे कर्मचारियों को खनन काम करने से रोक दिया और दूसरी जगह से मानक के अनुरुप ही मिटटी उठाने की बात कही।