स्थानीय नगर से सटे डोरिया गांव में गड़ही पर अतिक्रमण करने से घरों का गंदा पानी सड़क पर जमा हो रहा है। बुधवार को दोपहर बाद बीडीओ गोपाल यादव वहां पहुंचकर सड़क पर जलजमाव की स्थिति को देखा। उन्होंने मौके पर मौजूद लेखपाल को जमीन की नापी कर अवैध रूप से पाटी गई गांव समाज की जमीन को खाली कराने का निर्देश दिया।
जखनियां उपजिलाधिकारी सूरज यादव व खंड विकास अधिकारी गोपाल यादव से इसके पहले कई बार लोग लिखित रूप से शिकायत कर चुके हैं। डोरिया गांव के बीच से होकर सादात से मिर्जापुर जाने वाली सड़क गुजरती है. सड़क से सटे दक्षिण तरफ छह बिस्वा की पोखरी है. इस पोखरी में ही सारे गांव के घरों से निकलने वाला गंदा पानी इकट्ठा होता है. लेकिन इस पोखरी को गांव के कुछ लोगों ने पाटकर टीन शेड रख दिया है और रास्ता बना लिया है. पोखरी पटने से अब घरों से निकलने वाला सारा पानी अब सड़क पर जमा हो रहा है. वाहनों के आने जाने से सड़क धंस कर टूट गई है. इसके पहले सड़क का पानी उत्तर तरफ परती खेत में बह कर जाता था।
उसे भी ट्रैक्टर से मिट्टी गिराकर बांध रखा है. मौके पर जाकर पुलिस ने पानी को बांधने से रोका था। इसके बावजूद उक्त लोगों ने पुलिस के जाते ही पानी को पुन: बांध दिया। अब स्थिति यह है कि गांव का पूरा पानी सड़क पर जमा है. गांव के लोगों ने पोखरी को खोदवाने के लिए उपजिलाधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। उपजिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को फोनकर मौके पर जाकर मुआयना करने और पोखरी को खुदवाने का निर्देश दिया था लेकिन एक सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी स्थिति और खराब हो गई है. अब लोगों में इसे लेकर उम्मीद जगी है.