आजमगढ़ में अहरौला के बेरांव गांव में कर्ज के जाल में फंसे निजी विद्यालय के चपरासी का शव सोमवार की सुबह पेड़ से लटकता मिला। परिजनों ने विद्यालय के प्रबंधक पर धोखाधड़ी से चपरासी के नाम पर बैंक से एक लाख रुपये लोन लेने का आरोप लगाया। प्रबंधक व उसके भाई के विरूद्ध थाना में तहरीर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की जांच की बात कही जा रही है।
अहरौला थाना क्षेत्र के बेरांव गांव निवास 55 वर्षीय रामकुमार चौहान पुत्र कंता चौहान गांव के पास एक निजी विद्यालय में चपरासी का काम करता था। विद्यालय के पास एक मड़ई में चाय भी बेचता था। परिजनों ने बताया कि रामकुमार के साथ धोखाधड़ी कर विद्यालय के प्रबंधक ने एक लाख रुपये लोन ले लिया था। लोन का पैसा समय से जमा न होने पर राम कुमार चौहान के घर नोटिस पहुंची, तब लोगों को जानकारी हुई।
रामकुमार चौहान प्रबंधक पर रुपये जमा करने का दबाव बना रहा था। इसके बाद भी प्रबंधक बैंक का लोन जमा नहीं कर रहा था। बैंक से बढ़ रहे दबाव से रामकुमार पेरशान था। रविवार की रात घर से खाना खाने के बाद निकला। सोमवार की सुबह विद्यालय के पास उसका पेड़ से लटकता शव मिला। मृत चपरासी के पुत्र विजय चौहान ने आरोप लगाया कि लटक रहे शव के पास प्रबंधक व उसके भाई के नाम से सुसाइट नोट मिला था।
प्रबंधक के भाई ने मौके पर पहुंच कर पत्र को निकाल कर फाड़ दिया। और अपने पास रख लिया। पीड़ित ने प्रबंधक व उसके भाई के विरूद्ध तहरीर दी है। घटना के बाद से रामकुमार के घर कोहराम मचा है। अहरौला थाना प्रभारी श्रीप्रकाश शुक्ल ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। अपने स्तर से जांच करते हुए सच का पता लगाया जा रहा।