बिहार के सुपौल जिले में घर के बाहर दरवाजे पर बैठे वार्ड-28 की पार्षद के पति ललित यादव को बेखौफ अपराधियों ने गुरुवार की शाम गोलियों से भून डाला। निजी क्लिनिक ले जाने पर डॉक्टर ने ललित को मृत घोषित कर दिया। ललित 2007 से 2017 तक वार्ड 28 के पार्षद रहे थे। वर्तमान में उनकी पत्नी निशा भारती पार्षद है।
गुरुवार शाम सात बजे ललित बाहर बैठकर अलाव सेंक रहे थे। अचानक दो बाइक पर सवार पांच बदमाश वहां पहुंचे और ललित पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। शरीर पर जहां-तहां पांच गोली लगने के बाद ललित वहीं गिर पड़े। गोलियों की आवाज सुनकर पत्नी और बेटा बाहर निकले। तब तक पड़ोसी भी जुटे। इसके बाद ललित को एक निजी क्लिनिक ले जाया गया। वहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद सदर अस्पताल में भारी संख्या में वार्ड के लोग और शहर के उसके जानने वाले पहुंचे हुए हैं। फिलहाल घटना के कारणों का पता नहीं चल रहा है।
काफी देर के बाद जब सौरभ घर नहीं पहुंचा तो परिजन उसकी खोजबीन करने लगे लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। गुरुवार की सुबह किसी राहगीर ने मटकुरिया वार्ड पांच में नहर किनारे बालक का शव देखा। उसने आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद सौरभ के परिजन भी वहां पहुंचे। वहां सौरभ का शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। बदमाशों ने बालक की निर्मलता पूर्वक गले और सिर में छुरा मारकर हत्या की थी। बालक के सिर के पीछे भाग में छुरे के गहरे निशान थे। बदमाशों ने छुरे से उसकी आंख भी निकाल ली थी। सिर पर छुरे से किए गए वार के भी कई जख्म थे। उधर, थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा जा रहा है। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।