मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राज्य भंडारण निगम द्वारा विभिन्न जिलों में बनाए जा रहे पांच-पांच हजार क्षमता के 37 भंडारगृहों का ऑनलाइन शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी राज्य सरकार अन्नदाता किसानों के हितों में नई-नई योजनाओं को लेकर आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाकडाउन के दौरान विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। इस पैकेज के तहत एक लाख करोड़ रुपये कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए संकल्पित हैं। सरकार किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। जिसके कारण परम्परागत खेती से विमुख होने वाले किसान फिर से खेती में सम्भावनाएं देखने लगे हैं।
नये भंडारगृहों की स्थापना से किसानों की आय बढ़ेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर में अन्नदाता किसानों के लिए भण्डार गृहों के महत्व को अच्छे ढंग से समझा जा सकता है। नये भण्डार गृहों की स्थापना से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। केवल राज्य भण्डारण निगम के साथ मिलकर ही नहीं बल्कि आवश्यकता पड़ने पर मंडी परिषद स्वयं कोल्ड स्टोरेज, सैलोस सहित अत्याधुनिक भंडारण की क्षमता को विकसित करे। किसानों को अनाज मंडी के साथ ही फल व सब्जी मंडियों में भी ऐसी सुविधा देनी चाहिए। नई प्रतिस्पर्धा में सरकार ने निजी क्षेत्र को भी मंडी क्षेत्र में आमंत्रित किया है। प्रतिस्पर्धा के लिए ना केवल सहकारिता बल्कि मंडी समितियों को भी आगे आना होगा।