बीएचयू अस्पताल में लगातार दो युवकों की मौत और उसके बाद हुए बवाल पर पीएमओ-सीएमओ के रिपोर्ट मांगते ही जिला प्रशासन से लेकर बीएचयू तक के अफसर फास्ट हो गए हैं। मंगलवार को जहां जिलाधिकारी ने युवक की मौत के मामले की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया, वहीं बीएचयू के कुलपति राकेश भटनागर खुद अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच गए। अस्पताल की कई व्यवस्था पहले ही दिन बदल दी गईं।
यही नहीं, पिछले दो दिनों की घटनाओं के मद्देनजर अधिकारियों की अलग-अलग अनौपचारिक बैठकें होती रहीं। अधिकारियों ने चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया। मरीजों की परेशानियों और सुविधाओं पर चर्चा हुई। मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इस बात पर अधिक फोकस दिया गया। अस्पताल के बाहर मौजूद मरीजों के परिजनों से भी अधिकारियों ने बातचीत की।
बीएचयू अस्पताल में लापरवाहियों पर वैसे तो काफी दिनों से आरोप लग रहे थे। रविवार को चौथी मंजिल से कूदकर अंकित पाठक नामक 12वीं के छात्र की मौत और अजय भारती नामक युवक के पहले गायब होने फिर अस्पताल में ही लाश मिलने पर बवाल हो गया था। किसी तरह आक्रोशित लोगों को समझाया-बुझाया गया। मामले की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) तक पहुंची और रिपोर्ट तलब कर ली गई।