रेलवे स्टेशन परिसर में बुधवार को 14 वर्षीय किशोर भटकते हुए पहुंच गया। उसकी घबराहट देख कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सीओ बूढ़नपुर शीतला पांडेय ने उससे पूछताछ के बाद सूचना मुंबई भेज दी और जीआरपी थाना के पास छोड़कर चले गए। किशोर ने खुद को श्रेयांश पुत्र रणजीत यादव बताया। कहा कि यहां कोई अपना नहीं है। मुंबई के मीरा रोड सूर्य कीíत नगर में घर से शौच लिए गया था, जहां से लौटते वक्त चार लोगों ने अगवा कर उसे बेहोश कर दिया। होश आने पर खुद को कार में बैठा पाकर शंका हुई तो शौच के बहाने भाग आया।
पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह आई कि किशोर को किसी का फोन नंबर नहीं मालूम था जिससे उसके बारे में घर वालों को जानकारी दी जा सके। श्रेयांश ने बताया कि वह जगधर स्मारक पूर्व माध्यमिक विद्यालय मुंबई वेस्ट में कक्षा आठ में पढ़ता है। उसके पिता आटा मिल में काम करते हैं। उसका अपहरण क्यों किया गया, रास्ते में अपहर्ताओं ने क्या कहा, इन सवालों का जवाब उसके पास नहीं था। जीआरपी थाना प्रभारी गणनाथ प्रसाद ने बताया कि उन्हें ऐसी कोई सूचना नहीं दी गई।