राज्य में पिछले चार दिनों से कम कोरोना मरीजों के मिलने का सिलसिला शुक्रवार को टूट गया। 29 संदिग्धों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें पांच बीएमपी के जवान हैं। सभी राजधानी के खाजपुरा में रहते हैं। बीएमपी से रिटायर हवलदार हाल में पॉजिटिव पाए गए। पांचों जवान उनके साथ मेस में खाते थे। अब राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 579 हो गई। 38 में से 36 जिलाें में कोरोना पहुंच चुका है। शुक्रवार को तीन नए जिले सुपौल, सहरसा और खगड़िया भी जुड़ गए। अब केवल दो जिले जमुई और मुजफ्फरपुर ही बचे हैं।
शुक्रवार को जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनमें से 19 तीन दिन पहले ही दूसरे राज्यों से विशेष ट्रेन से बिहार आए हैं। विशेषज्ञों ने कहा है कि ट्रेन के लंबे सफर में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। पॉजिटिव मजदूरों मेंं समस्तीपुर के 6, दरभंगा के 4, खगड़िया के 4, सहरसा के 2, बांका-भागलपुर और पूर्वी चंपारण के 1-1 लोग तीन दिन पहले आए हैं। इनके अलावा कटिहार, बेगूसराय, नालंदा, नवादा व सुपौल के 1-1 मरीज की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
कोटा से अब तक 13473 छात्र लाए गए
कोटा में फंसे बिहार के छात्रों को वापस लाने का काम पूरा हो गया। शुक्रवार को छात्रों को लेकर आखिरी ट्रेन आई। परिवहन सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि छात्रों में सबसे अधिक 1250 पटना के थे। नालंदा में 952, प. चंपारण में 756, मधुबनी और दरभंगा में 6-6 सौ जबकि गया में 553 बच्चे लाए गए। 11 ट्रेनों से इन छात्रों को लाने के लिए राज्य सरकार ने किराए के रूप में रेलवे को 78 लाख रुपए का भुगतान किया।
70 ट्रेनों से अब तक 83 हजार प्रवासी लौटे, आज 18115 आएंगे
आईपीआरडी सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि विभिन्न राज्यों में फंसे हुए 83 हजार प्रवासियों को 70 ट्रेनों के जरिए शुक्रवार तक वापस लाया गया। शनिवार को 15 और ट्रेनों से 18115 लोग बिहार आएंगे। प्रखंड स्तर पर बनाए गए 3314 क्वारेंटाइन सेंटर में 44869 लोग रखे गए हैं। 8 को 17 ट्रेनों से 20629 श्रमिक वापस आए।
579 मरीजों में से 267 ठीक हुए
स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में कोरोनावायरस संक्रमित 579 मरीजों में से 267 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इस तरह बिहार में 47.3% मरीज ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 49 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। संक्रमितों की पहचान के लिए कराई जा रही डोर टू डोर स्क्रीनिंग अंतिम दौर में है।