लॉकडाउन के तीसरे दौर में कोरोना से जंग के लिए रेलवे स्टेशनों को केयर सेंटर में बदलने की तैयारी है। पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों पर आइसोलेशन वार्ड में बदले गए 268 कोच को तैयार रखा गया है। पटना जंक्शन समेत बिहार के 15 रेलवे स्टेशन कोरोना केयर सेंटर में कन्वर्ट होंगे। एक कोच राजेंद्र नगर कोचिंग कॉम्पलेक्स में है। देश भर में 5231 कोच को आइसोलेशन वार्ड में कन्वर्ट करने के बाद अब रेलवे स्टेशनों को केयर सेंटर में बदला जा रहा है।
बिहार में फिलहाल पटना जंक्शन, दानापुर, राजेंद्र नगर, मुजफ्फरपुर, गया समेत एक दर्जन से अधिक रेलवे स्टेशनों को केयर सेंटर में बदलने की योजना है। कई तरह के बदलाव किए भी गए हैं। पिछले दिनाें पटना जंक्शन पर पूर्व मध्य रेल के जीएम एलसी त्रिवेदी ने निरीक्षण भी किया था। जब ये केयर सेंटर फंक्शनल होंगे तो किसी भी बाहरी व्यक्ति की एंट्री प्रतिबंधित होगी। अभी भी इन स्टेशनों पर किसी भी बाहरी का प्रवेश बंद है। समय-समय पर सेनेटाइजेशन हो रहा है।
बाहरी लोग नहीं जा सकेंगे
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि जिन-जिन स्टेशनों पर आइसोलेशन कोच रखे जाएंगे उसे कोविड केयर सेंटर नाम दिया गया है। जिन सेंटर में कन्वर्ट किया जाएगा, वहां किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश निषेध होगा। हालांकि इस संदर्भ में सब कुछ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को तय करना है। यह तार्किक है कि कोविड केयर सेंटर चालू होने पर वह स्टेशन आम यात्रियों के लिए बंद कर दिया जाएगा। केयर सेंटर रहने तक स्टेशन चालू नहीं रहेगा।
सेंटर पर रहेंगी ये सुविधाएं
केयर सेंटर पर खाने-पीने की सुविधा के साथ बिजली, पानी और सुरक्षा रेलवे करेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार सुविधाएं हाेंगी। केयर सेंटर में बदले गए स्टेशन पर आइसाेलेशन वार्ड में बदले गए कोच खड़े रहेंगे। उन कोचों में संदिग्धों को क्वारेंटाइन किया जाएगा। रेल मंत्रालय के अनुसार मरीजों को उनके लक्षणों के आधार पर कोचों में भर्ती करवाया जाएगा।