टाउन थाना क्षेत्र के भलुहीपुर इलाके की युवती के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट ने सब को परेशानी में डाल दिया है।अधिकारियों को अब तक युवती के कोरोना कांटेक्ट की सही-सही जानकारी नहीं मिल सकी है। अब उसके तथा उसके परिजनों के क्लोज कांटेक्ट को पुलिस खंगालने में जुटी हुई है। इधर,जिस झोलाछाप डॉक्टर के यहां युवती इलाज करा रही थी वहां पुलिस जब पहुंची तो पहले ही झोलाछाप डॉक्टर फरार हो चुका था। पुलिस ने उसके क्लीनिक को सील कर दिया है। उसकी तलाश जोर- शोर से की जा रही है। इधर जगदीशपुर क्षेत्र से पुलिस ने पिता-पुत्र को उठाया है जो पिछले महीने कोरोना पीड़ित युवती के घर के बगल में अपने रिश्तेदार के घर आए हुए थे। उन दोनों को भी क्वारान्टीन किया गया है।
केस स्टडी में सामने आई कांटेक्ट इंफेक्शन की बात
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस युवती का केस स्टडी किया गया। केस स्टडी में इस युवती के कोरोनावायरस से संक्रमित होने का कारण कांटेक्ट इन्फेक्शन पाया गया। स्वास्थ्य विभाग की बुलेटिन में इसे जारी किया गया है। कांटेक्ट इन्फेक्शन अर्थात किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क या छुअन से। जिले में कांटेक्ट इन्फेक्शन से कोरोना मरीज होने का यह पहला मामला है। इससे अब जिले में कोरोनावायरस का खतरा बढ़ गया है। कहा जा रहा है कि कांटेक्ट इन्फेक्शन कई प्रकार से हो सकता है। जैसे किसी के हाथ मिलाने से, किसी कोरोना के मरीज के उपयोग की हुई वस्तु के संपर्क से, सोशल डिस्टेंस ना बनाने से, मास्क न पहनना, सैनिटाइजर का इस्तेमाल न करना, कई बार साबुन से हाथ न धोने से।
2 महिला सिपाहियों को भेजा गया
आखिर जिसके कांटेक्ट इंफेक्शन से यह युवती कोरोना की मरीज हुई, आखिर वह कौन है ? यह सवाल अब स्वास्थ्य विभाग और लोगों के लिए परेशान करने वाला है। क्योंकि जिससे इस युवती को संक्रमण हुआ; वह अवश्य करोना पॉजीटिव होगा। तभी यह युवती संक्रमित हुई। नया खतरा यह है कि उससे इस युवती के अलावे अन्य लोगों को भी कांटेक्ट इन्फेक्शन हुआ होगा या हो सकता है। ऐसे में कांटेक्ट इंफेक्शन के सही कारण की तलाश जरूरी हो गई है।
कई मोहल्लों में हुई बैरिकेडिंग
कोरोना पॉजिटिव का दूसरा केस भोजपुर में मिलने के बाद 3 किलोमीटर के दायरे में आने वाले कई मोहल्लों को पुलिस ने सील कर दिया है। रविवार की देर शाम तक कार्रवाई चल रही थी। जिस मोहल्ले में कोरोना पीड़ित युवती मिली थी। उसे शनिवार को ही सील कर दिया गया था।
दिल्ली से पहुंचे 9 मजदूरों को भेजा गया क्वारान्टीन
राशन खत्म होने के बाद किसी तरह 9 मजदूर विभिन्न गाड़ियों पर बैठकर लुक-छिपकर पटना पहुंचे। वहां से आरा पहुंचकर अपने घर नारायणपुर जाने के लिए जैसे ही दूसरी गाड़ी पर बैठने का प्रयास किया। आसपास के लोग उग्र हो गए इसके बाद सूचना पर पुलिस वहां पहुंची। पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। सभी मजदूरों एवं आरा लाने वाले उत्तरप्रदेश के ट्रक ड्राइवर से पूछताछ की तो उसने टालमटोल करने का प्रयास किया। जिसके बाद पुलिस ने लाकडाउन तोड़ने के मामले में केस दर्ज कर उन्हें क्वरान्टीन में भेज दिया है।