दुर्गावती के खामीदौरा में एक महिला के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। रविवार को ही अनुमंडल पदाधिकारी शिव कुमार राऊत, एसडीपीओ रघुनाथ सिंह सहित तमाम पुलिस प्रशासनिक महकमा खामीदौरा गांव पहुंचा। साथ में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लगातार कैंप कर रही है। इधर, सोमवार को खमीदौरा गांव में डीएम और एसपी दिलनवाज अहमद पहुंचे। बीमारी को देखते हुए प्रशासन ने खामीदौरा गांव के सभी घरों के लोगों का स्वास्थ जांच करने में जुटा हुआ है दुर्गावती के पीएचसी प्रभारी शांति प्रसाद माझी ने बताया कि अभी तक 2391 लोगों का स्वास्थ्य जांच पूरा कर लिया गया है।
अभी भी स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर टू डोर जाकर स्वास्थ्य जांच करने में जुटी हुई है यहां बता दें कि एक सप्ताह पहले तक कैमूर जिला कोरोना महामारी से अछूता था, लेकिन जैसे ही सासाराम की एक संक्रमित महिला का चेन चैनपुर व भभुआ से जुड़ा उसके बाद से लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी। खास बात यह कि भभुआ के प्रतिष्ठित चिकित्सक के कंपाउंडर का रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इलाज कराने गए तमाम लोगों की बेचैनियां बढ़ गई हैं।
निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों की हो रही पड़ताल
जिला प्रशासन भी इस बात की जानकारी में लगा हुआ है कि प्राइवेट हॉस्पिटल पर किन प्रखंड के गांव से लोग अपना इलाज कराने आए हैं। यहां बता दें कि सासाराम से आई महिला ने कैमूर को तबाही में धकेल दी है। अगर संक्रमित महिला इलाज कराने भभुआ नहीं आती तो शायद भभुआ में कोरोना के एक भी मरीज नहीं मिलते। उधर, दुर्गावती के खामीदौरा गांव के लोगों में कोरोना का खौफ समाया हुआ है, लेकिन पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा की टीम ग्रामीणों का हौसला अफजाई करने में भी लगा हुआ है।
घरों में कैद खामीदौरा के लोगों को नहीं मिल रही सब्जी और दूध
खामीदौरा में एक महिला के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन सुरक्षा के लिहाज से चाक-चौबंद तो है, लेकिन गांव के लोगों को खाने-पीने की सामग्री पर आफत आ गई है। क्योंकि प्रशासन ने गांव को पूरी तरह से सील कर दिया है। लोग घरों में कैद हैं और गांव का किराना दुकान भी बंद है। ऐसी स्थिति में छोटे बच्चों और बुजुर्गों को दूध की समस्या सताने लगी है। हालांकि प्रशासन द्वारा रविवार को बताया गया कि गांव के लोगों को खाद सामग्री की समस्या ना हो इसके लिए पंचायत के मुखिया को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। गांव के लोगों ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आने के बाद रविवार को गांव के वार्ड चार को सैनिटाइज किया गया, लेकिन वार्ड 5 को अभी तक सैनिटाइज नहीं किया गया है।