वाराणसी गोरखपुर फोरलेन हाईवे के सैदपुर बाईपास पर स्थित रेल ओवर ब्रिज में हुए 6 फुट व्यास के छेद के बगल के दो और ब्लॉकों में गड़बड़ी मिली है। जिसके बाद एनएचएआई के परियोजना निदेशक के निर्देश पर पहले से क्षतिग्रस्त ब्लॉक सहित दो अन्य ब्लॉकों को भी तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके बाद एक लेन के तीनों क्षतिग्रस्त ब्लॉकों को नए सिरे से ढ़ाला जाएगा। साथ ही मिट्टी धंसने से ब्रिज से अलग हो रहे अप्रोच मार्ग को भी सुधारने की कार्रवाई की जाएगी।
मिट्टी धंसने के कारण ब्रिज से अलग हो रहा है अप्रोच मार्ग
सैदपुर बाईपास पर स्थित रेल ओवर ब्रिज में बीते रविवार की रात एक 6 फुट व्यास का छेद हो गया था। दैनिक भास्कर की खबर पर उप जिला अधिकारी सैदपुर ओम प्रकाश गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करने के बाद, इसकी सूचना एनएचएआई को दी थी। जिसके बाद परियोजना निदेशक आर एस यादव ने बीते मंगलवार को ब्रिज का निरीक्षण किया। जिसमें ब्रिज के एक लेन के तीनों ब्लाकों में गड़बड़ी मिली। इस पर परियोजना निदेशक ने तीनों ब्लाकों को तोड़कर, उसे नए सिरे से ढालने का निर्देश दिया। साथ ही धंस रहे ब्रिज के अप्रोच को भी सुधारने की बात कही।
सवालों के घेरे में आई पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड
गोरखपुर से वाराणसी 82 किलोमीटर तक फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग का 1560 करोड़ रुपए का ठेका वर्ष 2016 में पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड को दिया गया था। तब परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 3 वर्ष में काम पूरा किए जाने का दावा किया था। लेकिन 6 वर्ष बाद भी अब तक फोरलेन निर्माण का काम पूरा नहीं हो सका है। इससे पहले ही मार्ग में जगह-जगह गड़बड़ी की शिकायतें आने लगी है। जिसमें सबसे गंभीर गड़बड़ी सैदपुर बाईपास पर ओवरब्रिज की छत टूटने को माना जा रहा है। जिसने पीएनसी की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।