वाराणसी से गाजीपुर के बीच बनाए गए फोरलेन हाईवे आठ महीने में ही जगह-जगह टूट गया है। इस हाईवे पर गड्ढ़े वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा रहे हैं और दरारें हादसे का सबब बन रही है। सैदपुर के आसपास एक महीनें के अंदर तीन जगह सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है और सोमवार की रात रेलवे ओवरब्रिज से वाहन गुजरने के बाद स्लैब टूट गया। लगातार सड़क के टूटने के बाद गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। डीएम एमपी सिंह ने एनएचएआई के अधिकारियों से वार्ता कर सड़क की जांच की बात कही है।
वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन पर वाहनों का आवागमन शुरू होने के आठ माह बाद ही लगातार जगह जगह सड़क धंसनी शुरू हो गई है। वाराणसी से लेकर बिरनो गाजीपुर तक कई जगह सड़क टूटने के बाद हादसे भी हुए हैं। फोरलेन निर्माण के बाद जगह-जगह सड़क में दरारें पड़नी शुरू हो गई है। साथ ही जगह-जगह ओवरब्रिज के रेलिंगों में भी दरारे दिखाई पड़ रही हैं। कार्यदायी संस्था द्वारा सड़क में पड़ी दरारों को केमिकल के जरिये भरने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह नाकाफी लग रहा है। आमजन इस बात को लेकर भी आक्रोश है कि टोल प्लाजा पर वाहनों से सख्तीपूर्वक शुल्क तो वसूला जा रहा है, लेकिन सड़क की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
अक्टूबर से वाहनों का आवागमन शुरू हुआ है। कैथी स्थित टोल प्लाजा पर सभी वाहनों से शुल्क वसूला जाता है, लेकिन सड़क की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया है सोमवार की रात सैदपुर क्षेत्र के शेखपुर ओवरब्रिज के पास सड़क धंस गई है, केवल सड़क धंसी नहीं टूटकर एक बड़ा हिस्सा गिर गया और ऊपर से नीचे तक दिखने लगा। कंक्रीट उखड़ने से स्लैब की सरिया का जाल और निर्माण सामग्री भी दिखने लगी। एनएचएआई के अधिकारियों को सड़क के क्षतिग्रस्त होने की खबर भी नहीं थी, रात भर क्षतिग्रस्त सड़क से आवागमन होता रहा, सुबह आसपास के लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना दी तो उन्होंने कार्यदायी संस्था को सूचित किया। सैदपुर बाइपास के पास बाएं तरफ डिवाइडर लगाकर उस लेन पर आगवामन रोक दिया और क्षतिग्रस्त स्थल को बैरिकेट किया। टूटी सड़क पर सोमवार की शाम तक मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ था और आवागमन भी प्रभावित रहा।
बता दें कि 20 सितंबर 2021 को सीएम योगी आदित्यनाथ का हेलीकाप्टर इसी ओवरब्रिज पर उतरा था, क्योंकि ब्रिज का एप्रोच तैयार नहीं होने के कारण इससे यातायात नहीं संचालित किया जा रहा था। सपा नेताओं ने कार्यदायी संस्था पर घटिया निर्माण लगाने का आरोप लगाया। वहीं निर्माण की जांच कराने की मांग की। ओवरब्रिज पर सड़क धंसने की सूचना मिलने पर एसडीएम ओमप्रकाश गुप्ता व सीओ बलिराम प्रसाद मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि डीएम एमपी सिंह के निर्देश पर एनएचआइ के अधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है। कार्यदायी संस्था ने डिवाइडर लगाकर संबंधित लेने पर आवागमन रोक दिया है। जानकारी दी कि लिखित पत्र भी उच्चाधिकारियों को भेजूंगा।