इंदारा व मऊ रेलवे जंक्शन के बीच तमसा नदी पर बने पुल के उत्तर तरफ शुक्रवार की सुबह रेलवे ट्रैक के बीच एक युवक की लाश ने सनसनी फैला दी। मौके पर पहुंची जीआरपी ने जब शव के कपड़ों की तलाशी ली ताे मौके पर मिले परिचय पत्र से युवक की शिनाख्त आरक्षी चालक के पद पर मधुबन थाना क्षेत्र के पीआरबी 2280 पर तैनात अखिलेश सिंह गौतम (35) के रूप में हुई। जीआरपी की ओर से पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
जीआरपी थानाध्यक्ष गणनाथ प्रसाद ने बताया कि मृत आरक्षी चालक गाजीपुर जनपद के सुहवल थाना क्षेत्र के मेदिनीपुर ताड़ी घाट निवासी स्व.श्रीप्रकाश गौतम का पुत्र था। आरक्षी ने दो विवाह किए थे। गुरुवार की शाम वह अपनी दूसरी पत्नी के साथ शहर कोतवाली क्षेत्र के भीटी स्थित किराए के मकान में था। भीटी में रह रही उसकी पत्नी पल्लवी सिंह से किसी बात को लेकर उसका विवाद हुआ। मामला इतना बढ़ा कि पल्लवी सिंह ने यूपी-112 को डायल करके इसकी सूचना दी। मौके पर पीआरबी गई। पीआरबी में बैठे पुलिस कर्मियों ने दोनों पति-पत्नी को समझाया-बुझाया और चले आए।
इधर, गुरुवार की देर रात व शुक्रवार की भोर में रेलवे ट्रैक के बीचोबीच तमसा पुल व भीटी ओवरब्रिज के मध्य में आरक्षी की लाश मिलने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। गणनाथ प्रसाद ने कहा कि आरक्षी की जेब से छह सिम कार्ड, एक मोबाइल चार्जर व कुछ नगद रुपये बरामद हुए हैं। पत्नी से विवाद के बाद लाश रेलवे ट्रैक पर मिलने को फिलहाल पुलिस आत्महत्या से जोड़कर देख रही है। माना जा रहा है कि किसी ट्रेन के सामने कूद कर आरक्षी ने जान दे दी होगी। किंतु शव के ज्यादा क्षतिग्रस्त न होने एवं ट्रैक के बीचो-बीच पड़े होने से मामला संदेहास्पद है। जीआरपी थानाध्यक्ष ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है।