जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर महराजगंज थाना क्षेत्र के नौबरार देवारा जदीद किता प्रथम (औघडग़ंज) वालों के लिए रविवार काल बन गया। दोपहर एक बजे अचानक एक रिहायशी झोपड़ी में लगी आग ने पल भर में पूरी बस्ती को चपेट में ले लिया। लोग बचाव राहत के लिए कुछ कर पाते कि तेज हवा से लगभग दो सौ झोपडिय़ां और दो सौ बीघा फसल राख हो गई। बीच-बीच में सिलेंडर के फटने से हर कोई दहशत में था। शाम चार बजे दो बच्चों की लाश मिली, जबकि दो गाय झुलकर मर चुकी थीं। आग की चपेट में आने से आधा दर्जन लोग झुलस गए।
गृहस्थी का कोई सामान नहीं बच सका। अपनी आंखों के सामने आशियाना जलते देख हर कोई रो रहा था। अपनों की तलाश में हर कोई इधर-उधर भटक रहा था। सूचना के दो घंटे बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी के पहुंचने को लेकर लोगों में काफी गुस्सा दिखा। सैड़कों लोगों के सामने भोजन के साथ आवासीय संकट खड़ा हो गया है। उधर अगलगी की सूचना के बाद एसडीएम गौरव कुमार, तहसीलदार ब्रिजेंद्र उपाध्याय पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। प्रशासन की ओर से बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया गया। पीडि़त परिवारों के लिए गांव के प्राथमिक विद्यालय में भोजन और रहने की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। जगह कम पडऩे पर प्रशासन टेंट लगवाने में जुटा था।