स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर अड़े छात्र नेता मंगलवार को भी आमरण अनशन पर बैठे रहे। छात्रनेताओं ने कहा कि कालेज प्रशासन की मंशा छात्र संघ चुनाव कराने की नहीं है। छात्रों को आश्वासन नहीं चुनाव की तारीखें चाहिए, जिसके बाद ही अनशन समाप्त होगा। अगर कालेज प्रशासन हिटलरशाही पर अड़ी है तो छात्र भी पीछे हटने वाले नहीं है।
मंगलवार को पीजी कालेज में छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर दूसरा दिन भी छात्र नेताओं का अनशन जारी रहा है। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने कहा कि अनशन में किसी भी छात्र की हालात बिगड़ती है तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से छात्रों के आंदोलन की अनदेखी किया जा रहा है। आंदोलन को समाप्त कराने के लिए कालेज प्रशासन की ओर से तरह तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे है, लेकन छात्र छात्र संघ चुनाव कराने के पक्ष में मजबूती के साथ खडे है। कालेज प्रशासन की ओर से छात्र संघ का चुनाव की तिथि घोषित नहीं किए जाने पर छात्र सड़क पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान कमलेश यादव, दीपक कुमार, शुभम कुशवाहा, उपेंद्र गौतम, धर्मेंद्र विश्वकर्मा, दीपक, पीयूष बिंद, जगनारायण भारती, अक्षय यादव, प्रवीण पाण्डेय, किशन यादव, छात्र संघ अध्यक्ष अनुज कुमार भारती, पूर्व महामंत्री सुधांशु तिवारी, पूर्व उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव, पूर्व पुस्तकालय मंत्री शिवम उपाध्याय, मनीष चौधरी, इन्द्रजीत चौधरी, सिद्धार्थ वर्धन, राजू रंजन, अजय यादव, आकाश कुमार ,राजू कनौजिया, रघुवीर यादव, विशाल विश्वकर्मा, जितेंद्र राय आदि शामिल रहे।