स्थानीय ब्लाक में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी से फरियादी परेशान हैं। उनके आने-जाने का निश्चित समय नहीं है। बुधवार की दोपहर 2.18 बजे जागरण टीम ब्लाक मुख्यालय पर पहुंची तो एडीओ पंचायत अरुण कुमार दुबे की कुर्सी खाली मिली। वहीं अन्य कुर्सियां बिखरी पड़ीं थीं। आफिस में कार्यरत कुछ कर्मी मिलें उन्होंने बताया साहब क्षेत्र में किसी कार्य से गए हैं।
ब्लाक मुख्यालय पर जागरण टीम सबसे पहले बीडीओ कार्यालय पहुंची तो बीडीओ हरिनारायण कार्यालय में फरियादियों की समस्याओं व विभागीय कार्य को निपटा रहे थे। इसके बाद टीम सहायक विकास अधिकारी पंचायत के कार्यालय पर पहुंची तो बाहर से दरवाजा बंद था। टीम कंप्यूटर कक्ष से होकर कार्यालय में पहुंची तो साहब नदारद थे। कंप्यूटर कक्ष में तैनात कर्मी रियाज ने बताया कि एडीओ पंचायत किसी काम से क्षेत्र में गए हैं। मौजूद लोगों ने बताया कि ब्लाक के अधिकारियों व कर्मचारियों के समय से नहीं पहुंचने के कारण फरियादियों को समस्या हो रही है। इस बाबत सहायक विकास अधिकारी पंचायत अरुण कुमार दुबे ने बताया कि पचोखर गांव में सरकारी कार्य से आया हूं इसलिए कार्यालय में मौजूद नहीं रहा। लापरवाह शिक्षक का रोका वेतन, नोटिस।
महीनों बाद भी सभी बच्चों को किताब, यूनिफार्म वितरित नहीं करने और कंपोजिट ग्रांट का समुचित उपयोग न करने पर बीएसए श्रवण कुमार ने बुधवार को कंपोजिट विद्यालय गौसपुर बुजुर्गा ब्लाक मनिहारी के प्रधानाध्यापक जितेंद्र सिंह का वेतन रोक दिया। साथ ही नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण, और कंपोजिट ग्रांट का अभिलेख भी मांगा।
बीएसए मनिहारी क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण करने निकले थे। कंपोजिट विद्यालय गौसपुर बुजुर्गा में साफ-सफाई का अभाव मिला। रंगाई-पोताई भी नहीं हुई थी। विद्यालय में अभी भी पुस्तक व यूनिफार्म पड़े हुए थे। वह सभी बच्चों को वितरित नहीं किया गया था। कंपोजिट ग्रांट से अभी तक रनिग वाटर व हैंडवाश सिस्टम आदि नहीं लगाया गया था। इस पर बीएसए ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने परिषदीय विद्यालय गौरीवीरपुर का भी निरीक्षण किया। यहां की व्यवस्था संतोषजनक मिली। बीएसए ने बताया कि गौसपुर बुजुर्गा में तमाम कमियां मिलीं। इस पर वहां के प्रधानाध्यापक का वेतन रोका गया है।