हेल्थ वर्कर को कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। लखनऊ में सप्ताह में दो दिन कोरोना वैक्सीन लगायी जाएगी। इसका दिन मुकर्रर कर दिया गया है। सीएमओ डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक सोमवार और शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। नियमित टीकाकरण में किसी भी तरह का रद्दोबदल नहीं किया गया है। बुधवार और शुक्रवार को नियमित टीकाकरण अभियान पूर्व की भांति चलता रहेगा। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से टीकाकरण कुछ पिछड़ गया था। उसे पूरा करने के लिए रविवार को अभियान चलाया जा रहा है। वह भी चलता रहेगा। जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है।
50 टीमें बनाई जाएंगी
लखनऊ में 580 एएनएम हैं। करीब पौने तीन सौ एएनएम शहरी क्षेत्र में हैं। सीएमओ ने बताया कि ज्यादातर मेडिकल कॉलेज, बड़े अस्पताल शहरी क्षेत्र में हैं। लिहाजा बहुत दिक्कत नहीं होगी। प्रत्येक टीम में करीब 10 एएनएम को शामिल किया जाएगा। इस लिहाज से 50 टीमें तैयार होंगी।
100 लोगों को टीका लगाएगी एक एएनएम
एक एएनएम को 100 लोगों को वैक्सीन लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। इस लिहाजा से करीब 1000 डॉक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ और कर्मचारियों का टीकाकरण करेगी। यदि जरूरत पड़ेगी तो अस्पतालों की स्टाफ नर्स को भी अभियान से जोड़ा जाएगा। फिलहाल सभी अस्पतालों से स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट और लैब टेक्नीशियन की जानकारी जुटा ली गई हैं। डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक 39 अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन रखने की व्यवस्था होगी। ऐशबाग से अस्पतालों में वैक्सीन भेजी जाएगी।
कोविड हॉस्पिटल में पहले लगेगी वैक्सीन
205 सरकारी अस्पताल हैं। 750 प्राइवेट हॉस्पिटल हैं। वैक्सीन सबसे पहले उन अस्पताल के डॉक्टर-कर्मचारियों को लगेगी जिनमें कोरोना मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेजों से शुरुआत होगी। उसके बाद अन्य अस्पतालों में टीकाकरण होगा।
फैक्ट फाइल
- ऐशबाग में वैक्सीन सेंटर बनाया गया
- 50 हजार हेल्थ वर्कर को लगेगी वैक्सीन
- वैक्सीन रखने के लिए चार आईएलआर आ चुके हैं
- 250 लीटर वैक्सीन क्षमता है रेफ्रीजीरेटर की।