मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार की लगातार कोशिशों से किसानों को समय पर खाद-बीज और सिंचाई की सुविधा मिलने लगी है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, पर ड्राप मोर क्रॉप जैसी योजनाओं ने खेती-किसानी को लाभकर बनाया है। सिंचाई व्यवस्था को लगातार बेहतर किया जा रहा है। सरकार किसानों की खुशहाली के लिए हर कदम उठाएगी।
उन्होंने कहा कि नलकूपों के बेहतर संचालन के लिए गांवों में बिजली आपूर्ति न होने की समस्या दूर की गई है। यह सब किसान हितों को संरक्षित करने की ही कोशिश है। खुशहाल किसान, समृद्ध प्रदेश की आधारशिला है। इसी को ध्यान में रखते हुए किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी बुधवार को प्रदेश में नवचयनित 3209 नलकूप चालकों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से पहली बार नलकूप चालकों के चयन के लिए परीक्षा और फिर प्रशिक्षण कराने की नीति को ऐतिहासिक बताते हुए नलकूप चालकों को खेती का महत्वपूर्ण अंग बताया। पहली बार नलकूप चालक के पद पर महिलाओं के चयन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह 516 महिलाएं नलकूप चालक एक नया इतिहास रच रही हैं। नवचयनित सभी नलकूप चालकों को बधाई देते हुए उन्हें जल संरक्षण की सीख भी दी।
गर्व से कहिए सिफारिश से नहीं, मेहनत से पाई नौकरी
मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों में तैनाती पाने वाले वाले नवचयनित नलकूप चालकों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सभी 3209 नवचयनित अभ्यर्थियों को इस बात पर गर्व करना चाहिए कि उन्हें किसी सिफारिश या जुगाड़ से यह सरकारी नौकरी नहीं मिली है। यह नौकरी आपकी अपनी मेधा, क्षमता और मेहनत से मिली है। उत्तर प्रदेश में नौकरी का एक मात्र आधार 'मेरिट' ही है। पिछले दिनों 69000 प्राथमिक शिक्षकों के चयन की बात हो, या पुलिस विभाग में 137000 पदों पर नियुक्ति, एक भी चयन सिफारिश या जुगाड़ से नहीं हुआ। जिसमें प्रतिभा है, उसे ही नौकरी मिलेगी। बीते साढ़े तीन साल में करीब चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है तो 15 लाख ने निजी क्षेत्र में कॅरियर बनाया है। यही नहीं, बैंकों से जोड़कर सरकार ने डेढ़ करोड़ युवाओं को स्वतः रोजगार के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराए हैं। सीएम ने कहा कि 'मिशन रोजगार' का यह क्रम जारी रहेगा।