नौकरी के लिए मेहनत करने वाले प्रतियोगी परीक्षार्थी सफलता प्राप्त करने के बाद भी मायूस हैं। इनकी मेहनत पर कोरोना का ग्राहण लगा हुआ है। इस ग्रहण के हटने के बाद ही इनकी नैया पार लगने की उम्मीद है। रेलवे की प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने वाले सैकड़ों छात्र ज्वाइनिंग की बाट जोह रहे हैं। ग्रुप डी से लेकर ग्रुप सी के सफल छात्र इंतजार में हैं।
रेलवे की 2018 की वैकेंसी में असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निकल की परीक्षा हुई थी। इसका रिजल्ट वर्ष 2019 के नवम्बर में क्लियर हो गया था। इसमें कई आरआरबी ने चयनित उम्मीदवारों को बुलाया है। इनकी ट्रेनिंग शुरू की है। कई बोर्ड ने अभी छात्रों को छह माह से बुलाया ही नहीं है। गुवाहाटी बोर्ड से चयनित छात्र किरण कुमार ने बताया कि नवम्बर में रिजल्ट आया है। अभी तक कोई सूचना नहीं है। दुबारा ओबीसी बनानी पड़ रही है।
कई बोर्डों ने प्रक्रिया तक शुरू नहीं की है। वहीं, आरआरबी पटना ने भी सभी को रिजल्ट भेज दिया है। एएलपी के पैनल 341 के छात्रों को भी नहीं बुलाया गया है। यह स्थिति एक बोर्ड की नहीं है। कोरोना की वजह से ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट ही बंद कर दिये गए थे। जिसकी वजह से मामला फंसा हुआ है।