उत्तर रेलवे के चारबाग रेलवे स्टेशन पर मंगलवार महाराष्ट्र के अकोला से लखनऊ आई ट्रेन से 1300 यात्री पहुंचे। महाराष्ट्र से 24 कोच की ट्रेन वहां फंसे लोगों को लेकर आई। ट्रेन से यात्रियों को एक एक करके सोशल डिस्टेंसिन्ग का पालन करते हुए उतारा गया और पोर्टिको एक व दो से सात लाइन लगाकर उन्हें थर्मल स्कैनिंग कर बसों में बैठाया गया। बाहर निकलने वाले सभी लोगों को ज़िला प्रशासन की मदद से खाने के पैकेट भी वितरित किये गए। स्टेशन परिसर में पुलिस प्रशासन की मदद से महाराष्ट्र में फंसे हुए आये लोगों को जिलेवार बसों में बिठा कर रवाना किया गया।
रेलवे कर्मी ने नियम विरुद्ध सैनिटाइज़र की बारिश
रेल सफाई कर्मियों की लापरवाही से मंगलवार जालौन से आये एक परिवार को मुश्किलों में डाल दिया। सफाई कर्मी की स्टेशन परिसर में बसों को सैनिटाइज़ करने के लिए लगाया गया था लेकिन सफाई कर्मी ने पोर्टिको प्रथम के सामने बैठे जालौन के एक परिवार के सामान के साथ उनके परिवारीजन और छोटे छोटे मासूमों पर सैनिटाइज़र की बारिश कर दी। मासूमों ने इसे बारिश समझकर जमकर नहाया जबकि बड़ों को इससे आंखों में जलन होने लगी।
रेल अधिकारियों से जब इस संबंध में पूछा तो उन्होंने बताया कि सैनिटाइज़र का इस्तेमाल व्यक्ति विशेष पर वर्जित है। सैनिटाइज़र को किसी व्यक्ति पर इस्तेमाल करने से उसे चर्म रोग जैसी शिकायतें सामने आ रही थी जिसके चलते बाद में फ्यूमिगेशन टनल को भी बन्द कर दिया गया। जीआरपी सिपाहियों ने जब ये देखा तो उन्होंने रेलकर्मी को इसपर जमकर फटकार लगाई।