मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक प्रदेश वापसी कराई है। श्रमिकों के लिये टोल प्लाजा , एक्सप्रेस वे व हाइवे पर खाने पीने की व्यवस्था कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के सम्बन्ध में भारत सरकार की नवीनतम एडवायजरी का अध्ययन करते हुए कन्टेन्मेन्ट जोन में अनुमन्य की जा सकने वाली गतिविधियों के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने तथा देश को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के विशेष आर्थिक पैकेज की प्रदेश की कार्ययोजना को शीघ्र ही अन्तिम रूप दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सम्बन्धित राज्य सरकारें उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह में 590 श्रमिक स्पेशल ट्रेन देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर आ गई हैं। राज्य सड़क परिवहन निगम की 12 हजार बसों के माध्यम से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को उनके गृह जनपद में भेजने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, प्रत्येक जिलाधिकारी के निवर्तन पर 200 बस रखते हुए, इस प्रकार सभी 75 जनपदों में 15 हजार बसें अतिरिक्त रूप से उपलब्ध कराई गई हैं।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर हुई बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को भोजन व पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि बॉर्डर क्षेत्र के साथ-साथ टोल प्लाजा, एक्सप्रेस-वे तथा प्रमुख चैराहों पर प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के लिए भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था की जाए।