सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा में 30 बेड का हॉस्पिटल होने के बावजूद मरीजों के सुविधाएं नहीं मिल रहीं हैं। केंद्र पर आने वाले मरीजों एवं उनके तीमारदारों व कर्मचारियों को पेयजल के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है।शुक्रवार को निरीक्षण के बाद डिप्टी सीएमओ डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मशीनों को मरम्मत कराकर मरीजों के पेयजल की व्यवस्था कराई जाएगी।
सेवराई तहसील क्षेत्र के भदौरा ब्लाक अंतर्गत दर्जनों गांव को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से दशकों पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया था। लोगों के इलाज के लिए बनाए गए 30 बेड़ के इस अस्पताल पर मरीजों एवं तीमारदारों के लिए कोई स्वास्थ्य सुविधाएं ना होने से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
केंद्र पर आने वाले मरीजों एवं लोगों को पेयजल के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कई बार शिकायत के बावजूद संबंधित जिम्मेदार अधिकारी इस पर ध्यान नहीं देते हैं। भदौरा ब्लाक क्षेत्र के शायर गांव निवासी राजेश यादव, सन्तोष यादव, सेवराई गांव निवासी कुंदन पांडेय, बबलू गुप्ता, राजीव, दीपक, प्रीतम, मोनू, चंदन, नरेंद्र, शौकत, अंकु गुप्ता आदि लोगों ने बताया कि क्षेत्र की एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ सुविधाएं न होने के कारण मरीज यहां आने से बेहतर प्राइवेट जाना समझते हैं। स्वास्थ्य केंद्र पर पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे यहां आने वाले मरीजों को महंगे बंद बोतल खरीदकर पीना पड़ता है। अथवा प्यासे ही रहना पड़ता है।