बच्छलपुर-रामपुर गंगा तट पर शनिवार को दोपहर कटान से रेत की दीवार बह गई। इसके चलते पैदल व दो पहिया वाहनों का आवागमन ठप हो गया। अब क्षेत्रीय लोगों की परेशानी बढ़ गई है। क्षेत्रीय लोगों ने जल्द ही पीपा पुल को चालू कराने की मांग की है।
बच्छलपुर-रामपुर गंगा तट पर बरसात के सीजन में खोलकर हटाए गए पीपा पुल का निर्माण हो रहा था। प्राकृतिक कारणों से इस वर्ष तीन भाग में पुल का निर्माण कराया जा रहा है। बीच में बह रही गंगा की मुख्य धारा में काफी प्रयास के बाद पुल निर्माण कार्य पूरा होकर रामपुर सिरे की ओर तीसरे पुल का निर्माण चल रहा है। अभी पुल से चार पहिया वाहनों का आवागमन शुरू नहीं हो सका। इसी बीच मुख्य धारा में बने पुल के उत्तरी सिरे के पास बालू की दीवार में कटान का असर होने से एप्रोच टूटकर हवा में लटक गया।
कटान के चलते वहां एप्रोच बनाने के लिए कर्मी शनिवार को एक पीपा लगाने के लिए वहां पड़े सामान आदि को हटा रहे थे। इसी बीच धारा के किनारे टकराव से काफी कटान हो गया जिसके चलते किनारे से आगे पड़े पीपों की दूरी काफी हो गई। कटान के चलते एप्रोच समाप्त हो जाने से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। लोकनिर्माण विभाग के मेठ अशोक राय ने बताया कि अगर यहां कटान की समस्या नहीं शुरू हुई होती तो दो दिन के अंदर चार पहिया वाहनों का भी आवागमन शुरू हो गया होता। अब पुल पूरी तरह चालू होने में और इंतजार करना पड़ेगा।