स्वच्छता के प्रति तमाम कवायदों के बावजूद अभी भी लोग सचेत नहीं हो रहे हैं। हर तरफ गंदगी का अंबार लगा रहता है। जबकि स्वच्छता को लेकर कई बार अभियान भी चलाया जा चुका है, फिर भी लोग इसके प्रति लापरवाही बरतने से बाज नहीं आते। जबकि यही लापरवाही तरह-तरह की बीमारियों का कारण बनता जा रही है। बीमार पड़ने पर इलाज के लिए लोग हजारों, लाखों रुपये खर्च तक कर देते हैं, पर गंदगी के प्रति जरा सी सावधानी नहीं बरत पाते हैं, ताकि स्वास्थ्य को बीमारी से बचाया जा सके। इसके प्रति ध्यान देने से वातावरण भी स्वच्द बनेगा।
जमानियां के चौधरीचरण सिंग पंप कैनाल से निकली नहर जो खेती-किसानी के लिए बनायी गयी, ताकि किसानों को पानी सहूलियत हो और फसल को पर्याप्त पानी मिल सके, लेकिन पंप कैनाल से निकली नहर पुलिया को लोगों ने अपने गंवारेपन की मानसिकता को दिखाते हुए कूड़े-कचरे से भर दिया है। इसके चलते एक तरफ जहां पानी के बहाव में रुकावट आती है, तो दूसरी तरफ दुर्गंध से सांस लेना तक दूभर हो जाता है। वातावरण भी दूषित हो रहा है। सांस के जरिये गंदगी लोगों के अंदर समाकर तरह-तरह की बीमारियां पैदा कर रहा है। ज्यादातर बीमारियां भी गंदगी के कारण ही होती है। फिर भी लोग इसपर ध्यान देने को तैयार नहीं हैं। नहर पुलिया गंदगी से बजबजा रही है।
दुर्गंध से आने-जाने वाले राहगीर परेशान हैं। लोगों ने सिंचाई विभाग को भी इस गंदगी से अवगत कराया है, पर अभी तक नहर की सफाई नहीं की गय है। चौधरी चरण सिंह पंप कैनाल से निकली नहर पुलिया में अक्सर मरे हुए जानवर तक को फेंककर छोड़ दिया जाता है। इसकी सड़ांध से आस-पड़ोस के लोगों का सांस लेना दूभर हो जाता है। लोगों ने नहर को कूड़ादान बना डाला है। अक्सर यह नहर गंदगी से पटा रहता है, जिससे लोग परेशान रहते हैं। इस संबंध में जमानियां सिंचाई विभाग के सहायक अभियन्ता ने बताया कि इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन अगर नहर में गंदगी है, तो साफ कराने की व्यवस्था की जायेगी।