गाजीपुर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में शुक्रवार काे चौथे दिन भी बिजली कर्मचारियों, अवर अभियंताओं व अभियंताओं की समस्याओं के निराकरण के लिए कार्य बहिष्कार जारी रहा। ऊर्जा निगम के बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं की ज्वलंत समस्याओं से समाधान और प्रबंधन का हठवादी व दंडात्मक रवैया से बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा है।
जिला संयोजक निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि हम विद्युत कर्मी पिछले कई दिनों से कार्य बहिष्कार पर है, फिर भी सरकार मौन है। भ्रष्ट ऊर्जा चेयरमैन को बचाने के लिए विद्युत कर्मियों के साथ विश्वासघात किया जा रहा है। लेकिन विद्युत कर्मी भी झुकने वाले नहीं है। उनका कहना है कि जब तक भ्रष्ट ऊर्जा चेयरमैन एवं देवराज अपने पद से हटेगा नहीं, तब तक विद्युत कर्मी अपने कार्य पर लौटेंगे नहीं।
जिला संयोजक ने बताया कि जिले में लगभग तीन दिनों में करीब तीन करोड़ राजस्व का नुकसान कार्य बहिष्कार के अंतर्गत हुआ है। जिलाध्यक्ष अरविंद कुशवाहा ने बताया कि जिले के 69 उप केंद्रों में लगभग 41 उप केंद्र की लाइट ब्रेक डाउन है। हम नहीं चाहते कि हमारे वजह से आम उपभोक्ता परेशान हो, मगर सरकार के हठवादी रवैए की वजह से हम मजबूर होकर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
चेयरमैन को पद से हटाने के निर्देश
जूनियर इंजीनियर संगठन के प्रदेश महासचिव जय प्रकाश सिंह ने बताया कि ऐसे तानाशाह चेयरमैन को तत्काल पद से हटाया जाए, तभी प्रदेश के सभी विद्युत कर्मी स्वच्छ वातावरण एवं भयमुक्त होकर अपने कार्य को संपादित करेंगे। आए दिन अवर अभियंताओं का उत्पीड़न एवं हठ-वादी तुगलकी फरमान, मनमाने दिशा निर्देश, धमकी भरे पत्र जारी करने का काम पावर कॉर्पोरेशन के ऊर्जा चेयरमैन द्वारा किया जा रहा है, जो पावर कॉर्पोरेशन के खिलाफ है।
हड़ताल में मुख्य रूप से अधीक्षण अभियंता मोहन राकेश,अधिशासी अभियंता हेमंत सिंह, चंद्र पाल सिंह, मनीष कुमार,आशीष चौहान,सहायक अभियंता सत्यम त्रिपाठी,अभिषेक राय,संतोष चौधरी,सुधीर सिंह,अवर अभियंता योगेंद्र प्रसाद दानी, तपस कुमार,प्रमोद यादव,महबूब अली,कुलदीप नैय्यर,अमित गुप्ता, एस के ओझा, नीरज सोनी, रमेश मौर्या, दीपक कुमार, सूर्य नाथ,मोहम्मद आदि शामिल रहे ।